हेलो दोस्तों, मैं अपना पहला एक्सपीरियंस आप लोगों के साथ शेयर कर रहा हूं. मेरा नाम रोहित है और मेरी उम्र २३ साल है और मैं भोपाल में रहता हूं.
मेरी फैमिली में मैं, मम्मी पापा और एक बहन है, पापा का बिजनेस है तो वह ज्यादा आउट ऑफ टाउन रहते हैं. मेरी मां का नाम शिवानी है और फिगर साइज़ ३६-३०-३६ है. और कलर गोरा है. मां की उम्र ३७ साल है. यह स्टोरी तब की हे जब मैं ११वीं में पढ़ता था. घर पर सिर्फ में, माँ और दी ही रहते थे.
में तो पोर्न और सेक्स का बहुत ही ज्यादा दीवाना था. मॉम सन भाई बहन स्टोरी भी बहुत पढ़ता था, इसलिए मैं अपनी बहन और मेरी मां को गंदी नजर से देखने लग गया था. और उनके नाम की मुठ मारता था. मेरे लंड का साइज़ ८ इंच लंबा और ३.५ इंच मोटा है.
मेरे डैड मेरी मोम को ज्यादा सेक्स सुख नहीं दे पाते थे काम की वजह से. और मेरी मॉम जो की एक बहुत बड़ी हवस की शौकीन है उनका फिगर आप लोगों को बताया ही है ऐसा फिगर हम लोग के मोहल्ले में मेरी मां को छोड़ कर और किसी का भी नहीं था. सारे मर्द मेरी माँ को गंदी नजर से देखते थे.
एक बार मां मार्केट से घर जा रही थी पीछे से मैं भी आ रहा था. रास्ते में तीन चार मर्द का ग्रुप मेरी मॉम की गांड को देखे जा रहा था और एक ने तो अपना हाथ लंड पर भी रख दिया था. मेरी मोम जब भी चलती है गांड मटका के और उसकी सेक्सी क्लीवेज दिखा कर चलती है. मैं जब उन मर्दों ग्रुप के पास से गुजरा तो उनमें से एक बोला की साली इस रंडी की चूत एक रात मिल जाए तो सारी की सारी ख्वाइश पूरी कर दू.
मेरी मां शिवानी वैसे बहुत लंड ले चुकी है. अब मैं स्टोरी पर आता हूं कि मैंने कैसे शिवानी की चूत चोदी थी.
जब मैं मॉम को गंदी नजर से देखने लगा तो मां की पेंटी ब्रा रात में माँ सब खोल कर सिर्फ नाइटी में सोती है. तो मॉम की ब्रा पैंटी को सूंघ कर या फिर उसे पहन कर उस में मुठ मार देता था. रोज में उसके ब्रा और पेंटी को मेरे वीर्य से गन्दा कर के रख देता था.
पहले मोम नहाने जाती थी तो ब्रा और पेटीकोट को साथ में लेकर जाती थी और बाथ रुम से पहन कर बाहर निकलती थी. साड़ी और ब्लाउज मेंरे रूम में आकर पहनती थी. तब में अपने रूम में बैठ कर उसे देखता रहता था. में उनको एक नजर से देखता रहता था और उसके बूब्स को देखने की कोशिश करता रहता था.
लेकिन पिछले कुछ दिनों से मोम सिर्फ पेटीकोट लेकर नहाने जाती तो और बूब के ऊपर से पेटीकोट को पहन कर आती थी जिस में से मोम का आधा बदन नंगा दिखता था. मेरा लंड पैंट में टाइट हो जाता था और फिर मोम पूरा ड्रेस मेरे ही कमरे में आने के बाद पहनती थी और मैं देखता रहता था. ऐसा बहुत दिन तक चलता रहा. और में अपनी माँ को देख कर अपना लंड टाईट करता रहा.
लेकीन मेरी हिम्मत नहीं होती थी कुछ करने की. दीदी उस टाइम कोटा चली गई थी स्टडी करने तो उस टाइम सिर्फ घर पर सिर्फ मैं और मम्मी रहते थे. एक दिन मैंने भी सोचा की बात को आगे बढ़ाया जाए तो एक दिन जब मेरी माँ नहाने गई तो ब्रा मेरे बेड पर रख के जा रही थी जो आज वह पहनने वाली थी.
मैंने उसकी ब्रा की स्ट्रिप की हुक को टाइट कर दिया ताकि ना लगे और मेरे को बोले लगाने के लिए, मोम जब नहाने के बाद बहार आई तो बहोत ही हॉट एंड सेक्सी लग रही थी मेरा तो मन कर रहा था की साली को पटक के यही पर चोद दू लेकिन मेने किस तरह से अपने आप पर कंट्रोल कर लिया.किया अपने आप को
मोम जब ब्रा पहन कर हुक लगाने लगी तो नहीं लगा रहा था, मैं सब गजब देख रहा था. तभी मां बोली रोहित मेरी हुक लगा दो. मैं उठा और जैसे ही मोम की पीठ को टच किया मुझे तो जेसे की करंट लगा और मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया.
मैंने मोम की पीठ पर हाथ फेरते हुए हुक लगा दिया क्या है ना मेरे रूम में एकबड़ा सा आयना है तो उसी के सामने मोम हमेशा ड्रेस पहनती है तो मुझे साफ साफ सामने का दिख रहा था. लेकिन मेरा अभी भी उसके आगे करने की हिम्मत नहीं हुआ.
उसके बाद मोम अपना ब्रा का हुक हमसे लगवाने लगी थी, शायद मोम भी हम से चुदवाना चाहती थी पर वह अभी इस को सीधी नहीं बोल पा रही थी. एक रात लाइट का थोड़ा प्रॉब्लम था और इनवर्टर से सिर्फ मोम के रूम का फैन चल रहा था तो मां बोली रोहित साथ में ही सो जाओ. थोड़ी देर इंतजार करने के बाद मैं मॉम के रूम में जा कर बेड पर लेटा हुआ था.
मोम एक सेक्सी नाइटी पहन कर आई, क्या लग रही थी रांड? तभी मैंने सोचा आज तो साली का चूत दर्शन कर के रहूंगा. उस रात में मोम के सोने की इंतजार कर रहा था. रात के करीब १२ बजे मुझे भी हल्की हल्की नींद आ गई थी. पर जब नींद टूटा तो मैं मोम के बाहों में सोया हुआ था.
मेरा एक पैर मोम के दोनों पैर के बीच में था और मेरा एक हाथ मॉम की पीठ पर मां का एक हाथ मेरे पीठ पर तभी मेंने नोटिस कीया नाइटी आधा ऊपर उठी हुई है और थोड़ा सा उठने के पर मोम के चूत के दर्शन हो जाते. मैं धीरे धीरे पीठ पर हाथ फेरते हुए मोम की गांड पर हाथ फेरने लगा. और फिर नाइटी को ऊपर उठाने लगा. धीरे धीरे ऊपर उठाये जा रहा था.
तभी मैंने महसूस किया मॉम की गांड नेकेड हो गई. मैं अपना हाथ उनकी गांड पर हाथ फेरने लगा और उनकी गांड के छेद में उंगली घुसाने लगा. लेकिन मुझे आभी तक मेरी मोम की चूत नहीं दिख रही थी.
थोड़ी और उठाने की जरुरत थी लेकिन नाईटी कहीं दबी हुई थी तो अब और नहीं उठ पा रही थी. तभी मोम हिली और मैं उनकी बाहों से फ्री हो गया. मैं कुछ देर तक वैसे ही रुक गया और दूसरी तरफ कर के सोने का नाटक करने लगा. थोड़ी देर बाद मोम फिर से जब सो गई तब मैं पलटा और देखा कि नाईटी वैसे की वैसे ही है पर अब वह आराम से बूब्स से भी ऊपर उठ सकती थी.
में यह देख कर बहोत खुश हो गया और फिर मैंने तुरंत मॉम की नाइटी को ऊपर उठा दिया उन के बूब्स तक और तभी मां की चूत के दर्शन हुए क्या चूत थी एकदम क्लीन शेव, ऐसा लग रहा था किसी कुंवारी लड़की की चूत हो. मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया. मैंने धीरे धीरे मां की चूत पर हाथ फेरना शुरु किया. मोम की चूत भी पूरी गीली हो चुकी थी.
फिर में अपने आप पर कंट्रोल नहीं कर पाया और में उसे किस करने की कोशिश करने लगा. फिर जब मेने चूत को धीरे से किस किया तब मोम ने भी आंहे भर दी थी, मैं समझ गया कि मम्मी जाग रही है और एंजॉय कर रही है. मैंने सोचा आज इस रंडी को किसी हालत में नहीं छोडूंगा और उनकी चूत को चाटना शुरू कर दिया. वह भी थोड़ी देर बाद उठ गई और नाटक कर के पूछने लगी के रोहित यह क्या कर रहे हो? मैंने बोला साली रंडी नौटंकी मत कर, तू भी मजे ले रही है मैं जानता हूं.
वह बोली हां रोहित मैं तुमसे चुदना चाहती थी और बोली मुझे पता था कि तुम मेरे पैंटी में मुठ मार के रख देते थे. तभी से मैं तुमसे चुदना चाहती थी. तब मैंने बोला रांड अभी लेट जा और मैं उनकी चूत को चूसने लगा और वह अब एकदम जोर जोर से अहह ओह अह्ह्ह हूह अम्म्म ओह्ह ह्हहा ओम्म्म औण उह्ह्ह येस्स अग्ग इम्म्म ह्ह्ह उम्म्म अहहह ओह्ह अह्ह्ह येस्स अह्ह्ह्ह ओह्ह हहह अम्मम्म करने लगी थी.
वह मेरा सर पकड़ कर अपना चूत पर दबाए जा रही थी और आहें भर रही थी अह्ह्ह ओह्ह हह्ह्ह हह मम्म उग्ग्ग येस्स अग्ग्ग ओम्म्म्म ओह्ह अय्य्य्य प्लीज़ फक मी मुझे यह सब और उत्तेजित कर रहा था.
इसी तरह १५ मिनट तक शिवानी की चूत को चुसे जा रहा था और इतने में मोम ने दो बार पानी छोड़ दिया. उसके बाद उसने मेरे सारे कपड़े निकाल दिए और मेरे लंड को अपने हाथ में पकड कर जोर जोर से चाटने और किस करते हुए अपना नाइटी निकाल दी और फिर वह मेरा लंड चूसने लगी जो की बहुत पहले से खड़ा हुआ था.
वह मेरा लंड देख कर बोली साले इस लंड से चुदने के लिए तुमने बहुत वेट करवाया. मैंने बोला चुसो साली अब तेरा ही है यह लंड.. शिवानी बोली ऐसे लंड से आज तक नहीं चुदी हु. आज तो मजा आ जाएगा. मैं बोला साली रांड चूस मेरा लंड. वह मेरा लंड चूसने लगी अहह ओह्ह हहह ओह्ह हहह ओह हहह होह हहह ओह हां उम्म्म एस अहह ओह हहह और में उनके बूब्स को दबाए जा रहा था अहः ओह हाहाह ओह्ह येस्स अहह होह्ह हहह उम्म्म अहह ह्येस्स्स.
करीब १० मिनट तक वह मेरे लंड चूसती रही उसने डीप थ्रोट भी कि. मैं भी मोन कर रहा था. वह बोली मादरचोद मां की चूत फाड़ दे. अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है. मैं यह सुनकर जोश में आ गया और बोला कि नहीं अभी नहीं तुझे तो तड़पा तड़पा के चोद दूंगा. और फिर मैं उस के बूब्स को चूसने लगा और निप्प्ल्स को दबाने लगा. में उसके बूब्स को मसलते जा रहा था.
और एक हाथ से चूत में भी उंगली किए जा रहा था और स्मूच सब बरी बरी से चल रहा था. वह आहें भरती जा रही थी और कह रही थी रोहित मां की चूत को फाड़ दो. उतनि ही देर में शिवानी ने एक बार और पानी छोड़ दिया. मैं उसके पानी को चाट गया और फिर उसकी चूत में लंड रगड़ने लगा.
वह लगातार मोनिंग करती जा रही थी. फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत में थोडा और घुसा दिया और वह जोर से बोली मादरचोद फाड़ दे आज अपनी रंडी मां की चूत को. यह सुनकर मेंने एक जोर का झटका मारा और पूरा लंड मां की चूत में डाल दिया. वह चिल्ला उठी और बोली फक मी मैं फिर धक्के मारने शुरू कर दिया जोर जोर से वह आहे भरे जा रही थी.
करीब ५ मिनट तक मैं आगे पीछे करे जा रहा था. वह भी पूरी मौन कर रही थी. कुछ देर बाद लंड निकाला वह चूसी और फिर 69 पोजीशन में आ गई. मैंने रंडी की चूत चूसी.
उसके बाद वह मेरे लंड पर बैठ गई और ऊपर नीचे होने लगी. मैंने भी उसका पूरा साथ देते हुए फिर से धक्के मारने शुरू कर दीये. वह फक मी फक मी करते जा रही थी और बहुत मजे मजे से उछल रही थी.
तभी मैंने बोला साली रंडी कुतिया बन, वह कुत्तिया बन गई और बोली कुत्ते यह कुत्तिया अब सिर्फ तेरी ही है. और मैंने अपना लंड एक ही बार में उनकी गांड में घुसा दिया.
वह चिल्लाई और बोली कुत्ते आह्ह फ हह्ह्ह फह हह्होफ्ह्ह फक मी आह्ह ओह्ह हां फक मी. वह मोन करने लगी. करीब १० मिनट तक मैं उसे धक्के मारे जा रहा था. फिर मोम ने लंड को निकाला और चूसने लगी और मैं फिर से उनके मुंह में ही झड़ गया, और वह सारा पानी पी गई. और चूस चूस कर लंड साफ कर दिया.
इस प्रकार हमने उस रात को अपनी रंडी मोम शिवानी की चूत और गांड दोनों मार के शिवानी को अपना रखेल बना लिया और फिर उसी तरह हम मोम बेटा सो गए. बहुत मजा आया था सुबह जब नींद खुली तो ११ बज रहे थे और हमने फिर साथ में नहाया….
और फिर उस दिन हम दोनों सिर्फ गंदी बातें की और नंगे घुमे ऐसा ही सब किया. मोम बोली बेटा आज से मैं तेरी रंडी हूं. तुम जो कहोगे वही करुंगी. तूने कल मस्त चुदाई किया बेटा. तब से मैं मोम को बहुत बार चोद चुका हूं.
अगली स्टोरी में बताऊंगा कि कैसे मैंने अपनी रंडी की मदद से अपनी कजिन बहन की सील तोड़ी.