भाभी ने अपने अंतर्वस्त्र मुझे दिखा दिए

HOT Free XXX Hindi Kahani

मेरा नाम संतोष है मैं कोलकाता का रहने वाला हूं, मैं ज्यादातर समय अपने काम पर ही बिताता था इसलिए मुझे घर पर वक्त बिताने का समय नहीं मिल पाता, मुझे अपने आस पड़ोस के बारे में भी ज्यादा पता नहीं था। हम लोग जिस सोसाइटी में रहते हैं वहां पर ज्यादातर लोग एक दूसरे से मतलब नहीं रखते और अपने आप में ही बिजी रहते हैं इसलिए मुझे भी ज्यादा किसी के बारे में जानकारी नहीं थी, हम लोगों ने भी यह फ्लैट एक वर्ष पहले ही खरीदा था। मेरा काम भी अच्छा चल रहा है इसलिए मैंने अपने पिताजी की फ्लैट खरीदने में मदद की थी और उन्हें कुछ पैसे दिए थे हालांकि मेरी उम्र अभी 30 वर्ष है और मेरी शादी भी नहीं हुई है लेकिन मेरे पिता मुझे हमेशा कहते है कि तुम बहुत ही जिम्मेदार इंसान हो और तुम बहुत तरक्की करोगे। मुझे उनकी यह बात सुनकर बहुत खुशी होती है और मैं अपनी मम्मी से कहता हूं कि पापा मेरी बहुत ज्यादा तारीफ करते हैं।

मैं अपने काम के सिलसिले में भी अक्सर कोलकाता से बाहर रहता हूं और जब भी मुझे वक्त मिलता है मैं अपने घर पर समय बिताने की कोशिश करता लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पाता था और बहुत कम समय ही ऐसा मिलता था। एक दिन मैं अपने घर पर ही था उस दिन मैं अपने घर से बाहर निकला तो मैंने देखा हमारे पड़ोस में एक महिला भी रहती हैं, वह अपनी बच्ची को कहीं घुमाने ले कर जा रही थी उनकी बच्ची बहुत ही क्यूट थी, मैंने उनसे पूछा कि आपकी बच्ची का नाम क्या है, वह कहने लगी मेरी बच्ची का नाम रूपल है। बात करते हुए मैंने उन भाभी का नाम पूछ लिया उनका नाम आकांक्षा है, मैंने उनसे पूछा कि आप क्या यही रहती है, वह कहने लगी हां मैं यही रहती हूं।

आकांक्षा भाभी मुझसे पूछने लगी मैंने आपको यहां कभी भी नहीं देखा, मैंने उन्हें कहा कि मैं घर पर कम रहता हूं इसलिए आपने मुझे नहीं देखा होगा। मेरी अब उनसे बात होने लगी थी तो मैंने उनसे बातों बातों में पूछ लिया क्या आपके पति भी आपके साथ रहते हैं, वह कहने लगी हां मेरे पति गवर्नमेंट एम्पलाई हैं और वह यहीं कोलकाता में पोस्टेड हैं, हम लोगों को अभी यहां आए हुए 6 महीने ही हुए हैं और हमने 6 महीने पहले ही यह फ्लैट खरीदा है। जब  उन्होंने मुझे कहा कि आप किस चीज का काम करते हैं तो मैंने उन्हें बताया कि मेरी शर्ट बनाने की फैक्ट्री है और मैं वहां पर शर्ट मैन्युफैक्चरिंग का काम करता हूं, हम लोग कस्टमर से आर्डर लेते हैं और उनके पास होलसेल में वह सामान पहुंचा देते हैं, आकांक्षा भाभी कहने लगे कभी आप मेरे पति के लिए भी एक शर्ट का सैंपल ले आइएगा, मैंने उन्हें कहा कि क्यों नहीं मैं जरूर आपके लिए शर्ट का सैंपल ले आऊंगा, मैंने उनसे पूछा कौन से कलर का सैंपल लेकर आऊं, वह कहने लगे कि यदि वाइट कलर की शर्ट का आप सैंपल ले आए तो मैं उसे रख लूंगी। उन्होंने मुझे अपना फ्लैट नंबर भी बता दिया और कहने लगे कि जब भी आपको वक्त मिले तो आप जरूर मेरे लिए शर्ट ले आइएगा, यह कहते हुए वह भी चली गई और मैं भी वहां से बाहर चला गया। मैं जब बाहर गया तो मैंने सोचा कि काफी दिनों से मैंने अपनी हेयर कटिंग भी नहीं करवाई है तो आज मैं अपनी कटिंग करवा लूं, मैं जब सलून में बैठा हुआ था तो वहां पर काफी भीड़ थी, मुझे वहां एक घंटे तक इंतजार करना पड़ा, मेरे पास उस दिन वक्त था इसलिए मैं आराम से बैठा हुआ था और मैंने भी अपने एक पुराने मित्र को फोन कर दिया, मैंने जब उसे फोन किया तो मैंने उसे कहा कि आज मैं घर पर हूं यदि तुम्हारे पास वक्त हो तो हम लोग मिल लेते हैं, वह कहने लगा ठीक है मैं तुमसे आज मिलता हूं, यह कहते हुए मैंने फोन रख दिया। जब सलून में मेरा नंबर आया तो मैंने अपने बालों की कटिंग करवाई क्योंकि काफी समय से मुझे अपने बाल कटाने का भी वक्त नहीं मिल रहा था, मैं बाल कटवा कर अपने घर लौट आया और समय का पता ही नहीं चला कब समय बीत गया, जब मैं अपने दोस्त से मिलने शाम के वक्त गया तो वह मुझसे कहने लगा कि तुम तो बहुत बिजी रहने लगे हो, मैंने उसे बताया कि अब मेरे पास समय ही नहीं होता, मैंने अपना पूरा ध्यान काम पर लगा लिया है इसलिए मैं कहीं भी बाहर नहीं जाता। मैं काफी देर तक उस दिन उसके साथ बैठा रहा और उसके बारे में पूछा की तुम्हारा जीवन कैसा चल रहा है, वह कहने लगा मेरी लाइफ तो बड़ी अच्छी चल रही है।

उस दिन जब मैं घर लौटा तो मैं काफी थक गया था, मैं जल्दी खाना खा कर सो गया। एक दिन मुझे ध्यान आया कि मुझे आकांक्षा भाभी को शर्ट देनी है, मैंने भी अपनी फैक्ट्री से शर्ट उठा ली और जिस दिन मैं घर पर था उस दिन मैं आकांक्षा भाभी के घर पर चला गया, मैं जब उनके घर पर गया तो मैंने उनके घर की डोर बैल  बजाई, उन्होंने दरवाजा खोला और मुझे कहा कि आज आप हमारे घर पर कैसे आ गए, मैंने उन्हें कहा कि भाभी आपने मुझसे शर्ट मंगवाई थी तो यह शर्ट मैं आपके लिए लाया हूं। हम लोग बाहर खड़े होकर ही काफी देर तक बात करने लगे, वह मुझे कहने लगी आप अंदर बैठिये, आप कम से कम पानी पीकर तो जाइए। उन्होंने मुझे अंदर बुला लिया और जब वह मेरे पास बैठी हुई थी तो वह मुझसे पूछने लगी की शर्ट के कितने पैसे देने हैं, मैंने उन्हें कहा उसके कोई भी पैसे नहीं देने है आप मुझे बताइएगा कि यह कैसी लग रही है, मैं आकांक्षा भाभी के साथ ही बैठा हुआ था, उनकी छोटी बच्ची कमरे में सो रही थी और उनके घर में कोई नहीं था।

मैंने उन्हें अपनी बातों में इतना कन्वेंस कर लिया कि वह कहने लगी मैं आपको यह शर्ट पहन कर दिखाती हूं, उन्होंने जब वह शर्ट मुझे पहनकर दिखाई तो उनके अंतर्वस्त्र मुझे दिखाई दे रहे थे। मैंने भाभी से कहा आपने आज काले रंग की अंडरगारमेंट पहने हुए हैं। वह कहने लगी आपको कैसे पता? मैंने कहा सब कुछ साफ दिखाई दे रहा है, वह मेरी बातों में इतना कन्वेंस हो गई कि उन्होंने वह शर्ट उतार कर फेंक दी और मेरी गोद में बैठ गई। जब उनक बडी गांड मुझसे टकराने लगी तो मेरे अंदर का सेक्स भी जागने लगा। मैंने अपने लंड को बाहर निकाला तो वह मुझे कहने लगी तुम्हारा लंड तो बहुत मोटा है। मैंने उन्हें कहा आप मेरे लंड को मुंह में लीजिए, उन्होंने काफी देर तक मेरे लंड को सकिंग किया, जब मैंने उनके पूरे बदन का रसपान किया तो मैंने उनके बदन में जगह जगह लव बाइट के निशान छोड़ दिए। वह मुझे कहने लगी आप तो बड़े ही ठरकी किस्म के हैं। मैंने कहा भाभी आपको पता नहीं है मैंने उनकी योनि के अंदर उंगली को डाला तो उनकी चूत पानी छोड़ने लगी, वह उत्तेजित हो गई, मुझे बहुत अच्छा लग रहा था जब मैं उनकी चूत के अंदर बाहर कर रहा था। कछ देर मे  उन्होंने मेरे लंड को पकड़ते हुए अपनी योनि में सटा दिया, मैंने भी अपने लंड को उनकी योनि में डाल दिया। जैसे ही मेरा लंड उनकी चूत के अंदर प्रवेश हुआ तो मुझे बहुत अच्छा महसूस होने लगा, मैं उन्हें तेज गति से झटके मारने लगा। मै काफी देर तक उन्हें चोदता रहा लेकिन जब मेरी इच्छा पूरी हो गई तो मैंने उन्हें कहा आपके साथ संभोग करके मुझे बहुत मजा आया। वह कहने लगी अभी तो मेरी इच्छा पूरी नहीं हुई है। उन्होंने अपनी मुलायम गांड को मेरे सामने कर दिया, जब मैंने उनकी गांड देखा तो मेरे अंदर से सेक्स की भूख जग उठी, मैंने अपने लंड को उनकी गांड से सटाते हुए सीधे अंदर की तरफ डालना शुरू किया और उनकी गांड के अंदर तक प्रवेश करवा दिया, वह चिल्लाने लगी और कहने लगी तुम्हारा लंड तो बड़ा ही मोटा है मेरी गांड तुम तेजी से मारते रहो। मैंने उनकी गांड बड़ी देर तक मारी, जब तक मेरा वीर्य उनकी गांड के अंदर नहीं गया, हम दोनो से जो गर्मी पैदा हो रही थी, वह हम दोनों 5 मिनट तक झेल पाए और 5 मिनट बाद जब मेरा वीर्य पतन हुआ तो मैंने अपने लंड को बाहर निकाल लिया। उसके बाद हम दोनों कुछ देर तक बैठे रहे लेकिन उनकी गांड मै अपना लंड डालने का मन होने लगा, मैंने अपने लंड को उनकी गांड में डाल दिया, म उनकी गांड 2 मिनट तक मार पाया, मेरा लंड बुरी तरीके से छिल चुका था।