मुँहबोली मामी को चोदकर खुश किया

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हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम अजीत है, मेरी उम्र बीस है और मेरी लम्बाई 5.11 इंच है। में खेल कूद कसरत करने की वजह से बहुत अच्छे गठीले बदन का होने की वजह से अच्छा दिखता हूँ और मेरे लंड का आकार 8 इंच है। दोस्तों में दिल्ली के रोहिणी के आसपास में रहता हूँ जब में उम्र में छोटा था तब से मुझे सेक्स करने की बहुत इच्छा होती थी, क्योंकि मेरा उस समय एक बहुत पक्का दोस्त था और जिसका नाम गौरव था। वो मुझसे उम्र में करीब 6 साल बड़ा था, में हर समय बस उसी के साथ रहता घूमता मस्तियाँ बड़े मज़े करता था और वो मुझसे हर एक बात किया करता था। दोस्तों वो मुझे ब्लूफिल्म भी दिखाता था और इसलिए तब से मुझे सेक्स करने की इच्छा ज्यादा होने लगी थी। फिर धीरे धीरे मुझे ब्लूफिल्म देखने की एक गंदी आदत पड़ गई थी और मैंने छुप छुपकर ब्लूफिल्म देखना शुरू कर दिया और फिर उम्र बढ़ने के साथ साथ ही अब मेरे लंड से पानी भी निकलना शुरू हो गया था और अब में सेक्स करने के लिए पागल होने लगा था। बस कैसी भी कोई भी लड़की मुझे सेक्स के लिए मिल जाए और बस में यह सोचता रहता था कि मुझे उसके साथ जमकर चुदाई के मज़े लेने है।
दोस्तों चलो अब में आप सभी को अपनी सच्ची घटना को सुनाना शुरू करता हूँ और में पहले यह बता दूँ कि अब में भी आप लोगों की तरह सेक्सी कहानियों को पढ़कर उनके मज़े लेने लगा हूँ क्योंकि अब मुझे ऐसा करने में भी बड़ा मस्त मज़ा आने लगा है और एक दिन मेरे मन में अपनी इस कहानी को लिखने के विचार आया और मैंने लिखकर तैयार करके आज इसको आपकी सेवा में हाजिर किया है। दोस्तों यह कहानी मेरी और मेरी मामी की सच्ची घटना है उसकी उस पहली चुदाई को करने के बाद ही मुझे चुदाई करने का बहुत अनुभव हुआ है। एक दिन मेरी माँ का मेरी नानी के घर जाने का विचार बन गया और उन दिनों मेरी गर्मियों की छुट्टियाँ भी चल रही थी और में अपने घर में बड़ा था इस वजह से मुझे अपने घर में ही रहना पड़ता था, क्योंकि घर पर कोई ना कोई रहना चाहिए है और इसलिए मेरी माँ ने मुझे मेरे घर में अकेला ही छोड़ दिया और वो मेरा ध्यान रखने के लिए मेरी मामी को बोलकर चली गई। दोस्तों वो मेरी कोई असली मामी नहीं थी, वो तो बस मेरी माँ उनके पति को भैया कहती थी, इसलिए में उन्हे हमेशा अपनी मामी ही कहकर बुलाता था। दोस्तों मेरी वो मामी उम्र में करीब 29 साल की थी। उनकी दो लड़कियाँ भी थी और उनके अभी तक कोई लड़का नहीं था, इसलिए वो बड़ी दुखी रहती थी।
दोस्तों क्योंकि मेरे मामा में कुछ समस्या थी और वैसे हर एक औरत चाहती है कि उनका भी कोई लड़का हो और इस वजह से वो बड़ी परेशान भी रहती थी और यह बात मुझे पता ऐसे चली क्योंकि एक बार मेरी मामी हमारे घर पर आकर मेरी मम्मी से इस बारे में बात कर रही थी और मैंने उनकी वो बातें चोरी छिपे सुन लिया करता था। फिर जब मेरी मम्मी मेरी नानी के घर चली गई, तब में घर का सभी काम करके ब्लूफिल्म देख रहा था और मेरा लंड खड़ा हो गया और में अपना लंड सहलाने लगा था, जिसकी वजह से मेरे लंड का पानी निकल गया और में झड़कर शांत हो गया और फिर में उसको देखकर सो गया। फिर में सोकर करीब तीन बजे उठा और में एक बार फिर से ब्लूफिल्म देखने लगा, क्योंकि मुझे घर में कुछ काम तो नहीं था, इसलिए में बड़े आराम से ब्लूफिल्म देखने लगा था। अब उस फिल्म को देखते समय मेरा लंड एक बार फिर से तनकर खड़ा हो गया और में अब अपना लंड सहलाने लगा था। तभी इतने में दरवाजे की घंटी बज गई और उस समय में घर के अंदर वाले कमरे में था और फिर में ऐसे ही दरवाजा खोलने चला गया और मैंने देखा कि मेरी मामी दरवाजे के बाहर खड़ी हुई थी।

अब वो मुझसे पूछने लगी कि अजीत तुम क्या कर रहे थे, जो तुम्हे आकर दरवाजा खोलने में इतना समय लगा? मैंने कहा कि कुछ नहीं में टीवी देख रहा था ज्यादा तेज आवाज होने की वजह से मुझे पता नहीं चला, इसलिए मुझे आने में इतना समय लगा। दोस्तों उस समय भी मेरा लंड खड़ा हुआ था और उन्होंने मेरे खड़े लंड को देख भी लिया था और वैसे मुझे भी यह पता था, क्योंकि में उन्हे जानबूझ कर अपना लंड दिखाना चाहता था। अब वो मेरे कहने पर अंदर आ गई और वो मुझसे पूछने लगी कि अजीत क्यों तुम्हे भूख तो नहीं लगी है? मैंने उनको बोला कि नहीं मैंने अभी बाहर जाकर होटल से खाना लेकर खा लिया है। अब वो मुझे डांटने लगी कि क्या तुम मेरे घर खाना खाने नहीं आ सकते थे? फिर मैंने उनसे बोला कि अब में शाम को खाना खाने आ जाऊंगा और फिर वो चली गई। दोस्तों में दोबारा फिल्म देखने बैठ गया और शाम को में उनके घर चला गया, उस समय वो रसोई में खाना बना रही थी और उस समय उन्होंने एकदम जालीदार सूट पहना हुआ, क्योंकि उन दिनों गर्मी भी बड़ी तेज थी और इसलिए उन्हे पसीना भी बहुत आ रहा था। दोस्तों इस स्थिति में मुझे उनकी काली रंग की ब्रा और पेंटी साफ़ नजर आ रही थी और उस मनमोहक द्रश्य को देखकर मेरा लंड भी तनकर खड़ा हो गया।
फिर वो कुछ देर बाद किचन से बाहर आई और मुझसे अपना पसीना साफ करने के लिए टावल माँगा, मैंने उनको दे दिया और अब भी मेरा लंड खड़ा हुआ था। दोस्तों मुझे पहले से ही पता थी कि मामी भी मुझे अपनी उस नज़र से देखती है, जिस नज़र से में उन्हे देखता हूँ, इसलिए उन्होंने मेरा लंड खुश होकर खड़ा देख लिया और वो अब ऐसे देखने लगी थी जैसे कि कभी उन्होंने कुछ देखा ही नहीं था। फिर कुछ देर बाद में खाना खाते समय उनसे बातें करने लगा और मेरे कुछ बाल सफेद हो गए थे, इसलिए मैंने उनको पूछा कि मामी मेरे बाल सफेद क्यों हो रहे है? तभी मामी झट से बोली कि जो तुम करते हो उसकी वजह से तुम्हारे साथ ऐसा हो रहा है। अब मैंने थोड़ा सा चकित होकर उनको पूछा कि में ऐसा क्या करता हूँ जिसकी वजह से मेरे साथ ऐसा हो रहा है आप प्लीज मुझे खुलकर बताओ ना? अब मामी मेरी तरफ मुस्कुराते हुए मुझसे बोली कि तुम अब ज्यादा नासमझ मत बनो क्यों कल जब में तुम्हारे घर आई थी, तब तुम घर में अकेले क्या देख रहे थे? और उसको देखकर तुम जो काम करते हो उसकी वजह से तुम्हारे यह बाल इतने सफेद हो रहे है और तुम इस वजह से ही दिनों दिन इतने पतले भी होते जा रहे हो, क्या तुमने कभी अपने शरीर को ध्यान से देखा है? यही उम्र होती है सभी के शरीर के विकास होने की।
फिर मैंने दोबारा उनको पूछा कि में क्या करता हूँ आप मुझे बताओ? में यह सब जानबूझ कर मामी से पूछने लगा और अब मेरी मामी भी धीरे धीरे मुझसे खुलकर बातें करने लगी थी। अब मेरी मामी मुझसे बोली कि तुम अकेले में ब्लूफिल्म देखते हो और उसको देखकर अपना पानी भी निकालते हो जिसकी वजह से तुम्हारे साथ यह सब हो रहा है और कल भी तुम यही सब मेरे आने से पहले कर रहे थे, लेकिन मेरे पूछने पर तुमने मुझसे झूठ कहा। अब मैंने भी पूरी तरह से खुलकर उनको कहा कि मामी आप ही मुझे बताओ में क्या करूं में जब भी घर में अकेला होता हूँ तब मुझसे यह काम किए बिना रहा नहीं जाता और ब्लूफिल्म को देखते समय में जोश में आकर अपना पानी भी निकाल देता हूँ। वैसे में ऐसा नहीं करना चाहता और अब आप ही मुझे रास्ता बताओ? लेकिन वो अपने मुहं से कोई भी शब्द नहीं बोली और फिर मैंने उनका मूड देखकर अपनी मामी से पूछा कि मामी क्या आपने भी कभी कोई फिल्म देखी है? मामी ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया कि हाँ मैंने एक बार देखी है और जब तुम्हारे मामा से मेरी शादी हुई थी, लेकिन उसके बाद से मैंने दोबारा वो सब नहीं देखा।

अब उनके मुहं से यह बात सुनकर मेरी हिम्मत पहले से ज्यादा बढ़ गई थी, इसलिए मैंने अब अपनी मामी को मेरे साथ ब्लूफिल्म देखने के लिए मेरे घर आने के लिए कह दिया। फिर वो मेरे मुहं से उस बात को सुनकर एकदम चकित होकर मुझसे कहने लगी कि तुम यह मुझसे क्या बोल रहे हो, क्या तुम्हे पता भी है? कि में तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नहीं हूँ बल्कि रिश्ते में तुम्हारी मामी लगती हूँ। अब में उनके मुहं से ऊँची आवाज में वो बात सुनकर थोड़ा सा डर गया और फिर वो दूसरे ही पल मुस्कुराते हुए पूछने लगी कि क्या तुम मुझे वो दिखा सकते हो? अगर ऐसा है तो मुझे कोई भी आपत्ति नहीं है वैसे में भी बड़े दिनों से इस काम को करने के बारे में सोच भी रह थी। अब मैंने खुश होकर उनको कह दिया कि हाँ मामी क्यों नहीं? अब आपको कोई आपत्ति नहीं है तो मुझे क्यों होगी? में जरुर आपको वो सब बिना किसी रुकावट और टेंशन से मुक्त होकर बड़े आराम से दिखा सकता हूँ, मेरे घर में हम दोनों अकेले में देखकर उसके बड़े मज़े ले सकते है। फिर मैंने उनसे बोला कि कल आप अपने घर का सभी काम खत्म करके मेरे घर आ जाना, वहीं पर हम साथ में बैठकर उसको दिख सकते है।
दोस्तों में उनके साथ इधर उधर की बातें कुछ देर हंसी मजाक करके अपने घर वापस आ गया और उसके बाद में बहुत खुश होकर दूसरे दिन उनके साथ चुदाई के सपने देखकर उनके नाम से मुठ मारकर ना जाने कब सो गया। फिर वो दूसरे दिन दोपहर के समय मेरे घर आ गई और में भी तैयार था, क्योंकि में पहले से ही उन्हे चोदने का प्लान बना चुका था इसलिए में बड़ा खुश था। फिर वो मेरे घर आ गई और मैंने दरवाजा खोलकर उनको अंदर बुलाकर तुरंत दरवाजा दोबारा बंद कर दिया। अब वो अंदर आकर हंसते हुए मुझसे पूछने लगी क्यों तुम क्या कर रहे थे? मैंने उनको बोल कि आप खुद ही कमरे के अंदर आकर देख लो। दोस्तों में उस समय भी एक ब्लूफिल्म को देख रहा था और उनके आने पर मैंने उसको वहीं रोक दिया था। अब वो मेरे कहने पर बेड पर बैठ गई और मैंने दोबारा उस फिल्म को शुरू कर दिया, जिसमे कुछ देर चूमने चाटने के बाद लंड को चूत में डालकर तेज धक्के देते हुए चुदाई के मज़े लेने लगे थे। फिर धीरे धीरे वो उस फिल्म को देखकर वो बहुत गरम हो गई और उनके साथ ही में भी बहुत गरम हो रहा था, इसलिए अब मेरा लंड अपने पूरे जोश में आकर तनकर खड़ा होकर मामी चूत को सलामी देने लगा था, जिसकी वजह से में मस्ती के सातवें आसमान पर था।
अब में मन ही मन में सोच रहा था कि कैसे में मामी की चुदाई का वो काम शुरू करूं और में कहाँ से शुरू करूं? उसी समय मैंने कहा कि मामी क्या आपने कभी ऐसे मामा के साथ किया है? तभी वो मेरे मुहं से वो बात सुनकर उदास होकर कहने लगी कि मेरी ऐसी किस्मत कहाँ है? वो तो बस रोज रात को आकर जल्दी ही सो जाते है, उनको मेरी बिल्कुल भी परवाह नहीं है। अब मैंने हिम्मत करके उनको कहा क्या आप ऐसा करना चाहोगी? अगर आप कहे तो में आपके साथ ऐसा कर सकता हूँ। फिर मामी ने मेरे मुहं से यह बात सुनकर झट से हाँ बोल दिया और फिर उस समय मेरा मुझ पर बिल्कुल भी काबू नहीं रहा और में उसी समय अपनी मामी के ऊपर टूटा जैसे कोई भूखा शेर अपने शिकार के ऊपर झटप जाता है। फिर मैंने मामी को तुरंत हल्का सा धक्का देकर बेड पर लेटा दिया और में उनके ऊपर लेटकर उनके गुलाबी होंठो को चूसने लगा। ऐसा करने में हम दोनों को बड़ा मस्त मज़ा आ रहा था और कुछ देर बाद वो भी मेरा साथ देने लगी थी। फिर करीब दस मिनट तक हम दोनों एक दूसरे के होंठो को चूसते ही रहे और अब में अपने एक हाथ से उनके मोटे बूब्स को मसलने दबाने भी लगा था और वो मेरे लंड को मेरी पेंट के ऊपर से मसलने लगी थी।
अब धीरे धीरे मैंने उनके सारे कपड़े उतार दिए और उन्होंने मेरे भी सभी कपड़े एक एक करके उतार दिए और में अब उनके बूब्स का रस चूसने किसी छोटे बच्चे की तरह निप्पल को अपने मुहं में भरकर मज़े लेने लगा था। दोस्तों हम दोनों के बीच चले उस खेल के बाद अब मामी एकदम गरम होकर जोश में आकर मुझसे कहने लगी थी कि हाँ और करो अजीत ऊह्ह्ह्ह हाँ आज तुम मुझे चोदो और मुझे तुम अपने होने वाले लड़के की माँ बना दो आह्ह्ह तुम चोदो मुझे और अपना सारा वीर्य तुम निकाल दो मेरी इस चूत में और मुझे वो चुदाई के मज़े दो जिसके लिए में बड़ा तड़प रही हूँ। अब में उनके मुहं से इतना सब सुनते ही पूरी तरह से जोश में आ गया और में उनकी चूत में अपनी एक उंगली को डालकर अंदर बाहर करने लगा था और फिर उनके मुहं से सिसकियों की आवाज़ आने लगी थी वो ऊहह्ह्ह ओह्ह्ह्ह मर गई हाँ अजीत और चूसो, चोदो तुम मेरी चूत को, आज तक मेरी चूत को पहले किसी ने नहीं चूसा है, लेकिन तुम आज इसको जी भरकर चूस लो, मुझे बहुत मज़ा आ रहा है, हाँ तुम ऐसे ही करते रहो। फिर में जोश में आकर उनकी चूत को चूसने के साथ साथ अपनी ऊँगली को डालकर चोदने भी लगा था और मुझे भी यह सब करने में बहुत मस्त मज़ा आ रहा था और करीब दस मिनट के बाद वो झड़ गई और में उनका सारा पानी पी गया।

अब उन्होंने मेरे लंड का टोपा अपने मुहं के पास किया और तुरंत झपटकर लंड को अपने मुहं में लेकर वो चूसने लगी, जिसकी वजह से मुझे बहुत मज़ा आने लगा था, क्योंकि उस दिन पहली बार कोई मेरा लंड अपने मुहं में भरकर उसको चूस चाट रहा था और करीब दस मिनट बाद में भी झड़ने लगा और मैंने बोला कि मामी में अब झड़ने वाला हूँ। तभी वो बोली कि तुम सारा वीर्य मेरे मुहं में निकाल दो और फिर मैंने अपना वीर्य उनके मुहं में निकाल दिया और वो मेरे लंड का सारा वीर्य चूस गई। फिर में उनके बूब्स को चूसने लगा और अब उन्हे भी दोबारा मज़ा आने लगा था और धीरे धीरे मेरा लंड दोबारा से तनकर खड़ा होने लगा था। अब वो मुझसे कहने लगी कि तुम मुझे अब इतना मत तड़पाओ अब तुम मेरी चूत में अपने लंड को डाल दो और मेरी जमकर चुदाई करो। फिर मैंने उसी समय उनके दोनों पैरों को पूरा फैला दिया और में अपना लंड उनकी चूत के मुहं पर रगड़ने लगा। कुछ देर ऐसा करने के बाद मैंने अपने लंड को उनकी चूत के मुहं पर रख दिया और एक ज़ोर के धक्के में अपने पूरे लंड को अंदर डाल दिया और वो दर्द की वजह से ज़ोर से चिल्ला पड़ी आह्ह्ह्ह माँ में मर गई उफफफ्फ़ उन्हे हल्का सा दर्द हुआ, क्योंकि मेरा लंड अभी कम आकार का था और उस समय मेरी उम्र भी कुछ कम थी।
अब में धीरे धीरे धक्के मारने लगा, तभी कुछ देर बाद वो मुझसे कहने लगी कि अजीत और तेज करो क्या ऐसे धीरे धीरे करते हो, मुझे ऐसा मज़ा नहीं आता। फिर मैंने उनके कहने पर अपने धक्को की स्पीड को पहले से ज्यादा बढ़ा दिया और वो मेरे हर एक धक्के के साथ सिसकियाँ ले रही थी ऊउह्हह आह्ह्ह्हह अजीत वाह मज़ा आ गया, तुमने मुझे आज एक पूरी औरत बना दिया हाँ तुम ऐसे ही धक्के लगाते रहो। अब में खुश होकर पूरी तरह जोश में आकर धक्के मारता रहा, करीब बीस मिनट के बाद में झड़ने वाला था इसलिए मैंने उनसे बोला कि मामी में अब झड़ने वाला हूँ। मेरा पानी बाहर निकलने वाला है। फिर वो बोली कि हाँ में भी कुछ ऐसा ही महसूस कर रही हूँ, लेकिन तुम अपना सारा वीर्य मेरी चूत में ही निकाल देना, क्योंकि में उसको अपने अंदर महसूस करना चाहती हूँ। फिर मैंने कहा कि हाँ ठीक है और में थोड़ी देर के बाद ही झड़ गया और मैंने अपना सारा वीर्य उनकी चूत में निकाल दिया। दोस्तों उसके बाद हम दोनों वैसे ही पूरे नंगे लेटे रहे और फिर जब कुछ देर बाद मेरा लंड दोबारा खड़ा हुआ तो मैंने उन्हे चोदना शुरू किया, में शाम तक उनकी वैसी ही चुदाई करता रहा और वो भी मेरा पूरा पूरा साथ देकर आराम से अपनी चुदाई करवाती रही। दोस्तों मैंने उन्हे पहले दिन में चार बार चोदा और में हमारी उस पहली चुदाई के बाद उन्हे दो साल तक लगातार जब भी हमे कोई अच्छा मौका मिलता, कभी मेरे घर तो कभी उनके घर में जाकर चोदता ही रहा, जिसकी वजह से उन्हे पहले साल में ही लड़का पैदा हुआ जिसको पाकर वो बड़ी खुश थी, क्योंकि यह उनकी इच्छा थी जो मेरी उस लगातार चुदाई की वजह से पूरी हुई थी और फिर उन्होंने मुझे उसके बाद कभी भी अपनी चुदाई के लिए मना नहीं किया। दोस्तों फिर दूसरे साल के आखरी तक हम सभी घर वाले वहां से रोहिणी में आकर रहने लगे थे। दोस्तों यह था मेरा पहली बार का सच्चा सेक्स अनुभव अपनी मुँहबोली मामी के साथ ।।
धन्यवा