अच्छा बुलाती हूँ ! यह कह कर मैंने रोहित को आवाज लगा कर बुलाया.
रोहित अपनी किताबे ले कर अन्दर आ गया. वो मुझ से कुछ पूछने लगा किताब में से.
मैंने उसे कहा – ज्यादा नाटक मत करो और काम कि बात पर आओ. महिमा तुमसे कुछ कहना चाहती है .
नही मैम नही मै क्या … मैंने तो कुछ नहीं कहना !
अब तुमने नौटंकी शुरू कर दी !
रोहित सुनो ! महिमा मान गई है तुमसे दोस्ती के लिए, बल्कि ये तो पहले से ही चाहती थी तुम्हारी दोस्ती बस तुम्हारे प्रोपोज़ल का इंतजार कर रही थी. अब महिमा से बोलो – आई लव यू !
रोहित शरमाते और हकलाते हए बोला – महिमा आई लव यू !
मैंने ताली बजाई और महिमा को बधाई दी और कहा अब तुम भी बोलो रोहित से !
वो भी धीरे से बोली – रोहित आई लव यू !
मैंने फ़िर ताली बजाई और रोहित को बधाई दी और कहा अब आगे बढ़ो और कुछ करो !
दोनों एक साथ बोले – क्या?
क्या क्या? किस करो !
दोनों मेरे मुंह की तरफ देखने लगे.
“हां ..हां … करो …. करो किस एक दूसरे को ! …”
“मैम ! नहीं मैम आपके सामने? आपके सामने नहीं …” रोहित बोला।
“मेरे सामने ! क्या हुआ मेरे सामने? ”
“महिमा तुम उठो और रोहित को किस करो गाल पर ! ”
“नहीं मैम मुझे नहीं आता किस करना !”
“नहीं आता तो सीख ले ! ले देख किस कैसे करते हैं” यह कह कर मैं रोहित के पास गई और पहले उसके गाल पे फ़िर उसके सिर के पीछे हाथ रख कर उसके होंठों पर जोरदार किस किया।
रोहित घबरा गया और महिमा मुझे ताकती रह गई।
“चल रोहित तू ही शुरू कर ! पकड़ ले और चूस चूस के लाल कर दे इसके गालों और होंठों को” मैंने रोहित को महिमा का हाथ पकड़ाते हुए आदेश दिया।
रोहित ने डरते हुए महिमा को अपनी ओर खींचा और उसके कंधे पर हाथ रख कर उसका चेहरा ताकने लगा जैसे उससे पर्मिशन मांग रहा हो। मैंने उठ कर दोनो के सिर पकड़ कर उनके होंठों को आपस में मिला दिया। अब रोहित ने अपने होंठ खोले और महिमा के होंठो को किस करने लगा। अब मैं वहां से उठ कर बाहर आ गई और दो चार मिनट इधर उधर बेचैनी से टहलने के बाद फ़िर अन्दर झांक कर देखा तो रोहित महिमा को चूम रहा था और उसकी चूचियां सहला रहा था।
मैं तुंरत अन्दर आ गयी.
महिमा एक दम से घबरा गयी.
“महिमा क्या हो गया …. अरे करो ..ये तो लड़की और लड़के के लिए जरूरी है …”
“मैम सॉरी …. सॉरी ……”
“सच कह रही हूँ … अपना काम चालू रखो … कहो तो मैं मदद कर दूँ ..”
महिमा शर्म से झुकी जा रही थी .. रोहित ने उसका मुंह ऊपर उठाया और उसके होंट फिर चूमने लगा . महिमा ने अपनी आँखे बंद कर ली . रोहित ने उसे धीरे से मेरे बिस्तर पर लेटा दिया … …और अपने कपड़े उतारने लगा . फिर महिमा के कपड़े उतारने लगा . महिमा ने मुझे मुझ से परमिशन मांगने की नजरों से देखा …. मैंने ख़ुद ही उसका टॉप उतार दिया और कहा -” मस्ती करो ……शरम नहीं …..”
रोहित ने उसकी जेंस भी उतार दी . एक नंगी जवान १८ साल की लड़की ….. रोहित का लंड फूल कर कड़ा हो गया . वो बिस्तर पर उस से लिपट गया.
“अरे ये क्या कर रहे हो …. इसकी इजाज़त नहीं है ..”
“प्लीज़ मैम …..” दोनों ने मेरी और देखा.
“नहीं … बिल्कुल नहीं ….तुम दोनों अकेले कैसे मज़ा ले लोगे, मैं कहां जाऊंगी ?” कह कर मैं भी अपने कपड़े उतारने लगी।
रोहित ने मुझे कपड़े उतारते देखा तो बोला -“मैम तो पहले आप ……”
मैंने महिमा के कान में अपनी बात बताई. वो हंसने लगी -हाँ मैम ..फ़िर तो आज इसकी खैर नहीं …..
“हाँ रोहित ..पर मेरी शर्त याद है ना …..मेरी गांड चाट कर मुझे मस्त कर दो ”
“हां मैं भी देखूं मैम की गाण्ड कैसे चाटता है तू, फ़िर मैं भी करवाऊंगी वैसे ही …”
“नहीं … नहीं .. मैं नहीं करूंगा …..मैं नहीं चाट सकता गाण्ड …”
मुझे गुस्सा आ गया. मैंने उसके बाल पकड़ लिए … और उसके गाल पर एक चांटा जड़ दिया.
वो आश्चर्य से मुझे देखने लगा. मैंने फिर उसे कहा ..”हरामजादे ….. बोल चाटेगा के नहीं …” उसकी चूतडों पर लात मारते हुए बोली …..पहले मेरी चूत चाट फ़िर गाण्ड…”
“मैम ये ऐसे नहीं मानेगा ….. ये लो … इसे बाँध दो …..” महिमा बोली।
(TBC)…