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जिन्न ने मेरी कुंवारी चूत पर कब्जा किया
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HOT Free XXX Hindi Kahani

मेरा नाम ज़ोया खान है, मैं 19 साल की कच्ची कली थी। मेरी चूत की सील नहीं टूटी थी लेकिन मेरी जिंदगी में ऐसा कुछ हुआ जिसने मेरी जिंदगी बदल डाली है। आप सभी  पर कहानियां पढ़ने वालों को मेरा सलाम। मेरे घर पर अम्मी – अब्बू और छोटा भाई है, मुझे बचपन से घूमना शादियों में जाना पसंद है। मेरी शहेली के भाई की निकाह थी मुझे बुलावा आया था, मैं अपने पड़ोस की सहेलियों के साथ तैयार हो कर शादी के लिए निकल गयी। मैंने अपनी पसंद की इत्र लगा राखी थी जिसकी खुसबू से कोई भी मेरे पीछे खींचा चला जाता, रात 9 बजे मैं अपनी दोस्तों के साथ ऑटो रिक्शा बुक करके निकल गयी थी।


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शादी वाली जगह 6 -7 किलोमीटर दूर थी, रास्तें में ऑटो ख़राब हो गया। रास्ता सुनसान था कोई दूसरा ऑटो नहीं मिला हम लोग पैदल शादी में जाने लगी। थोड़ी दूर जा कर मुझे जोर की सुसु आयी। मैं अपनी सहलियों को रोक कर पास एक पेड़ के पीछे झाड़ियों में सुसु करने बैठ गयी। मैंने गुलाबी रंग की सलवार सूट पहनी हुई थी जिसे उतार कर मैं आधी नंगी पेड़ के पीछे सुसु कर रही थी। मेरी कुवारी चुत से निकलती पेशाब की धार ज़मीन पर पड़ रही थी सुरररर की आवाझ से मेरा पेशाब ज़मीन पर गिर रहा था। मुझे अचानक ठण्ड लगी और मेरे रोंगटे खड़े हो गए। ऐसा लगा कोई ठंडी हवा का झोंका मुझे छू कर गुजर गया, मेरी चूत पर एक हल्का झटका लगा पट की आवाज आयी मुझे लगा कोई कीड़ा मेरी चूत से टकरा गया अँधेरे में कुछ दिखा नहीं। मैं जल्दी से सुसु करने के बाद कपडे ठीक करके वहाँ से निकल गयी। शादी की जगह पहुँच कर हमने शादी अटेंड की 11 बजे हम लोग दूसरी ऑटो कर घर पहुँच गयी। इंडियन सेक्स कहानी डॉट कॉम

देर हो गयी थी अम्मी अब्बू गुस्सा हुए, मैं अपने कमरे में जा कर सो गयी। मुझे तेज नींद आ रही थी, थकान और सरीर दर्द से टूट रहा था। मैं बिना कपडे चेंज किये सो गयी, रात को अचानक मेरी नींद खुली खिड़कियों से तेज हवा अंदर कमरे में आ रही थी परदे उड़ रहे थे। हवा की सरसराहट किसी भूतिया फिल्म की तरह मुझे डरा रही थी। मैं खिड़की बंद करके चादर मुँह तक ढक कर सो गयी। दूसरे दिन मैं नहाने बाथरूम गयी कपडे उतार कर नंगी नहाने लगी। मुझे एक बार फिर हवा का झोका महसूस हुआ, ऐसा लगा किसी ने मुझे छुआ है। मैं डर गयी चारो तरफ घूम कर देखी, मुझे कोई दिखाई नहीं दिया। मैं शावर चालू कर अपने बालों पर शैम्पू करने लगी। मुझे फिर वैसा ही महसूस हुआ, इस बार ऐसा लगा कोई मेरी गांड की लकीरों से होता हुआ मेरी चुत की छेद तक अपने हाथ से मुझे रगड़ दिया। मुझे अपनी चुत में गुदगुदी लगने लगी, मुझे कुछ समझ नहीं आया मैं नहा कर अपने कमरे में आ गयी।

दोपहर का खाना खाने के बाद मैं लेटी हुई थी, मुझे हल्की झपकी आयी और मेरे हाथ पैर पूरा सरीर सुन्न पड़ गया मेरी आंख खुली थी लेकिन मैं हिल नहीं सकती थी मेरे मुँह से आवाज नहीं निकल रही थी। मेरे पुरे बदन में गुदगुदी होने लगी कोई मुझे छू रहा था। मेरे कपड़ो के अंदर मुझे कुछ महसूस हुआ, मेरे सलवार का नाडा खुल गया और सलवार नीचे सरक गयी, मेरा टॉप खुद से ऊपर चढ़ गया। मैं डर गयी जोर से चिल्लाना चाहती थी लेकिन आवाज नहीं निकल रही थी। मुझे खुद पर वजन फील हुआ जैसे कोई मेरे ऊपर चढ़ गया है। मेरे बूब्स मसलने लगे, मेरी चूचिया ब्रा से निकल कर बाहर आ गयी। मैं अपने गोरी चूचियां और गुलाबी निप्पल को खुद से हिलते देख रही थी। मेरी पेंटी एक झटके से मेरे पैर झटक कर दूर हवा में उड़ गयी, मेरे सारे कपडे कमरे में दूर पड़े हुए थे। मैं पूरी नंगी बिस्तर में थी। मेरे लिए एक इंच हिलना भी मुश्किल हो रहा था। सामने आईना था जिसमे मुझे अपना नंगा बदन दिखाई दे रहा था। मैं खुद को इस तरह कभी नंगी आईने के सामने नहीं देखी थी। 

मेरे सरीर को कोई चूम और मसल रहा था, मेरा गोरा बदन गुलाबी पड़ता जा रहा था। एक हवा सा अहसास था लेकिन उसका पूरा वजन मुझ पर था , अजीब सी खुसबू आ रही थी जैसे किसी ने दुनिया की सबसे अच्छी इत्र लगायी हुई हो। वो मेरे बूब्स को मसल कर मेरे निप्पल चूस रहा था, मुझे ऐसा लगा जैसे ये कोई सपना है मेरा डर खत्म हो गया। मैं अपने इस सपने का और अपनी चुदाई का मजा लेने लगी। मेरी चूत गीली हो गयी। वो हवा मुझे मेरी चुत पर लगने लगी पूरी चूत सन सन कर रही थी जैसे कोई चूत को रगड़ कर चाट रहा था मुझे चूत पर काटने का निशान दिखाई दे रहा था, मेरी चिकनी कुंवारी चूत पर हल्के भूरे बाल थे पूरी चूत लाल पड़ गयी थी। तभी ऐसा लगा वो हवा का झोका मेरी चूत में चला गया अंदर चूत पर जोर से गुदगुदी होने लगी चूत अंदर से झटके के साथ रगड़ने लगा। वो हवा मेरी चूत फाड़ कर गांड में चला गया गांड में गुदगुदी होने लगी। थोड़ी देर ऐसा ही चलता रहा उसके बाद वो मेरे ऊपर चढ़ कर मुझे चूमने लगा मुझे एक मर्द के शरीर का अहसास हो रहा था। मेरा पूरा सरीर आईने के सामने हिलता दिख रह था लेकिन मुझे वो नहीं दिख रहा था जिसकी मुझे तलाश थी।


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आगे की कहानी अगले पार्ट में तब तक दूसरी कहानिया पढ़ कर लड़के लंड हिलाये और लड़कियां चूत में ऊँगली करें।

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