मुझे सेक्सी कहानी लिखने के कीड़े ने काटा

HOT Free XXX Hindi Kahani

दोस्तों, मेरा नाम सुकेश है और मै गन्दी-गन्दी कहानियो की किताब लिखता हु | जब मै अपनी जवानी के शुरुवाती दिनों मे था, तब मुझे गन्दी किताबो को पढने का शौक लगा था | शुरू-शुरू मे, तो मुझे मुफ्त मे किताबे मिल जाती थी और मै सारी रात उनको पढकर और उनमे छपी तस्वीरो को देखकर मुठ मारा करता था |

यह हिंदी सेक्स स्टोरी आप www.HindiSexStoriesPictures.Com पर पढ़ रहे हैं मुझे हस्थ्मथुन की आदत एक किताब पढ़कर ही लगी | उन्होंने, किताब मे हस्त्मथुन, और कुछ और तरह की कामक्रीडा के बारे मे बताया हुआ था | पहले बार तो मुझे काफी दर्द हुआ था, लेकिन बाद मे मुझे मज़ा आने लगा था | कुछ समय बाद मुझे किताबे मुफ्त मे मिलनी बंद हो गयी और मुझे खरीदनी पड़ती थी |

मुझे नहीं मालूम था, कि किताबे इतनी महँगी होती है | एक बार किताब पढ़ते-पढ़ते मुझे ख्याल आया, कि कोई तो ये कहानिया लिखता होगा और मुझे भी एक बार कुछ लिखना चाहिए | मैने बहुत सर मारा पर कुछ नहीं लिख सका |फिर, मै एक दो बार मे गया और कुछ ढूंढने की कोशिश की; पर कुछ हाथ नहीं लगा | फिर, मुझे मेरे एक दोस्त ने चांदनी बार के बारे मे बताया और वो मुझे वहा लेकर गया | मुझे अब कुछ-कुछ समझ आने लगा था और अब मुझे थोड़ी सी और बारीकी चाहिये थी | मै वहा एक कोने मे जाकर बैठ गया और सब कुछ समझ ने लगा | मुझे वहा अकेला बैठा देखकर एक लड़की मेरे पास आयी और पूछा, कोई पसंद नहीं आयी | मैने कहा, ऐसा नहीं है; आज मै यहाँ पहले बार आया हु और मैने अभी-अभी गन्दी किताबो मे लिखना शुरू किया है | मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था; मुझे मेरे दोस्त ने यहाँ के बारे मे बताया था, तो मै यहाँ पर आ गया था | लड़कियों के बारे मे तो मुझे समझ आ गया; लेकिन चुदम-चुदाई के बारे मे अभी कुछ नहीं मालूम |

उसने मुझे बोला, मै तुम्हे उसके बारे मे बता सकती हु; लेकिन तुम्हे कुछ खर्चा करना पड़ेगा |मै तैयार हो गया और जितने उसने पैसे मांगे, वो मैने दे दिये और वो मुझे एक पीछे बने हुए रूम मे ले गयी | वहा सब तरफ लड़के-लड़कियों की नंगी तस्वीरे लगी हुई थी और उनकी कामक्रीड़ा की तस्वीरे भी थी | उनको देखकर ही कोई भी उत्तेजित हो सकता था | फिर, उस लड़की ने मुझे एक पलंग पर बैठ्या और अपने कपडे खोलने लगी | मेरे देखते ही देखते वो पूरी नंगी हो गयी और मेरे सामने एक जीती जागती नंगी लड़की खड़ी थी और उसका चिकना बदन देखकर मेरे लंड ने तन्ना शुरू कर दिया | फिर, वो मेरे पास आयी और मेरे कपडे खोलने शुरू कर दिये |

मुझे बड़ी शर्म आ रही थी, मै पहली बार किसी लड़की के सामने नंगा हो रहा था | मैने थोडा बचने की कोशिश की; लेकिन उसने जबरदस्ती करके मुझे नंगा कर दिया | मेरा लंड उसके सामने झूल गया और वो काफी बड़ा हो चुका था और तेजी से झटके मार रहा था |उसने मेरे लंड को अपने हाथ मे ले लिया और मेरे लंड का मुठ मारने लगी | उसके छुते ही, मेरे पुरे शरीर मे करंट लगा गया | और मेरा शरीर मस्ती मे झुमने लगा | उसके बाद उसने मुझे पलग पर बिठा दिया और अपने पेरो को अपने शरीर के इर्द-गिर्द फसाकर बैठ गयी | उसका शरीर मेरे शरीर से छु रहा था और उसके चुचे मेरी छाती मे धसे हुए थे और उसकी चूत मेरे लंड के ऊपर थी और मेरा लड़ लगातार उसकी चूत के दरवाजे पर लगातार धक्के मार रहा था | मेरी साँसे गरम हो चुकी थी और बहुत तेज चल रही थी | अब मुझे से रुका नहीं जा रहा था | उसने अपने गरम होट मेरे होटो पर रख दिये और उन्हें चूसने लगी | फिर, उसने मेरे हाथ अपने चूचो पर रख लिए और अपने चुचे दबवाने लगी |

उसको भी धीरे-धीरे मस्ती छाने लगी थी और कमरा उसकी कामुक आवाजो से गूंजने लगा |फिर, उसने उसी पोज मे बैठे-बैठे अपना हाथ नीचे घुसाया और मेरे लंड को पकड़ लिया और मेरा लंड अपनी चूत पर रगड़ने लगी और मेरे लंड की खाल अभी नहीं उतरी थी | रगड़ने के साथ-साथ वो मेरी खाल पीछे खीच रही थी | अब मुझे थोडा दर्द होने लगा था; फिर उसने अपनी चूत मेरे लंड के मुह पर रखी और अपनी गांड को थोडा सा धक्का दे दिया | उसकी चूत मेरे लंड के इर्द-गिर्द थी और वो धीरे-धीरे मेरे लंड को अपने अन्दर घुसा रही थी | फिर, उसने एक जोर से झटका मारा और मेरा लंड उसकी चूत मे समा गया | मेरे लंड की पूरी खाल एकदम खीच गयी और मै दर्द के कारण चीख पड़ा | उसने अपने होटो से मेरा मुह भर दिया और चूसने लगी |पूरा कमरा हम दोनों की मस्त आवाजो से गुज रहा था | वो मुझे चोद रही थी और मै चुदने का मज़ा ले रहा था | उसने मुझे कसकर पकड़ा हुआ था और उसकी गांड लगातार जोर से चल रही थी | मेरा लंड उसको चूत मे घुसा हुआ था और मै भी अपनी गांड को जोर लगाकर और लंड को अन्दर घुसड़ने की कोशिश कर रहा था | वो तो झड चुकी थी और कुछ झटको के बाद मै भी झड गया | उसने मुझे लिटा दिया और उसके बाद मुझे पूरी तरह से चूमने लगी |

यह हिंदी सेक्स स्टोरी आप www.HindiSexStoriesPictures.Com पर पढ़ रहे हैं

अब मेरा लंड खड़ा होना बंद हो चुका था और उसका रस पूरी तरह से रिस चुका था | फिर, उसने मुझे पूछा कि तुम्हे मज़ा आया क्या? अब इस सब को सोचकर अपनी कहानी लिखना | मुझे बड़ा मज़ा आया था और अब मुझे काफी कहानियाँ का मसाला मिल चुका था |मैने उसका नंबर ले लिए और घर वापस आ गया |