hindi porn kahani, desi sex stories यारो मुझे माफ़ करो मै आजकल कुछ ज्यादा ही नशे में हूँ | मेर नाम रितेश है मैं 24 साल का हूँ और जबलपुर संजय नगर पहाड़ी का रहने वाला हूँ | दोस्तों, ये मेरी पहली कहानी है जो मैं आप लोगों के सामने पेश करने जा रहा हूँ , इस कहानी में आप लोगों को बताऊंगा की कैसे मैं रितेश कल्लू बना | लोग मुझे कल्लू बोलते हैं क्यूंकि मैं काला हूँ और बहुत ही पतला दुबला और झांट बराबर बाल रखता हूँ, यारो ये कहानी मेरे और मेरी सौतेली मम्मी की है जो मैं अब आप लोगों को बताने जा रहा हूँ |
ये घटना आज से 4 पहले कि है जब मैं कॉलेज में इंजिनयरिंग की पढाई करता था और मेरा थर्ड इयर था, और मैं हॉस्टल में रहता था | मैं बहुत बड़ा बेवडा हूँ, गांजा पीता हूँ, चैन स्मोकर हूँ | और गुटखा भी खाता हूँ, मैं कुल मिला के सब गुड़ संम्पन हूँ | मेरी पहली मम्मी मर चुकी थी जब मैं 2 साल का था तब मेरे पापा ने दूसरी शादी कर लिए थे और मेरी दूसरी मम्मी बहुत ही बुरी थी, जब पापा काम चले जाते थे तब मम्मी दूसरे लोगों से चुद्वाती थी और मैं बच्चा था तो उस समय तक कुछ नहीं जानता था कि ये सब क्या होता है | जिस वजह से मैं कुछ कह नहीं पता था अपने पापा से मैं अपने घर की एक लौती सन्तान था |
एक दिन की बात है दोस्तों जब मेरे दोस्त राजुल की बर्थडे कि पार्टी थी तब उसने हम सारे दोस्तों को एक बार में पार्टी दिया था और उस समय मेरी मम्मी अकेली थी घर में और मै अपने दोस्तों के साथ पार्टी के मजे ले रहा था, मेरे दोस्तों के साथ मुझे बहुत मजा आता था क्युकी वो लोग बहुत ही बड़े वाले मुह्चोद थे और उनकी मुन्ह्चोदी ऐसी थी कि बस हँसते हँसते मर जाओ ,उस दिन मेरे दोस्त राजुल ने एम.डी. की 4 बोतल निकलवाया था कैंटीन से क्यूंकि उसका बाप आर्मी में था और उसे सस्ते में वहाँ से दारू मिल जाती थी, और जबकि पीने वाले हम 7 लोग ही थे जिनमे से कुछ लोग बच्चे थे बोले तो वो दारू नहीं पीते थे बस बीयर पीते थे अब उन लोगों के लिए तो 4 बीयर आ गयी थी पर इतनी दारू पीता कौन और सभी जानते थे कि मैं बहुत ज्यादा दारू पीता हूँ तो उसी वजह से सबने कहा कि भाई राजुल का बर्थडे हैं तो गांड फटे तो फटे पर दारू न हटे | अब दारू पीते पीते हम लोगों को रात के 12 बज चुके थे और मुझसे ठीक से चला भी नहीं जा रहा था | फिर जैसे तैसे मैं अपने घर पंहुचा और अपनी बाइक खड़ी किया तब मैंने देखा कि मम्मी के कमरे की लाइट जल रही है मेरे कुछ समझ में नही आया क्यूंकि मम्मी तो रात के 11 बजे ही सीरियल देखने के बाद सो जाती थी और दरवाजा हल्का सा बंद कर देती थी कि अगर मैं लेट भी आऊ घर तो दरवाजा खोल सकू | मुझे उस समय ऐसा लगा हो सकता है कि मम्मी को नींद ना आ रही हो और मेरा इंतज़ार कर रही हो फिर मैंने दरवाजा खटखटाया तो एक दम से लाइट बंद हो गयी मम्मी के कमरे की, और मै सोच में पड़ गया कि मम्मी ने अब क्यों लाइट बंद कर दी जब मैंने दरवाजा खटखटाया ? मुझे हल्का सा शक हुआ |
फिर मम्मी ने 10 मिनट बाद दरवाजा खोला और मम्मी थोड़ी घबरायी हुई लग रही थी तो मैंने उनसे पूछा कि मम्मी क्या हुआ आप इतना घबराये हुए क्यूँ हो ?तब मम्मी ने कहा नहीं ऐसी तो कुछ भी बात नहीं है मैं क्यूँ घबराऊँगी मैंने कोई चोर्री की है क्या ? तो मैंने कहा ठीक है ठीक है और जैसे ही अन्दर की तरफ जाने तो लगा तो मम्मी को मेरे मुंह से दारू के बदबू आने लगी और मेरे चलने के ढंग से भी मम्मी ने मुझे पकड़ ली थी और उन्होंने मुझसे कहा कि तेरी उम्र कितनी है तो मैंने पुछा कि क्यूँ क्या हुआ ? तो उन्होंने कहा तू इतना बड़ा हो गया है कि इतनी रात में घर आयगा और दारू पी के घर आयगा उस समय तो मैं कुछ बोल नही पाया और मम्मी ने चांटा मारते हुए बहुत डांटा था, मैं बस उनको सॉरी बोलते हुए अपने रूम कि तरफ जाने लगा था तो मेरी नजर मम्मी के रूम की तरफ पड़ी तो मुझे ऐसा लगा कि कोई है मम्मी के रूम में तो मैंने जाने कि सोचा | तभी मम्मी अपने रूम के दरवाजे के पास आ कर खड़ी हो गयी और कहने लगी गुस्से से कि क्या हुआ यहाँ क्यूँ आ रहा है तो मैंने कहा मम्मी मैंने किसी को अन्दर देखा तो मम्मी डर गयी और कहने लगी कि कोई नहीं है अन्दर तुझे नशा है तू कुछ भी बोल रहा है तो मुझे लगा हाँ हो सकता है ऐसा | फिर मैं जैसे अपनी रूम की तरफ बढ़ते हुए सीढ़ी पर एक कदम बढाया तो मुझे किसी मर्द के छींकने की आवाज़ आई तो मैं समझ गया था कि कोई तो है अन्दर | फिर मैं वापस मम्मी के रूम की तरफ गया और मम्मी को दरवाजे से हटाया फिर लाइट जलाया कमरे की तो देखा की बूढा आदमी था जिसके उम्र
59 के आस पास होगी और जब मैंने उसे देखा तो मुझे समझते देर ना लगी कि ये तो वो ही बूढा है जो हमारे यहाँ दूध देता है, पर ये मादरचोद साला यहाँ कर क्या रहा था, मैं उसकी कॉलर पकडे हुए बोला कि क्यूँ बे बहनचोद क्यों यहाँ क्या कर रहा है तो उसने बोला भैया मेरी कोई गलती नहीं है मैं तो दूध देने आया था मालकिन ने ही मुझे चोदने के लिए कहा था | तब मैंने बूढ़े को दो थप्पड़ लगाया और भगा दिया अपने घर से ओर मम्मी से कहा क्यों रे रंडी तू मादरचोद यहाँ चकला चला रही है क्या मेरा बाप तुझे कम पड़ रहा है, बहनचोद लौड़ी तू मुझे ज्ञान दे रही थी देर से घर आने का और दारू पीने का ज्ञान चोद रही थी मादरचोद रुक आने दे बाप को तेरी असलियत बताता हूँ, कि तू रंडी मादरचोद यहाँ नंगा नाच कर रही है ? तो मम्मी ये बात सुन कर गांड फट गयी थी तो उन्होंने कहा तू ऐसी बात कैसे कर सकता है मुझसे मैं तेरी माँ हूँ ? तो मैंने कहा अच्छा चल मादरचोद तेरी माँ चोदता हूँ अब और सीधे जा कर उसके गले को दबोच के उसे बेड पर पटक दिया और उसे किस करने लगा पर वो मेरा साथ नहीं दे रही थी पर धीरे धीरे मेरा साथ देने लगी थी जब मैं 10 मिनट तक उसे किस करने में बहुत मजा आया था | फिर इसके बाद मैं उसे पूरी नंगी कर दिया और उसके दूध पीने लगा जोर जोर से और वो अह उम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कर रही थी वो मुझसे कह रही थी कि और जोर जोर से मेरे दूध को चूसो न तो मैं और जोर जोर से चूसने लगा और वो अह ह आअ कर रही थी |
15 मिनट तक उसके दूध पीने के बाद मैं उसकी चूत को अपनी जीभ से चाटने लगा तो वो मेरे सिर को अपनी चूत में दबा रही थी और मैं जोर जोर से चूत चाट रहा था और वो अ आ हहाआअ सिस्कारिया भर रही थी | उसके बाद मैंने उसकी चूत 20 मिनट तक चाटा था तो वो कह रही थी कि अब चोदो न मुझे चोदो न मैं बहुत तड़प रही हूँ लंड लेने के लिए अब चोद दो मुझे और बुझा दो मेरी चूत की प्यास तो फिर मैं उसकी चूत में अपना लंड रगड़ते हुए अन्दर डाल दिया चूत गीली थी जिस वजह से मेरा लंड पूरा एक ही बार में अन्दर चला गया और मैं उसे जोर जोर से चोदने लगा और वो मजे ले ले कर अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहा अ कर रही थी | वो मुझसे बोल रही थी की मुझे जोर जोर से चोदो मेरी चूत को फाड़ दो मैं बहुत प्यासी हूँ तो मैं अपनी चुदाई के स्पीड बढ़ा दिया और उसकी चूत सह्लाताते हुए जोर जोर से चोदने लगा और वो अ ह हा आअ कर रही थी | उसके बाद मैंने उसकी चुदाई आधे घंटे र्त्रक किया था |
अब हम दोनों रोज ही चुदाई करने लगे और जब पापा घर आते थे बस तभी नहीं कर पाते थे | मैंने अपना राज़ राज ही रखा और मम्मी ने चुदाई वाला राज राज ही रखा था |