ना चाहते हुए भी प्रोफेसर से अपनी चूत मरवा ली

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मेरा नाम आकांक्षा है मैं मेरठ की रहने वाली हूं, मेरी उम्र 22 वर्ष है, मैं कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा हूं। मैं अपने घर में इकलौती हूं इसलिए मेरे बहुत ज्यादा नखरे हैं और मैं दिखने में भी बहुत सुंदर हूं, मेरे सुंदरता कि सब लोग बहुत तारीफ करते हैं और कॉलेज में भी कई लड़के मेरे पीछे पड़े हैं लेकिन उनकी मुझसे बात करने की हिम्मत नहीं होती क्योंकि यदि कोई मुझसे बात करता है तो मैं उसे डांट देती हूं इसीलिए कॉलेज में मुझसे लड़के काम ही बात करते हैं और मेरी कॉलेज में कुछ ही सहेलियां हैं, मुझे ज्यादा किसी के साथ रहना पसंद नहीं है। मेरा नेचर भी अलग ही प्रकार का है हालांकि मैं पढ़ने में पहले से ही अच्छी थी और बचपन से ही मैं हमेशा फर्स्ट डिवीजन में पास हुई हूं, स्कूल के समय मैं पढ़ने में बहुत अच्छी थी, स्कूल में एक लड़का मेरे पीछे काफी समय से पढ़ा हुआ था वह मुझे हमेशा परेशान करता था, पहले मैंने उसे कुछ नहीं कहा क्योंकि उसकी मम्मी मेरी मम्मी को पहचानती थी लेकिन जब एक दिन मुझे गुस्सा आया तो मैंने उसे बहुत ही अनाप-शनाप कह दिया और उसके बाद से तो उसकी जैसे हिम्मत भी नहीं हुई, उसके बाद उसने मुझसे कभी भी बात नहीं की।

मैं अपने कॉलेज की पढ़ाई में ही व्यस्त थी और उसी दौरान मुझे हमेशा मेरे नंबर पर एक फोन आता था लेकिन सामने से कोई भी कुछ नहीं कहता, पहले तो मैंने वह नंबर उठाना ही बंद कर दिया था लेकिन कुछ समय पहले उस नंबर से मुझे कुछ ज्यादा ही कॉल आने लगी, मैं सोचने लगी कि यह किसका नंबर हो सकता है जो मुझे इतना परेशान कर रहा है, मुझे समझ नहीं आ रहा था कि कौन इतना मुझे फोन कर रहा है। पहले मैंने सोचा कि मैं अपने पापा से इस बारे में बात करती हूं लेकिन फिर मुझे लगा कि यदि मैं पापा से इस बारे में बात करूंगी तो शायद उन्हें टेंशन होगी और वह लोग चिंता करने लगेंगे। मेरे मम्मी पापा मुझसे बहुत ज्यादा प्यार करते हैं इसलिए मैंने उन्हें बताना उचित नहीं समझा, जब मैंने उस नंबर के बारे में जानकारी निकालने की कोशिश की तो मुझे उस नंबर से कुछ भी पता नहीं चल पा रहा था क्योंकि जब भी मैं उस नंबर पर फोन करती तो वह नंबर हमेशा ही स्विच ऑफ आता लेकिन ना जाने उस नंबर से मेरे नंबर पर कैसे कॉल आती, मैंने भी सोच लिया था कि मैं इस नंबर की जानकारी निकाल कर ही रहूंगी।

एक दिन मैंने अपनी सहेली के नंबर से उस नंबर पर मैसेज कर दिया, पहले तो उसका कोई भी मैसेज नहीं आया लेकिन जब उसने मैसेज रिप्लाई किया तो मैंने भी उसे मैसेज करना शुरू कर दिया, मैंने उससे कहा कि तुम मेरे नंबर पर फोन करो और मुझे अपना नाम बता दो, वह कहने लगा तुम्हे अपना नाम नहीं बता सकता। मेरे दिमाग में यही बात चल रही थी कि यह कौन हो सकता है जो मुझे फोन कर रहा है, मैं बहुत ज्यादा परेशान भी हो गई थी। मैं उस नंबर पर हमेशा मैसेज करती तो उस नंबर से भी मुझे मैसेजेस आने लगे थे, ऐसा करते हुए काफी वक्त हो चुका था लेकिन मुझे जानकारी नहीं मिल पा रही थी कि आखिर यह किसका नंबर हो सकता है। मैं एक दिन अपनी क्लास में ही बैठी हुई थी, मैंने जब उस नंबर पर मैसेज किया था मैं अपनी क्लास में इधर उधर देखने लगी, मुझे लगा कि शायद मेरी क्लास का ही कोई लड़का होगा लेकिन हमारी क्लास का कोई भी लड़का नही था, मेरे समझ में नहीं आ रहा था कि वह कौन हो सकता है जो मुझे इतने मैसेजेस कर रहा है। वह मुझे मेरी तस्वीरें भी भेजने लगा था, मैं बहुत ज्यादा टेंशन में हो गई और मैंने उसे मैसेज में लिख कर भेजा कि तुम यदि मुझे अपना नाम नहीं बताओगे तो मैं आज के बाद तुमसे कभी भी बात नहीं करने वाली, वह मुझे कहने लगा यदि मैंने तुम्हें अपना नाम बताया तो तुम मुझसे कभी भी बात नहीं करोगी, मैं तुम्हें बहुत पसंद करता हूं और मैं तुम्हें देख कर ही अपना जीवन काट सकता हूं, मैं सोचने लगी ऐसा व्यक्ति कौन हो सकता है जो कि इस प्रकार की बात कर रहा है, मेरा ना तो किसी के साथ कोई रिलेशन था और ना ही मैं किसी के साथ रिलेशन में रहना चाहती थी लेकिन मैं यह तो जानना ही चाहती थी कि यह व्यक्ति है कौन जो मुझे हमेशा मैसेज करता है और हर सुबह मेंरी तस्वीर मुझे भेज देता है।

एक दिन मैं अपने कॉलेज के ग्राउंड में बैठी हुई थी और मैंने उसे मैसेज करना शुरू किया, मुझे भी सामने से मैसेज आने लगे, मैं मैसेज का जवाब देने लगी फिर मुझे लगा कि मुझे अब इस नंबर पर कॉल करना चाहिए, मैंने तुरंत ही उस नंबर पर कॉल कर दी, मैंने जैसे ही कॉल की तो मेरे सामने वाले रूम से फोन बचने की आवाज सुनाई दी, मैं जैसे ही वहां अंदर गई तो मैंने देखा कि यह तो सुरजीत सर है जो मुझे मैसेज करते हैं। मैं बहुत ही गुस्सा हो गई और मैंने उन्हें कहा कि मुझे आप से अकेले में बात करनी है, वह मुझे कहने लगे हम लोग बाद में बात करते हैं, मैंने उन्हें कहा कि मुझे अभी आपसे बात करनी है नहीं तो मैं यह बात सबको बता दूंगी,  वह भी डर गए और मुझे कहने लगे ठीक है मैं आता हूं। हम दोनों जब एक रूम में बैठे हुए थे तो मैंने उनसे पूछा आप मुझे इतने समय से मैसेज कर रहे हैं लेकिन आप मुझे बता नहीं सकते थे कि आप ही वह व्यक्ति है, वह कहने लगे यदि मैं तुम से इस बारे में बात करता तो तुम्हें बुरा लगता, मैं नहीं चाहता था कि मैं तुमसे इस बारे में बात करूं और तुम्हें बुरा लगे।

मुझे बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था, मैंने उन्हें कहा कि आप आइंदा से मुझे कभी भी मैसेज मत कीजिए यदि आप मुझे मैसेज करेंगे तो मैं आपकी कंप्लेंट कर दूंगी, उन्होंने मुझसे कहा ठीक है मैं आज के बाद तुम्हें कभी मैसेज नहीं करूंगा। उन्होंने मुझे उसके बाद काफी दिनों तक मैसेज नहीं किए लेकिन एक दिन उनका मैसेज मुझे आया और वह मुझे कहने लगे मैं तुमसे मिलना चाहता हूं लेकिन तुम अकेले ही आना। मैंने उन्हें कहा ठीक है मैं आपसे मिलने आ जाऊंगी, उन्होंने मुझे अपने घर पर बुला लिया। जब मैं उनके घर गई तो मैंने देखा वह अपने कमरे में बैठे हुए हैं और बहुत उदास है। उन्होंने उस दिन मुझे कहा कि मेरी पत्नी ने मुझे छोड़ दिया है और मैं अपने आप को बहुत अकेला महसूस करता हूं इसीलिए मैं तुम्हें मैसेज कर देता था तुम मुझे बहुत पसंद हो। उन्होंने जब मेरे कंधे पर हाथ रखा तो मैंने भी उन्हें गले लगा लिया और कहा मैं भी आपका दुख नहीं देख पा रही हूं। वह काफी उदास थे वह बहुत तेज रो रहे थे मैंने उन्हें कसकर पकड़ लिया, मैंने जब उनके लंड को उनकी पैंट से बाहर निकाला तो वह जोश में आ गए, मैंने उनके लंड को काफी देर तक अपने हाथों से हिलाया जब उनका लंड पूरा कड़क हो गया, मैंने उसे अपने मुंह में ले लिया। यह मेरा पहला अनुभव था लेकिन उनका लंड चूस कर मुझे बहुत मजा आने लगा मैं बहुत अच्छे से सकिंग करने लगी, मैंने 2 मिनट तक उनका लंड अपने मुंह मे ले ले रखा था। उन्होंने मुझे नंगा कर दिया, जब उन्होंने मेरे बदन को देखा तो वह कहने लगे आकांक्षा तुम्हारा बदन तो जैसे दूध का बना हुआ हो। उन्होंने मेरे पूरे बदन को अपनी जीभ से चाटा तो मैं भी उत्तेजित हो गई थी। मै उतावली हो गई उन्होंने जब मेरी चिकनी और मुलायम चूत को आपनी जीभ से चाटना शुरू किया तो मुझे बहुत मजा आ रहा था। जैसे ही उन्होंने अपने मोटे से लंड को मेरी योनि पर लगाया तो उनका लंड गरम था, उन्होंने धीरे से मेरी योनि के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवा दिया, जैसे ही उनका लंड घुसा तो मैं चिल्लाने लगी, मेरी चूत से खून निकलने लगा, उन्होंने मुझे इतनी तेज गति से झटके मारे की मेरी चूत के दरवाजे पूरे खुल चुका थे। मैंने अपने दोनों पैर चौडे कर लिए जिससे कि मुझे बहुत ज्यादा मजा आने लगा। मैन उनके लंड को अपनी चूत को अपनी चूत की दिवार तक लेने लगी, काफी देर तक वह मेरे साथ सेक्स का आनंद लेते रहे। जब वह मेरी योनि की गर्मी को नहीं झेल पाए तो उन्होंने कहा मेरा वीर्य गिरने वाला है क्या मैं तुम्हारी योनि में अपने वीर्य को गिरा दू। मैने उन्हे कहा आप मेरी चूत के अंदर ही अपने वीर्य को गिरा दो। उन्होंने मुझे कुछ मिनट तक इतने तेज झटके दिए कि जैसे ही उनका गरमा गरम वीर्य मेरी योनि के अंदर घुसा तो मैं चिल्लाने लगी, मुझे बहुत मजा आया।