पता नहीं कैसे हुयी चुदाई

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मेरा नाम रीता है और मैं 26 वर्ष की मुंबई की रहने वाली होती हूं। मैं खुले विचारों की लड़की हूं। मैं जब अपने कॉलेज में पढ़ती थी तब से मैं एक बिंदास लड़की हूं और अपना जीवन खुद ही अपने तरीके से जीती हू। मेरे घर वालों ने भी मुझे कभी किसी चीज के लिए मुझ पर पाबंदी नहीं लगाई। मैं नाइट लाइफ को जीना बहुत ही पसंद करती हूं और मेरे ऑफिस के जितने भी दोस्त हैं हम सब लोग जमकर पार्टी किया करते हैं और मेरे कॉलेज के पुराने दोस्त जब भी मुझे मिलते हैं तो हम लोग अक्सर शराब पीने एक बार में जाते हैं। मुझे शराब पीने का बहुत ही शौक है और मैं हमेशा ही शराब पीती हूं। क्योंकि मुझे उस की लत लग चुकी है लेकिन मेरे पिताजी को यह बात नहीं पता। यदि मेरे पापा को यह बात पता होती तो वह मुझ पर बहुत गुस्सा करते और ना ही यह बात मेरी मां को पता है। मैं अपने घर में एक लौती लड़की हूं। शायद इसी वजह से मैं इतनी बिगड़ गई हूं लेकिन मुझे फिर भी कभी भी अपनी इस चीज मैं कुछ गलत नहीं लगा और मुझे हमेशा ही ऐसा लगता है कि मैं अपनी लाइफ अपने तरीके से ही जीऊ। मैं जिस कंपनी में जॉब करती हूं वह कंपनी एक बहुत ही बड़ी कंपनी है और वहां पर मुझे जॉब करते हुए काफी समय हो चुका है।

एक दिन मेरे मामा का मुझे फोन आया और मुझे कहने लगे कि हमारे लड़के का भी कहीं पर जॉब के लिए देख लो। मेरे मामा के लड़के का नाम शोभित है। उसने इसी वर्ष अपनी पढ़ाई पूरी की है तो मैंने उन्हें कहा कि मैं उसके लिए ऑफिस में जॉब देख लूंगी। आप मुझे उसका रिज्यूम भेज दीजिए। उन्होंने मेरा नंबर शोभित को दे दिया और शोभित नके अगले दिन मुझे फोन किया क्योंकि उसकी और मेरी बात इतनी ज्यादा नहीं होती वह बहुत ही शर्मीला नेचर का है और कम बात करता है। वह मुझसे छोटा भी है इस वजह से शायद वह मुझसे बात नहीं करता। जब शोभित ने मुझे फोन किया तो मैंने उसे बताया कि तुम मुझे अपना रिज्यूम भेज देना और मैं तुम्हारा अपने ऑफिस में कहीं ना कहीं पर करवा दूंगी। अब उसने मुझे अपना रिज्यूम भिजवा दिया और मैंने अपने बॉस से इस बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि हमारे यहां पर 1 वैकेंसी खाली है तो तुम उसे बुला देना, मैं उसका इंटरव्यू ले लूंगा। अब मैंने उसे अपने ऑफिस में बुला लिया और अपने बॉस से मिलवाया। मेरे बॉस ने उसे काम पर रख लिया। अब वह भी हमारे ऑफिस में ही काम करने लगा लेकिन वह मुझसे कम ही बात किया करता था। वह अपने काम में ही लगा रहता था और उसके बाद सीधा अपने घर चला जाता था। मैंने एक दिन शोभित से इस बारे में पूछा की क्या तुम मुझसे शर्माते हो। तो वह कहने लगा कि नहीं मैं तुमसे नहीं शर्माता। बस मैं ऐसे ही कम ही बात करता हूं। मैंने उसे कहा कि तुम कभी पार्टियों में भी जाते हो या सिर्फ घर में ही रहते हो। वह कहने लगा कि मुझे ऐसा कुछ शौक नहीं है।

मैं सिर्फ घर में रहना ही पसंद करता हूं लेकिन अब मैंने उसे कहा कि तुम कभी हमारे साथ भी पार्टी में चलो तो तुम्हें अच्छा महसूस होगा और तुम्हारा फ्रेंड सर्कल भी बढ़ने लगेगा। नहीं तो तुम घर में ही रहोगे। अब वह मुझे कहने लगा ठीक है मैं आज तुम्हारे साथ चलता हूं। रात को हम लोग क्लब में चले गए और वहां हमने जमकर शराब पी। जब उसने मुझे शराब पीते हुए देखा तो वह कहने लगा क्या तुम ड्रिंक भी करती हो। मैंने उसे कहा मैं तो हमेशा ही ड्रिंक करती हूं। मुझे तो कई वर्ष हो चुके हैं शराब पीते हुए। मैंने उसे पूछा क्या तुम ड्रिंक नहीं करते। वह मुझे कहने लगा नहीं, मैंने आज तक कभी भी नहीं की है। इसलिए मैंने उसे ज्यादा फोर्स नहीं किया और वह हमारे साथ बैठकर इंजॉय कर रहा था और चुपचाप एक जगह पर बैठा हुआ था। अब हम लोग घर चले गए मुझे ज्यादा नशा हो गया था। इसलिए शोभित ने मुझे घर पर छोड़ा और उसके बाद वह अपने घर चला गया। अब ऐसे ही शोभित ऑफिस में आ जा रहा है और मैं भी ऑफिस में जाती। अब धीरे-धीरे वह मुझसे बात करने लगा और हम दोनों की बातें होने लगी। एक दिन मैंने उससे पूछा तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं। वह कहने लगा हां मेरी एक गर्लफ्रेंड है और मैं उससे फोन पर बात किया करता हूं। मैंने उसे कहा यह तो बहुत ही अच्छी बात है। कभी तुम मुझे भी उससे मिलवा दो। उसने कहा क्यों नहीं, मैं तुम्हें उससे जरूर मिलवा दूंगा। अब धीरे-धीरे वह मुझसे खुलने लगा था और हमारी बातें भी काफी होने लगी थी। मैं अब उसे अपने साथ पार्टियों में भी ले जाती थी और वह भी मेरे साथ पार्टी में आने लगा लेकिन वह शराब नहीं पीता था।

एक दिन हम लोग ऑफिस से जल्दी फ्री हो गए और हम सब दोस्तों ने प्लान बनाया कि हम लोग पब में चलते हैं। जब हम लोग पब में गए तो हम ने जमकर शराब पी लेकिन उस दिन मुझे कुछ ज्यादा ही शराब चढ़ चुकी थी। शोभित भी मुझे मना कर रहा था कि तुम इतनी शराब मत पियो तुम्हें बहुत नशा हो चुका है लेकिन मुझे उस दिन कुछ ज्यादा ही नशा हो गया। जब हम लोग वहां से अपने घर के लिए निकले तो मैं अच्छे से चल भी नहीं पा रही थी। शोभित मुझे मेरे घर तक छोड़ने आया और वह मुझे मेरे कमरे के अंदर छोड़ने आया लेकिन  मैंने उसे कसकर पकड़ लिया। मैने अपने स्तनों पर उसके मुंह को लगा दिया। जैसे ही मैंने ऐसा किया तो उसका लंड भी खड़ा हो गया और उसने मेरे कपड़े खोल दिए। जब उसने मेरे कपड़े उतार दिए तो वह मेरे बदन को देख कर रह नहीं पा रहा था। उसने तुरंत अपने लंड को बाहर निकालते हुए मेरे मुंह के अंदर डाल दिया। जब उसने अपने लंड को मेरा मुंह में डाला तो मैंने उसे अच्छे से सकिंग करना शुरू कर दिया। मै बहुत ही अच्छे से उसके लंड को चसे जा रही थी। वह बहुत ही खुश हो रहा था और कहने लगा तुम तो बहुत ही अच्छे से मेरे लंड को अपने मुंह में ले रही हो। मैंने अपने दोनों पैरों को चौड़ा करते हुए उसे कहा कि तुम मेरी चूत मारो। उसने जैसे ही अपने मोटे और सख्त लंड को मेरी योनि के अंदर डाला तो उसे बहुत ही मजा आ गया। अब वह मेरे दोनों पैरों को पकड़कर मुझे बहुत तेजी से चोदने लगा। वह इतना तेज चोद रहा था कि मेरा पूरा शरीर टूट रहा था और मुझे ऐसा लग रहा था शोभित मेरी चूत का भोसड़ा बना देगा।

उसने मुझे इतनी तेज धक्के मारे कि मेरा शरीर पूरा हिल रहा था और वह मेरे स्तनों को अपने मुंह में लेकर उनका रसपान किए जा रहा था। कुछ समय बाद उसने मेरे होठों को भी बहुत अच्छे से चूसा और मुझे बड़ी तेजी से उसने धक्का देना शुरू किया। अब उसने मुझे अपने ऊपर बैठा दिया और जैसे ही उसने मेरी योनि में लंड डाला तो मैं चिल्ला उठी। वह बड़ी तेजी से झटके मारने पर लगा हुआ था। कुछ समय बाद मैंने भी अपने चूतडो को ऊपर नीचे करना शुरू कर दिया। जब मैं अपने चूतडो को ऊपर नीचे करती जाती तो मुझे भी बहुत मजा आ रहा था और उसे भी बहुत ही मजा आ रहा था। वह बहुत ज्यादा खुश था वह कह रहा था कि तुम्हें चोदना में तो मुझे अलग ही तरीके की अनुभूति हो रही है जिससे कि मुझे बहुत मजा आ रहा है। वह मुझे बड़ी तीव्रता से धक्के दिए जा रहा था जिससे कि मेरी पूरी चूतड लाल हो चुकी थी। उसने मेरे स्तनों पर अपने दांत भी मार दिए थे जिससे कि मेरे स्तनों से खून भी निकलने लगा था। लेकिन मुझे उतना ही मजा आता जितना वह मुझे चोदता। अब उसने अपनी स्पीड को ज्यादा ही बढ़ा लिया। जब उसने अपनी गति को तेज किया तो मेरे चूतड़ों पर कुछ ज्यादा ही दर्द होने लगा और मेरी योनि से खून टपकने लगा। क्योंकि मेरी योनि बुरी तरीके से छिल चुकी थी और उसका लंड भी बहुत बुरी तरीके से छिल चुका था क्योंकि मेरी योनि बहुत ही ज्यादा टाइट है। उसे अब इतना मजा आ रहा था कि उसने मुझे बड़ी तेजी से धक्का मारना शुरु किया थोड़ी देर में मेरी योनि से कुछ ज्यादा ही गर्मी निकलने लगी और उसने अपने वीर्य को मेरी योनि के अंदर ही गिरा दिया।