लाली के लम्बे लम्बे बैंगन

HOT Free XXX Hindi Kahani

 हैल्लो दोस्तों, में आप सभी सेक्सी कहानियों को पढ़कर उनके मज़े लेने वालों के लिए अपने जीवन की एक सच्ची घटना सुनाने आया हूँ जिसमें मैंने अपने पड़ोस में रहने वाली एक हॉट सेक्सी आंटी को उनकी मर्जी से चोदकर उनकी चुदाई की इच्छा को पूरा किया। दोस्तों वैसे तो में भी बहुत समय से उनकी चुदाई के सपने देख रहा था, क्योंकि वो बड़ी ही हॉट सेक्सी होने के साथ साथ सुंदर भी बहुत थी, लेकिन मुझे ऐसा कोई भी अच्छा मौका नहीं मिला जिसका फायदा उठाकर में उसकी चुदाई करता और एक दिन उस भगवान ने मेरे मन की बात को सुनकर मुझे चुदाई का वो मौका दिया और अब आप सभी पढ़कर मज़े ले और मुझे मैल करके बताना ना भूले। दोस्तों एक दिन में किसी काम की वजह से मेरी पड़ोसन के घर पर दोपहर के समय करीब दो बजे चला गया। वो गर्मियों के दिनों की बात है और में जब वहां पर पहुंचा तो उन्होंने ही दरवाजा खोला तब वो मुझे उस समय ज़ोर ज़ोर से हांफती सी लग रही थी और उनकी तेज चली हुई सांसो की वजह से बूब्स भी बड़ी तेज़ी से ऊपर नीचे होकर उभर रहे थे, जिनको देखकर में बड़ा चकित हुआ और मेरी नजर बार बार गोरे एकदम गोल आकार के बूब्स पर ही जाकर टिक रही थी, इसलिए में कुछ देर तक उनको देखता ही रहा। फिर उन्होंने मेरी नजर अपने बूब्स पर देखकर मेरी तरफ हल्की सी शरारत भरी हंसी के साथ देखकर मुझे अंदर आने के लिए कहकर सोफे पर बैठा दिया और फिर वो मुझसे बोली कि आज घर पर कोई भी नहीं है क्योंकि सभी लोग किसी रिश्तेदार की शादी में बाहर गये है और वो सभी अब कल तक वापस आएँगे और इसलिए आज में घर पर पूरा दिन रात अकेली ही हूँ।
फिर मैंने उनके मुहं से यह बात सुनकर उसी समय उठकर कहा कि ठीक है तो में अब चलता हूँ और में फिर कभी बाद में आ जाऊंगा, लेकिन तभी उन्होंने मेरा हाथ पकड़कर मुझे वापस नीचे बैठाते हुए कहा कि तुम्हे इतनी जल्दी भी क्या है? देखो बाहर बहुत तेज गरमी है अभी तुम मेरे साथ बैठो, कुछ बातें करो, थोड़ा ठंडा पियो उसके बाद चले जाना। फिर वो तुरंत जाकर हम दोनों के लिए ठंडा बनाकर ले आई और हम दोनों साथ में बैठकर उसको पीने लगे थे, उस वक़्त वो बहुत मस्त सेक्सी लग रही थी और उन्होंने ड्रेस भी कुछ ऐसी पहन रखी थी कि उसमें से उनके 50% बूब्स बाहर निकलने को बेताब हो रहे थे और में उसके मन में चल रही उस बात को अब थोड़ा बहुत समझ चुका था। मुझे लगने लगा था कि उसको शायद सेक्स करने का विचार बन रहा था, इसलिए वो मुझे अपने घर पर कुछ देर रुकने के लिए कह रही थी और में भी यह बात सोचकर मन ही मन थोड़ा सा खुश हो चुका था। अब मैंने थोड़ी सी हिम्मत करके उनसे पूछा कि वो अभी कुछ देर पहले दरवाजा खोलते समय इतना ज़ोर से हाफ क्यों रही थी? उनका पूरा चेहरा पसीने के क्यों भीगा हुआ था? तो वो मेरे मुहं से यह बात सुनकर घबरा सी गयी और उनके चेहरे पर दोबारा परेशानी की वजह से कुछ पसीने की बूंदे मुझे साफ नजर आने लगी थी और अब मुझे लगा कि कुछ तो गड़बड़ है जो यह मुझे बताना नहीं चाहती, मुझे कोई बात छुपाई जा रही है। फिर उन्होंने कहा कि कोई ऐसी खास बात नहीं है। में कुछ काम रही थी इसलिए मेरी सांसे उखड़ रही थी और तभी मैंने उनसे कहा कि मुझे टॉयलेट जाना है, तो उसने मुझे इशारा करके बताया कि टॉयलेट उधर की तरफ है तुम चले जाओ और फिर में उठकर चला गया और जैसे ही में टॉयलेट के अंदर गया मेरा दिमाग़ खराब हो गया और मेरा लंड भी अंदर का वो आकर्षक नजारा देखकर तुरंत उठकर खड़ा हो गया क्योंकि वहां पर लंबे लंबे कई बेंगन पड़े हुए थे और पास ही में उनकी पेंटी और ब्रा भी पड़ी हुई थी जिसको देखकर में तुरंत समझ गया कि उन्होंने अपने कपड़ो के नीचे कुछ नहीं पहन रखा है और वो इन लंबे बेंगन से मेरे आने से पहले क्या कर रही थी? फिर में जब बाहर आया तो वो मुझे अपनी बड़ी ही अजीब सी नज़र से देख रही थी और फिर मैंने उनको कहा कि लाली आप बिल्कुल भी मत घबराओ, मुझे आपके हांफने का कारण समझ में आ गया है और मैंने पास जाकर उनको अपनी बाहों में भर लिया और होंठो पर किस करने लगा। वो पहले से ही गरम थी और मेरे यह सब करने की वजह से वो और भी ज्यादा कामुक हो गयी और कुछ देर के बाद हम दोनों उनके बेडरूम में चले गये। वहां पर वो मुझसे बोली कि कुछ देर रूको में तैयार हो जाती हूँ। फिर मैंने उनसे पूछा कि आप तैयार क्यों हो रही हो आपको तैयार होकर कहाँ जाना है? तब वो बोली कि मेरी शादी तो अब तक हुई नहीं है और ना ही मैंने सुहागरात बनाई है, तो कम से कम आज में तुम्हारे साथ सुहागदिन तो अच्छी तरह से मना लूँ।

फिर मैंने कहा कि हाँ ठीक कह रही है और फिर वो अपने ड्रेसिंग रूम में चली गयी और जब वो दस मिनट के बाद बाहर आई तो मैंने देखा कि वो किसी सुंदर अप्सरा की तरह लग रही थी और मैंने बाहर निकलते ही तुरंत आगे बढ़कर उनको अपनी बाहों में भर लिया और चूमने लगा। में उनके पूरे जोश से भरे बदन को अपनी बाहों में भरकर अपनी तरफ दबाने उसको सहलाने लगा और वो बड़े आकार के बूब्स मेरी छाती को छूकर मेरे अंदर जोश का एक तूफान भर रहे थे। में उन सभी की वजह से बिल्कुल पागल हो चुका था। अब उन्होंने मुझसे कहा कि ऐसी भी कोई जल्दी नहीं है और हम दोनों आज बड़े आराम से अपना सुहाग दिन मनाएँगे और करीब आधे घंटे तक हम दोनों एक दूसरे के कपड़े खोलते हुए किसिंग करते रहे। फिर उसके बाद मैंने कपड़े उतरने के बाद उनकी चूत को पहली बार देखा जो अब तक फूलकर संतरे की फाँक की जैसे हो गयी थी। वो पूरी तरह से कामुक नजर आ रही थी और मेरा लंड जोश में आकर खड़ा होकर अपनी लम्बाई से एक इंच ज्यादा बड़ा लग रहा था। तभी मैंने उनको नीचे लेटा दिया और में उनकी चूत को चाटने लगा था और वो भी बड़ी मस्त होती गयी थी। वो मेरे सर को अपनी चूत पर दबाकर और अपने कूल्हों को ऊपर उठाकर मुझसे अपनी चूत की चटाई के मज़े लेती रही और इसलिए कुछ देर बाद में अपने लंड और वो अपनी चूत की प्यास नहीं रोक सके, क्योंकि हम दोनों अब तक बहुत जोश में आकर पागल हो चुके थे। अब वो मुझसे बोली कि में ही तुम्हारी पत्नी बन जाती हूँ और अब तुम मुझे अपनी पत्नी समझो और मेरे साथ वो सब कुछ करो जो एक पति अपनी पत्नी के साथ करता है। इतना कहकर उन्होंने मुझे किस करना शुरू कर दिया और वो मेरे होंठो को वो बुरी तरह से किस करने लगी थी। अब उनको मैंने खींचकर दोबारा बेड पर एकदम सीधा लेटा दिया और में उनकी चूत को किस करने लगा। फिर करीब दस मिनट तक में उसको चूमता सहलाता रहा। फिर में उसके बाद उनके बूब्स को अपने मुहं में लेकर उनको भी बारी बारी से चूसने और साथ साथ दबाने भी लगा था और वो सिर्फ़ आहह उफ्फ्फ्फ़ कर रही थी। में बूब्स को चूसता ही रहा और थोड़ी देर बाद मैंने जब उनकी चूत की तरफ देखा तो वो अब तक बहुत गीली हो चुकी थी और अब लाली सिसकियाँ भरकर कह रही थी कि तुम मुझे आज से पहले क्यों नहीं मिले उफफ्फ्फ्फ़ अह्ह्ह तुम मेरे जीवन में पहले क्यों नहीं आए। में इस दिन के लिए कब से तरस रही थी आह्ह्ह्ह आज तुम मुझे एक पूरी औरत बना दो प्लीज, आज तुम मुझे जमकर चुदाई के पूरे मज़े दो और वो यह बातें कहते हुए सिसकियाँ ले रही थी अआह्ह हाँ ऐसे ही और अब तक हम दोनों ही बहुत ज्यादा गरम हो चुके थे कि हम दोनों को कमरे में चल रहे ए.सी की ठंडाई के बाद भी पसीना आ रहा था। अब वो मेरे लंड को अपने एक हाथ में लेकर खींच रही थी और साथ ही साथ कस कसकर दबा भी रही थी। फिर तभी थोड़ी देर बाद उन्होंने अपनी कमर को ऊपर उठा लिया और मेरे तने हुए लंड को अपनी दोनों गरम गदराई हुई गोरी जाँघो के बीच में लेकर रगड़ने भी लगी थी और इतना सब करने के बाद वो अब मेरी तरफ करवट लेकर लेट गयी जिसकी वजह से वो बड़े आराम से मेरे लंड को ठीक तरह से पकड़ ले, यह सब करने की वजह से अब उसके बूब्स मेरे मुँह के बिल्कुल पास थी और में उन्हे कस कसकर दबा रहा था।

तभी अचानक से उन्होंने अपने एक बूब्स को मेरे मुँह में डालते हुए मुझसे कहा कि आज तुम इनको जमकर चूसो इनको अपने मुँह में लेकर इनका पूरा रस निचोड़ दो और दबाओ इनको ज़ोर से। आज तुम मेरी सभी इच्छा को पूरा कर दो। अब मैंने यह सभी बातें सुनकर उनके एक बूब्स को अपने मुँह में भर लिया और में ज़ोर ज़ोर से उनको चूसने लगा था। मुझे ऐसा करने में बड़ा मस्त मज़ा आ रहा था, लेकिन फिर थोड़ी देर के लिए मैंने उनके बूब्स को अपने मुँह से बाहर निकालकर उनको चूमने लगा। अब उन्होंने मुझसे कहा कि अगर तुम मुझे पहले ही खुश कर देते तो हम पता नहीं कितनी बार सुहागदिन और रात मना चुके होते, खेर अब तो में तुम्हारी ही हूँ और तुम्हारा जब भी मन यह सब करने का करे तुम मुझे एक दिन पहले ही बता देना, में अपनी तैयारी पूरी कर लूंगी और हम दोनों बड़े मस्त मज़े करेंगे। फिर मैंने यह बातें सुनकर ज्यादा देर ना करते हुए सही मौका देखकर अपना लंड उसकी चूत के मुहं पर रखकर एक ज़ोर का धक्का मारकर गीली चूत में डाल दिया जो कि अभी भी बड़ी टाइट थी और लंड डालने के बाद मुझे महसूस हुआ कि चूत बड़ी कसी हुई अंदर से बहुत गरम गीली भी थी। अब में धक्के देते हुए अपने लंड धीरे धीरे लाली की कसी हुई चूत के अंदर-बाहर करने लगा था और मेरा लंड चूत को रगड़ता हुआ अंदर बाहर हो रहा था। ऐसा करने में हम दोनों को बड़ा जोश और भी बहुत मस्त मज़ा आ रहा था। फिर कुछ देर धक्के देने के बाद मैंने महसूस किया कि अब उन्होंने भी अपने दोनों कूल्हों को ऊपर उठाकर मुझसे मेरे धक्कों की स्पीड को बढ़ाकर उनकी चुदाई करने को कहा। फिर मैंने भी उनकी वो बात सुनकर अपने धक्कों की स्पीड को पहले से ज्यादा बढ़ा दिया था। में और भी तेज़ी से अपने लंड को उनकी चूत के अंदर-बाहर करने लगा था, जिसकी वजह से उनको अब पूरी मस्ती आ रही थी और वो नीचे से अपनी कमर को बार बार उठाकर मेरे हर एक धक्के का जवाब देने लगी थी, जिसकी वजह से उस कामुक चूत में मेरा लंड समाए हुए तेज़ी से अंदर बाहर हो रहा था और ऐसा करने की वजह से मुझे लग रहा था कि जैसे में जन्नत में पहुँच गया हूँ और जैसे जैसे वो झड़ने के करीब आ रही थी उसकी अपनी कूल्हों को ऊपर उठाने की रफ़्तार बढ़ती ही जा रही थी। अब उन्होंने अपने दोनों पैरों को मेरी कमर पर रखकर मुझे कसकर जकड़ लिया था और वो अब ज़ोर ज़ोर से हांफने लगी थी। वो पूरा कमरा हमारी चुदाई की आवाज़ से भरा पड़ा था, हाँ आह्ह्ह्ह मेरे राजा में मर गई रे उफ्फ्फ्फ़ हाँ तू ऐसे ही चोद, ज़ोर से धक्के देकर तू मुझे चोद ऊऊईईईईईई माँ आईईईई मेरी चूत फट गई रे। दोस्तों बस ऐसे ही लगातार धक्के देते हुए करीब 45 मिनट निकल चुके थे जिसका हम दोनों को बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था, इसलिए में जोश में आकर ज़ोर से धक्के देता गया और अब मेरा भी वीर्य निकलने को तैयार था तभी वो मुझसे बोली कि में तो हो गई और फिर में भी ज्यादा ज़ोर से धक्के देने लगा था और करीब दस मिनट के बाद मेरा भी वीर्य निकल गया और मैंने उससे उनकी चूत को पूरा भर दिया और उस दमदार धक्कों से हुई चुदाई की वजह से हम दोनों ही तेज तेज हांफने लगे थे और झड़ जाने के बाद एक दूसरे से चिपक गये थे।
फिर कुछ देर बाद जब हम दोनों एक दूसरे से अलग हुए और मैंने टाइम देखा तो उस समय 7 बज रहे थे, तो हम दोनों साथ में बाथरूम में चले गये और हम दोनों ने एक साथ नहाने का मज़ा लिया। एक दूसरे को पानी डालकर अच्छी तरह नहलाया और उसके बाद बाथरूम से बाहर आकर साथ में बैठकर बातें हंसी मजाक करते हुए कॉफी का बड़ा मज़ा लिया। फिर उस समय वो मुझसे कहने लगी कि आज तुमने मुझे पूरी तरह से एक औरत बना दिया है और में तुम्हारी इस चुदाई से बहुत खुश हूँ तुमने मुझे बड़ा मस्त मज़ा दिया है, जिसकी वजह से में बहुत खुश हूँ तुम बोलो में तुम्हारे लिए अब क्या करूं जिसकी वजह से तुम भी मुझसे खुश हो जाओ? दोस्तों तब तक मुझे भी जोश के साथ साथ थोड़ा थोड़ा मज़ा वापस आने लगा था और इसलिए मैंने उससे कहा कि लाली पहले हम दोनों थोड़ा सा आराम कर लेते है और उसके बाद आगे कुछ करने की बात के बारे में सोचेंगे कि हमें अब इसके आगे ऐसा क्या करना है जिससे हमें और भी ज्यादा मज़े मिले? यह बात कहकर हम दोनों ज़ोर ज़ोर से हंसने लगे और वैसे ही हम दोनों पूरे नंगे थे। तभी वो मुझसे कहने लगी कि तुम आज मेरे साथ ही रुक जाओ, हम दोनों रात भर भी बहुत मज़े मस्ती करेंगे। फिर मैंने तुरंत ही कहा कि हाँ मेरी रानी अब में तेरे साथ सुहागरात भी मनाऊंगा, सुहागदिन के मज़े तो में पहले ही ले चुका हूँ और अब यही काम बाकि रह गया है, इसको भी आज हम दोनों पूरा कर लेते है। इतना कहकर हम दोनों का नंगापन अपने आप एक दूजे को गरम करने लगा था। हम दोनों प्यार से एक दूजे के अंगो को छूकर या चूमकर जोश में लाने लगे थे और अब तक हम दोनों कुछ ही देर में वापस पूरी तरह से चार्ज हो चुके थे और हम एक दूसरे को किस भी कर रहे थे और फिर वो मुझे पागलों की तरह चूमने लगी थी, जिसकी वजह से मुझे भी तब तक उसके जिस्म का नशा हो चुका था और इसलिए मैंने ज्यादा देर ना करते हुए वहीं पर उनको नीचे लेटाकर अपना लंड उनकी चूत में डाल दिया और दोनों बूब्स को ज़ोर ज़ोर से मसलने भी लगा था और साथ ही साथ में उनकी चूत में अपने लंड को अंदर और अंदर ले जाने के लिए ज़ोर ज़ोर से झटके भी लगा रहा था और इधर लाली सिसकियाँ लेने लगी थी वो आआहह उह्ह्हह्ह हाँ और ज़ोर से लगाओ हाँ ऐसे ही धक्के लगाओ कहकर वो आहें ले रही थी और हम दोनों वैसे ही जोश में आकर ताबड़तोड़ धक्के देकर करीब आधे घंटे तक चुदाई करने के बाद जब मेरा वीर्य निकलने वाला था तो मैंने उसके दोनों बूब्स को धीरे धीरे से दबाने के साथ साथ सहलाना भी शुरू कर दिया, जिसकी वजह से लाली भी थोड़ी देर में मस्ती में आ गयी और मेरे हर एक झटके के साथ वो अपने मुहं से ऊउह्ह्ह्हहह माँ की आवाज़ निकाल रही थी और थोड़ी ही देर में हम दोनों एक साथ ही झड़कर ठंडे हो गये और मैंने अपना पूरा वीर्य उनकी चूत में डाल दिया। फिर दो घंटे के बाद हम दोनों एक बार फिर से चुदाई करने के लिए तैयार थे और दोस्तों आप तो अच्छी तरह से जानते ही है कि फिर दोबारा उसके बाद में भी क्या हुआ होगा? उस चुदाई के बाद हम दोनों को जब भी कोई अच्छा मौका मिलता हम अपना काम करते रहे।
दोस्तों उस दिन के बाद जब कभी भी हमे कोई ऐसा मौका मिला जिसका हम पूरी तरह से फायदा उठा सकते थे हम दोनों ने जी भरकर चुदाई का पूरा सुख पाया। वो भी उछल उछलकर हर बार मेरा साथ देती रही और उसका नतीजा यह हुआ कि लाली ने कुछ महीनों के बाद एक दिन मुझे बताया कि में तुम्हारे बच्चे की माँ बनने वाली हूँ और उसके मुहं से यह बात सुनकर हम दोनों ख़ुशी से झूम उठे और पूरी तरह से मदहोश हो गये और उस दिन हमारे पास एक अच्छा मौका था, इसलिए हम दोनों ने खुश होकर पूरे तीन बार सफलता पूर्वक चुदाई के मज़े लिए। हमें उस दिन भी चुदाई का बड़ा मस्त मज़ा आया ।।
धन्यवाद