चुद जाती है कैसे चूत न जाने कोई

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मेरा नाम पूजा है। मैं इंदौर की रहने वाली हूं। मैं अपने माता-पिता व भाई के साथ यहां रहती हूं। मेरे पिताजी एक पुलिस कर्मचारी हैं और मेरी मां ग्रहणी है। मैंने अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी करी ही थी कि मेरे पिताजी मेरे लिए रिश्ता ढूंढने लगे। लेकिन मुझे अभी शादी नहीं करनी थी। मैं कुछ करना चाहती थी। अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती थी। ताकि मैं अपने फैसले खुद ले सकूं। मैं एक लड़के को बहुत पसंद करती थी। उसका नाम विक्की था। हम कॉलेज टाइम से एक दूसरे को जानते थे। और पहली बार हम कॉलेज में ही मिले थे। हम दोनों एक दूसरे को बहुत पसंद करते थे। और शादी करना चाहते थे। लेकिन मेरे पिताजी मेरी शादी कहीं और कराना चाहते थे। अभी उन्हें इस बात का पता नहीं था कि मैं किसी और को पसंद करती हूं। मेरे पिताजी इन मामलों में बहुत सख्त थे।  इसलिए मैं उनसे कहने में हिचकिचा रही थी। मैं चाहती थी कि मैं पहले खुद अपने पैरों पर खड़ी हो सकूँ, उसके बाद पापा से विक्की के बारे बात करूं। लेकिन मेरे पापा को तो मेरी शादी की चिंता लगी पड़ी थी। कॉलेज खत्म होने के कुछ समय बाद उन्होंने मेरे लिए रिश्ता ढूंढ लिया। मेरे पापा चाहते थे कि मैं इसी लड़के से शादी करूं लेकिन मुझे तो कोई और ही पसंद था। मैं अपने पापा के सामने ना भी नहीं कह सकती थी। और विक्की को छोड़ भी नहीं सकती थी। मैं चुपके चुपके  विक्की से मिलती रही।

एक दिन मैंने उसे अपने नये रिश्ते के बारे में बताया वह भी हैरान हो गया। अब हमारे पास कोई रास्ता नहीं था। हम या तो भाग के शादी करते या फिर अपने घर वालो को मनाते। मैंने विक्की से भाग के शादी करने के लिए कहा लेकिन विक्की ने कहां की पहले मैं अपने घर वालों से बात करूं, उसके बाद सोचेंगे। जाने से पहले मैंने विक्की को गले लगा लिया। मुझे मालूम था कि यह शादी होना थोड़ा मुश्किल है। इसलिए मैं विक्की  के साथ सेक्स करना चाहती थी। मेरा बहुत मन था उसके साथ सेक्स करने का मैंने वही किया मैंने विक्की को किस करने लगी और थोड़ी देर बाद विक्की ने भी मुझे किस करना शुरु कर दिया। ऐसा करते करते हम लोगो ने एक दूसरे के कपड़े उतार दिए मैं काफी मस्त हो गई थी। मुझे उसका लंड लेना था अपनी योनि में मैंने विक्की से कहा मुझे आज तुम बहुत अच्छे स चोदोगे। उसने मेरी बात को मान लिया और हम दोनों पूरे नंगे हो गए। उसने मेरी पिंक चूत को अपने मुंह से चाटना शुरू कर दिया जैसे जैसे वह चढ़ता रहता मुझे बहुत अच्छा लगने लगा।

थोड़ी देर बाद मैं काफी एंजॉय करने लगी। 10 मिनट तक ऐसा उसने मेरे साथ किया। उसके बाद मैंने भी उसका लंड अपने मुंह में ले लिया और उसको चूसने लगी मैंने काफी अच्छी तरीके से उसके लंड को चुसा मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। ऐसे करने में कभी मैं हाथ से हिलाती और कभी अपने मुंह में लेकर अंदर बाहर करते हैं। थोड़ी देर बाद मुझे उसने बिस्तर पर लेटा दिया  और उसके बाद उसने और मैंने 69 किया क्योंकि मैं आज चाहती थी कि मेरे अंदर की सारी भड़ास मैं निकाल दूं। मुझे यह भी मालूम था कि विक्की के साथ मेरी शादी होना थोड़ा मुश्किल है। इस वजह से मे यह सब करना चाहती थी। अब हम दोनों ने फैसला किया कि विक्की अपना लंड मेरी चूत में डालेगा। उसने जैसे ही अपने लंड को मेरी योनि में रखा तो मुझे अच्छा लगने लगा। जैसे जैसे वह धीरे धीरे उसे अंदर की तरफ ले जाता। वैसे मेरा पानी भी निकलता जाता और एक समय ऐसा आया जब उसने अपना लंड मेरी चूत के अंदर डाल दिया।

अब वह बड़े प्यार से उसे अंदर बाहर करता रहा ऐसा करते-करते काफी समय हो गया। कम से कम भी नहीं तो आधा घंटा हो चुका था। आधे घंटे के बाद मेरा पानी गिरने लगा। मुझे ऐसा प्रतीत हो रहा था। जैसे मानो मेरे अंदर से कुछ निकल रहा है। उसके बाद मैं झड़ गई लेकिन विक्की अभी भी करता रहा। उसके 10 मिनट बाद उसका भी झड़ने को हो गया। और उसने मेरी योनि में अंदर ही अपना वीर्य गिरा दिया। जिससे मुझे काफी अच्छा लगा ऐसा लगा मानो मेरी इच्छा पूरी हो गई हो। थोड़ी देर बाद हम लोग ऐसे ही लेटे रहे और कुछ देर बाद मैंने विक्की को कहा कि मुझे और करना है। विक्की मुझसे पूछने लगा आज क्या हो गया है तुम्हें मैंने उसे कहा बस ऐसे ही आज मेरा मन कर रहा है। ऐसा कहते कहते मैंने उसके लंड को पकड़ लिया और दोबारा से हिलाने लगी उसका सिकुड़ा लंड दोबारा से सख्त हो गया और वहां दोबारा तैयार हो गया मेरी चूत मारने के लिए उसने इस बार मुझे खड़े-खड़े ही चोदा ऐसे में मुझे बहुत मजा आ रहा था क्योंकि मुझे उसका लंड मेरे अंदर जाते हुए साफ प्रतीत हो रहा था। मानो मुझे ऐसा लग रहा हो जैसे वह मेरी छाती तक डाल रहा हो। और मुझे आनंद आ रहा था इस बार भी हमने काफी देर तक ऐसा ही किया और कुछ देर बाद हम दोनों झड़ गए। इस बार भी विक्की ने मेरी योनि के अंदर ही अपना माल गिरा दिया मुझे काफी अच्छा लगा। अब हम दोनों बिस्तर में आराम से लेटे हुए थे। मैंने विक्की का लंड पकड़ लिया। उसे कभी हिला रही थी कभी उसकी छाती में हाथ रख देती और ऐसे करते-करते ना जाने कब मेरी आंख लग गई। हम दोनों के दोनों सो गए जब मेरी आंख खुली तो मैंने देखा काफी समय हो गया है। मुझे घर निकलना चाहिए। अब मैं वहां से अपने घर के लिए निकल पड़ी।

दूसरे दिन मैंने अपने पिताजी से बात की लेकिन वह कहां मानने वाले थे, अच्छे घर से जो रिश्ता आया था। मैंने भी उनके लाए हुए रिश्ते को साफ इनकार कर दिया और कह दिया कि मैं शादी करूंगी तो सिर्फ विक्की से वरना किसी से नहीं मेरे पिताजी गुस्से से बाहर चले गए। मुझे तो डर भी बहुत लग रहा था। लेकिन कहती नहीं तो और क्या करती मुझे तो सिर्फ विक्की से शादी करनी थी। मेरी मां ने मुझे समझाया बेटा यह रिश्ता नहीं हो सकता है। क्यों बेकार में इसके पीछे पड़ी है तेरे पिताजी ने जो तेरे लिए रिश्ता ढूंढ रखा है। वह अच्छा है वह अच्छे लोग भी हैं। तुम शादी कर लो खामखां क्यों अपने पिताजी को भी गुस्सा दिला रही हो और अपने आप को भी तकलीफ दे रही हो।

मैं यह सब काफी दिनों तक सोचती रही कि क्या करूं उसके बाद मैंने विक्की से भी बात की लेकिन वह भी यही कहता रहा। अब तुम्हारे पिताजी मान ही नहीं रहे हैं। तो मैं क्या करूं तुम ही बताओ मुझे क्या तुम्हें जबरदस्ती भाग कर ले जाऊं। या फिर जबरदस्ती शादी कर लूं कल को लोग मुझे क्या कहेंगे। तुम ही बताओ मैंने भी कहा मैं जो तुमसे प्यार करती हूं उसका क्या होगा उसका कुछ नहीं वह कहने लगा वह तो सब ठीक है। लेकिन तुम्हारे पिताजी क्या सोचेंगे यह मुझे बताओ। मुझे भी लग गया था कि विक्की भी मुझसे शादी नहीं करने वाला है क्योंकि उसकी मजबूरियां हैं। यह सोचते हुए मैंने अपने पिताजी से कहा ठीक है पिताजी जहां तुम्हें शादी करनी है। वहां तुम करवा दो उन्होंने जो मेरे लिए लड़का देखा था। वह मुझे देखने आए और उन लोगों ने रोका कर लिया। उसके कुछ समय बाद हम लोगों की शादी हो गई।

मेरी शादी की पहली रात मेरे पति ने मुझे एक गिफ्ट लाकर दिया क्योंकि उस दिन हम लोगों की सुहागरात थी। मेरे पति बात करने में तो काफी अच्छे लग रहे थे। लेकिन मेरे दिमाग में अभी भी विक्की का ख्याल ही था। मैं उसे भूल ही नहीं पा रही थी। उसके थोड़ी देर बाद मेरे पति ने लाइट बुझा दिया और उन्होंने मेरी चूत मे अपना लंड डाल दिया। जिससे मैं बहुत तेज चिल्ला उठी क्योंकि उनका लंड बहुत ही मोटा था। अब वह अंदर बाहर करते जाते और मेरे चूत से गर्मी निकलती जाती। हम दोनों का ऐसे ही रगड़ता गया उन्होंने मुझे बहुत अच्छे से चोदा। जिससे कि मेरा मन उनकी तरफ हो गया और मुझे लगने लगा यह खुशी तो मुझे मेरे पति भी दे ही रहे हैं। तो इसमें कोई हर्ज नहीं है कि मैं दोनों जगह से मजे लूं। उसके बाद हम दोनों सो गए। सुबह जब हम उठे तो सब लोग हमारे कमरे में आए वहां देख रहे थे क्या खून गिरा है या नहीं लेकिन ऐसा कुछ नहीं था।

हमारी शादी को एक साल होने के बाद मुझे विक्की मिला और मैं विक्की से भी मिलने लगी। विक्की भी मुझे चोदता है और मैं अपने पति से भी चुदती हूं।