गांव की गोरी ने शहर की छोरी को भी फेल कर दिया

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मेरा नाम रजत है मैं दिल्ली का रहने वाला एक हैंडसम गबरु जवान हूं, मेरी उम्र 24 वर्ष है, मुझ पर कई लड़कियां फ़िदा रहती हैं, मैं भी उनके साथ जमकर एंजॉय करता हूं। मेरी लाइफ में कई गर्लफ्रेंड्स आई लेकिन मैं किसी के साथ भी सीरियस नहीं होता क्योंकि मुझे किसी के साथ भी सीरियस होना अच्छा नहीं लगता और मैं ज्यादा समय तक किसी एक लड़की के साथ भी नहीं रह सकता, शायद अब यह मेरी मानसिकता ही बन चुकी है कि मैं ज्यादा समय तक किसी एक लड़की के साथ अपना समय नहीं बिता सकता। मेरे जितने भी दोस्त हैं वह सब मुझे कहते हैं कि तुम तो बहुत इंजॉय करते हो, मैं उन्हें कहता हूं कि इसमें इंजॉय वाली क्या बात है यह भी एक टैलेंट है जो कि इतनी लड़कियों को एक साथ घुमाना बड़ी आफत की बात है लेकिन उसके बावजूद भी मैं यह सब मैनेज करता हूं।

मेरे पिताजी एक कपड़ा कारोबारी हैं,  वह हमेशा मुझे कहते हैं कि तुम अब अपनी जिम्मेदारियों को उठाना सीख लो, कब तक ऐसी आवारा गिरती करते रहोगे। वह मुझे बहुत डांटते हैं लेकिन उनकी डांट का मुझ पर कभी कोई असर नहीं पड़ता। मेरे बड़े भैया उनके साथ ही काम करते हैं, उन्होंने अपने काम से पापा के बिजनेस को और आगे बढ़ाया है, मैं अपने भैया की बहुत रिस्पेक्ट करता हूं, वह हमेशा मुझसे पूछते हैं कि आज तुमने कौन सी नई गर्लफ्रेंड बनाई, मैं उन्हें कहता हूं कि भैया आप भी मेरे साथ इस प्रकार का मजाक मत किया कीजिए, मेरी भाभी भी मेरे साथ बहुत ही मजाक मस्ती करती है, वह हमेशा मुझे चिढ़ाती रहती है। मैं अपनी भाभी को अपनी गर्लफ्रेंड की फोटो दिखाता हूं तो वह कहती है कि तुम तो बड़े ही आशिक मिजाज हो और लड़कियों के साथ बहुत एंजॉय कर रहे हो। मैं अपनी भाभी से एक दिन पूछने लगा कि आपका भी क्या कोई बॉयफ्रेंड था, वह कहने लगी कि हां मैंने तुम्हारे भैया को शादी से पहले ही बता दिया था कि मेरा भी एक लड़के के साथ रिलेशन था लेकिन हम दोनों के बीच रिलेशन ज्यादा समय तक नहीं चल पाया और हम दोनों ने एक दूसरे के साथ बात कर के उस रिलेशन को वहीं पर खत्म कर दिया। मेरी भाभी का नेचर बहुत अच्छा है और मैं उनकी बहुत इज्जत करता हूं, मुझे कभी भी पैसों की जरूरत होती है तो मैं भाभी से कह देता हूं, वह मुझे भैया से पैसे दिलवा देती हैं।

मेरे जितने भी दोस्त हैं वह सब बहुत पार्टियां करते हैं इसलिए मैं देर रात तक घर पर आता हूं, मैं जब भी घर पर आता हूं तो मेरी भाभी हमेशा मेरे लिए दरवाजा खुला रखती हैं और शायद उन्होंने ही मेरी गलतियों को छुपाने का ठेका ले रखा है इसीलिए उनके साथ मेरी सबसे ज्यादा बनती है। मेरी मम्मी भी कई बार मेरी भाभी को डांट देती हैं और कहती हैं कि तुम उसे इतना ज्यादा बढ़ावा मत दिया करो यह रजत के लिए ही खराब है। मैं ऐसे ही अपना समय काट रहा था लेकिन मुझे नहीं पता था कि मुझे अपने गांव जाने का मौका मिलने वाला है, मैं अपने गांव जाने के लिए बहुत खुश था क्योंकि मैं बचपन में अपने गांव गया था, मेरे पापा एक दिन मुझसे कहने लगे तुम वैसे भी दिल्ली में रहकर कुछ काम नहीं करते हो तुम कुछ दिनों के लिए गांव चले जाओ, गांव में हमारे खेत बंजर पड़े हैं उन्हें तुम देखो और अपने गांव वाले मकान को भी देख आओ की उसकी स्थिति कैसी है, मैंने पापा से कहा आप ही तो आप गांव नहीं जाते, वह कहने लगे मैं तो काम में व्यस्त हो गया हूं इस वजह से मुझे गांव जाने का वक्त नहीं मिल पाता लेकिन तुम कुछ दिनों के लिए गांव चले जाओ, मैंने उनसे कहा ठीक है मैं कुछ दिनों के लिए गांव चला जाता हूं। हमारा गांव राजस्थान में है और जब मैं गांव में गया तो मैं अपनी कार से ही गांव में गया था, गांव में सब लोग मेरी गाड़ी को देखने लगे, मैं जब अपने गांव के घर में गया तो उसकी स्थिति बहुत बदतर हो चुकी थी, वहां पर रहने लायक भी कुछ नहीं था। मैंने अपने पापों को फोन किया और कहा कि पापा मैं यहां पर कैसे रहूं, यहां पर तो रहने की व्यवस्था भी नहीं है, वह कहने लगे मैं अपने दोस्त को फोन करता हूं तुम उसी के पास कुछ दिन रुक जाओ और उस घर का भी काम करवा लेना, मैं तुम्हारे अकाउंट में पैसे भिजवा दूंगा, मैंने कहा ठीक है आप मेरे अकाउंट में पैसे भिजवा दीजिएगा।

यह कहते हुए मैंने फोन रख दिया, कुछ देर बाद उन्होंने मुझे फोन किया और अपने मित्र का नंबर दिया, मैं उनके घर पर चला गया, जब उन्होंने मुझे देखा तो वह खुश हो गए और कहने लगे तुम तो बहुत बड़े हो चुके हो, मैंने उन्हें कहा हां अब काफी वर्ष हो चुके हैं। उन्होंने मुझे अपने घर पर रखा और मेरी बहुत खातिरदारी की, मैंने उनसे बात की और कहा मैं अपने घर का काम करवाना चाहता हूं,  वह कहने लगे तुम चिंता मत करो मैं कल तुम्हें एक व्यक्ति से मिलवा दूंगा, वह तुम्हारे घर का काम करवा देंगे। अगले दिन उन्होंने मुझे एक व्यक्ति से मिलवा दिया और उन्होंने ही घर का काम शुरू करवा दिया। मैं हर दिन अपने पिताजी को फोन कर के बताता कि घर में कितना काम हुआ है, जब घर का पूरा काम हो गया तो मैं कुछ दिन वहां पर रुका और एक दिन मैं गांव की सैर पर निकल पड़ा। मैं अपनी कार लेकर निकला तो सड़क में बहुत बड़ा सा गड्ढा था उसमें मेरी गाड़ी का टायर फस गया। मैं जब कार से उतरा तो  मैने देखा गाड़ी निकालना मुश्किल था इसलिए मैं इधर उधर लोगों को देखने लगा लेकिन वहां पर मुझे कोई भी नहीं दिखाई दिया। आगे से एक लड़की आती हुई मुझे दिखाइ दी, मैंने जब उसे देखा तो उसका बदन देखकर मैं उसे चोदने की लालसा अपने मन में पाल बैठा।

वह मेरे पास आई वह मुझे कहने लगी आपकी गाड़ी खराब हो गई है। मैंने उसे कहा मेरी गाड़ी का टायर गड्ढे में फस गया है क्या तुम मेरी मदद कर सकती हो। वह कहने लगी मैं गांव से लोगों को बुलाकर लेकर आती हूं। मैंने उसे कहा तुम कुछ देर मेरे साथ बैठ कर बात कर लो। वह मेरे पास ही रुक गई मैं उसके स्तनों को देख रहा था और मेरी जीभ से लार टपक रही थी। मैंने उससे कहा मैं तुम्हें पैसे दूंगा तुम उसके बदले मेरे साथ सेक्स कर लो। वह कहने लगी नहीं मैं आपके पैसे की भूखी नहीं हूं यदि आप मुझसे प्यार से कहेंगे तो भी मैं आपको अपने यौवन का जाम पिला दूंगी, मेरा नाम काजल है, मैंने गांव में कई पुरुषों को अपने यौवन का जाम पिलाया है। उसने मेरे लंड को बाहर निकाला तो उसने मेरे लंड को हिलना शुरू कर दिया उसने मेरे लंड को इतना अच्छे से चूसा उसने मेरा पानी भी बाहर निकाल दिया। मैं पूरी तरीके से उत्तेजित हो गया, मैंने उसे कहा आओ मेरी गाड़ी में बैठ जाते हैं। मैंने उसे अपनी गाड़ी में बैठाया, जब मैंने उसके कपड़े खोले तो उसका बदन देखकर मैं दंग रह गया क्योंकि उसका बदन किसी परी से कम नहीं था, मैं उसे चोदने के लिए उतारू हो गया। मैंने उसके स्तनों को अपने मुंह में लेकर चूसना शुरू किया। वह सब लड़कियों को टक्कर दे रही थी जिनके साथ मैने चुदाई मचाई थी। मैं अपने आपको ज्यादा देर तक नहीं रोक पाया, मैंने जब उसकी टाइट चूत के अंदर अपना लंड डालने की कोशिश की तो उसने अपने दोनों पैर खोल दिए, मेरा लंड उसकी योनि के अंदर चला गया। जब मेरा लंड उसकी योनि में गया तो वह चिल्लाने लगी, तुम तो बड़े ही हरामी किस्म के प्रतीत होते हो। मैंने उसे कहा मैंने शहर में बहुत लड़कियों को चोदा है लेकिन तुम्हारी चूत में एक अलग ही मजा है।

उसकी चूत मारकर मैं अंदर से अपने आपको अच्छा महसूस कर रहा था। वह मुझे कहने लगी तुम ऐसे ही मुझे झटके देते रहो, मैंने उसे बड़ी तेजी से झटके देने शुरू कर दिए मेरा लंड उसकी योनि के अंदर बाहर होता तो उसकी योनि की चिकनाई में और ज्यादा बढ़ोतरी हो जाती। उसकी चूत इतनी ज्यादा चिकनी हो गई की मेरा लंड आसानी से उसकी चूत के अंदर बाहर होने लगा। मै इतनी तेज गति से उसे चोद रहा था, मेरे लंड और उसकी योनि से जो गर्मी पैदा होती हम दोनों ही ज्यादा समय तक नहीं झेल पाए, जब वह झड़ गई तो उसने मुझे अपने पैरों के बीच में जकड़ लिया। मैंने उसे तेज तेज झटके मारे, मेरा वीर्य पतन कुछ क्षणो बाद ही हो गया। मैंने उसके बाद उसे दो बार चोदा। वह गांव चली गई और वहां से कुछ आदमी लेकर आई जिन्होंने मेरी मदद की और मेरी गाड़ी को गड्ढे से बाहर निकाला।