अगर जीता तो तेरी गांड मार लूँगा

HOT Free XXX Hindi Kahani

हे गाइस, मेरा नाम म्रदुल मिश्रा है और मैं बैंगलोर का रहने वाला हूँ | मैं वैसे तो कोई खासा काम नहीं करता क्यूंकि मैंने अपनी ज़िन्दगी की दो बड़ी गलतियाँ की है एक चोदू से कॉलेज से इंजीनियरिंग और उसके बाद अभी तक सरकारी सर्विस की तैयारी | कुछ समय पहले मैं ज्यादातर पढ़ता हुआ मिलता था लेकिन अब मैंने पढ़ाई छोड़ दी क्यूंकि मैं जनरल हूँ और इस देश में जनरल लोगों को सरकारी नौकरी नहीं मिलती | खैर मैं यहाँ ये सब बताने नहीं आया हूँ मैं तो अपनी रोमांच भरी चटपटी कहानी आपको सुनाने आया हूँ | तो आप तो समझ ही गए होंगे कि मैं ज्यादातर टाइम नल्ला बैठा रहता हूँ और मेरी कमाई का ज़रिया है क्रिकेट मैच पर होने वाला सट्टा | मैंने ये कुछ दिन पहले ही शुरू किया है जबसे आई.पी.एल. शुरू हुआ है और सच में दोस्तों मेरी गांड फटी पड़ी है मतलब पहले दस हज़ार जीता फिर पाँच हज़ार हारा और उसके बाद फिर दस हज़ार हारा बस दुआ करना आज जीत जाऊं | दोस्तों मैंने बीच में कई बार ट्राई किया लेकिन पैसे नहीं थे इसलिए खेल नहीं पाया लेकिन जिस जिस को बताया वो लोग ज़रूर जीते है जिसमें से एक लड़की भी थी और मैंने उसी के ढोल और नगाड़े बजाए है |

तो कहानी शुरू होती है एक हफ्ते पहले, जब मैं सट्टा लगा रहा था अपने दोस्त के घर पे बैठके और उसकी कुछ दोस्त भी बैठी हुई थी वहां पर | तभी उसमें से एक ने कहा क्या आप अभी बेटिंग कर रहे थे ? तो मैंने सोचा इसको बताऊँ या नहीं ? तो दोस्त ने कहा हाँ क्यों तुम्हें भी करना है क्या ? तो उसने कहा मन तो करता है लेकिन पता नहीं कौन करता है इसलिए कभी कर नहीं पाई | मेरे दोस्त ने कहा अच्छा शिफाली इसका नंबर ले लो और जब करना हो तो कॉल कर लेना | दोस्त ने तो मज़ाक में कहता लेकिन उसने तो सच में मेरा नंबर मांग लिया और अपना भी देकर कहा मैं जल्द ही कॉल करुँगी | वैसे शिफाली देखने में अच्छी लगती थी मतलब थोड़ी रंडी जैसी और उसने लड़को वाले सारे शौक किये थे और जो नहीं किये थे वो कहीं न कहीं से करने की जुगाड़ में रहती थी | अगले दिन उसने मुझे शाम को कॉल किया और कहा अरे मुझे भी पैसे लगाने है बताओ किस पे लगा दूँ ? तो मैंने कहा  अरे पूछने वाली कोई बात नहीं है चेन्नई पे लगा दो | तो उसने कहा अच्छा मैं पैसे तुम्हें ट्रान्सफर कर रही हूँ तुम लगा दो | उसने मुझे पैसे ट्रान्सफर किये और मैंने लगा दिए और जीत भी गए | जब मुझे जीत के पैसे मिले तो मैं उसको देने उसके घर गया |

मैंने बाहर से पैसे देके जाने लगा तो उसने मुझे अन्दर बुलाया और अपने बारे में बताने लगी | वो यहाँ पढ़ने के लिए रह रही थी वो भी एक किराये के रूम में जहाँ कोई उसे रोकने टोकने वाला नहीं था | मैंने कहा सही है मतलब यहाँ तो तुम जब चाहे मौज मस्ती करती होगी ? तो उसने कहा अच्छा चलो जीत की पार्टी करते है, तो मैंने कहा ठीक है लेकिन कैसे ? तो उसने कहा एक मिनिट रुको और वो अन्दर चली गई | वो अन्दर जाके एक वोडका की बोतल और नमकीन लेकर आई और कहा पीते तो होगे ही तुम ? तो मैंने कहा हाँ और उसके हमने पेग पे पेग मारे और आराम से बैठके बातें करने लगे | कसम से यार पीने के वो बहुत डस रही थी और नशे में तो मैं कुछ भी कर देता हूँ | हम दोनों पास बैठे हुए थे तो मैंने उसको एकदम से किस कर दिया और कहा अरे चुप हो जाओ | उसने हस्ते हुए कहा ऐसे भी बोल सकते थे, तो मैंने कहा वैसे अच्छा नहीं लगता | फिर हमने थोड़ी देर और बात की और उसके बात मैं वापस आ गया | मैंने उसका एक मैच पे और पैसा लगवाया और वो भी हम जीत गए और हमने फिर से उसके घर पे बैठके दारु पी लेकिन इस बार व्हिस्की पी | इस बार उसको बहुत नशा हो गया था तो मैंने कहा ठीक है मैं जाता हूँ तो उसने कहा एक मिनिट इधर आओ और मुझे अपने करीब बुलाया और किस कर दिया | मैंने कहा ऐसे ही बोल देती तो उसने कहा वैसे अच्छा नहीं लगता |

उसके बाद अगले दिन हमारी बहस फस गई कि पंजाब जीतेगी या बैंगलोर | उसने कहा पंजाब और मैं तो हमेशा से पंजाब वाला था तो उसने कहा अरे चूतिया है क्या ? कोहली माँ चोद देगा सबकी | मैंने कहा तेरे कोहली की गांड मार लेगा गेल थूक लगा के | आप सोच रहे है मैं उससे ऐसी बात कर रहा था ? तो हम दोनों की अच्छी दोस्ती हो गई थी और उसको भी ऐसे ही बात करना पसंद था | उसने कहा चल ठीक है आज सट्टा अपन दोनों के बीच लगेगा कि कौन जीतेगा और तू हारा तो मैं तेरी गांड मार लूँगी, तो मैंने कहा ठीक है अगर तू हारी तो मैं तो तेरी सच में मार लूँगा | अब भाई मैच हुआ और हमने तय किया था कि मैच उसके घर पर ही देखेंगे ताकि हारने वाला बच न सके | हम दोनों मैच देख रहे थे और गेल ने जो मईया चोदी है मुझे तो मज़ा ही आ गया मैच देखके | फिर पंजाब जीत गई और मैंने कहा चलो अब क्या बोलती हो ? तो उसने कहा अरे यार तुम सच में तो मेरी नहीं मारोगे न | तो मैंने कहा अच्छा अगर मैं हार जाता तो तुम क्या करती ? तो उसने कहा अरे मैं तुम्हें छोड़ देती, मैं कुछ नहीं करती | तो मैंने कहा ठीक है लेकिन कुछ न कुछ तो देना पड़ेगा अगर पीछे से नहीं तो आगे से | वो शांत हो गई और नीचे देखने लगी | कुछ देर सोचने के बाद उसने कहा और कुछ ले दे के मामला नहीं सुलझ सकता | तो मैंने कहा ठीक है दे दस हज़ार तो उसने झट से कहा तू मार ही ले | ये सुनके मैं हसने लगा और मुझे देखने ये सोचके कि शायद मैं मज़ाक कर होऊँगा लेकिन कहाँ, एक एक भूखे शेर को मांस मिल रहा है और वो ऐसे ही छोड़ दे |

मैंने उससे कहा अच्छा पहले कभी किया है, तो उसने कहा अरे मेरे तीन बॉयफ्रेंड रह चुके है और सब यहीं आते थे | तो मैंने कहा तुम्हारी चूत का तो अब तक चबूतरा बन चुका होगा | उसने कहा अरे नहीं टोटल मिला के मैं 6 बार सिर्फ चुदी हूँ उसके बाद सिर्फ ऊँगली से ही काम चलाया है | मैंने फिर उसका पजामा पकड़ा और खींच के उतार दिया | उसने काले कलर की पैंटी पहन रखी थी, तो मैंने उसकी पैंटी भी खींच कर उतार दी | उसकी पैंटी उतारने के बाद उसने कहा बहुत प्यासे लग रहे हो ? कितने दिनों बाद मिल रही है ? तो मैंने कहा एक साल हुआ जा रहा है | उसने कहा मतलब आज तो तू मार ही लेगा | तो मैंने उसकी चूत सहलाना शुरू किया और उसकी चूत सहलाते उससे कहा पास आ जाओ | वो जैसे ही मेरे करीब आई हमने किस करना शुरू कर दिया | हमने थोड़ी देर ही किस किया और उसके बाद उसने मेरे पजामे में हाँथ डाला और मेरा लंड पकड़ के हिलाना शुरू कर दिया | मेरा लंड हिलाते हुए उसने कहा मस्त मोटा है तेरा तो और मेरा लंड हिलती रही | फिर वो पीछे टिक के बैठ गई और मैंने अपना पजामा उतारा और अपने लंड पे थूक लगा के उसकी चूत पर रगड़ने लगा | जब मैं लंड उसकी चूत पे रगड़ रहा था तो वो ऐसे मचल रही थी जैसे उसको लंड की तड़प हो | फिर मैंने उसकी चूत में लंड डाला आर उसको चोदने लगा | मैंने कहा टाइट है रे तेरी जबकि ज्यादा टाइट थी नहीं फिर उसका मन रखने के लिए बोल दिया था मैंने |

मैं उसकी चूत को बिना रुके चोद रहा था और वो अहह अहह अह्ह्ह ह्ह्ह ह्ह्ह अह्ह्ह अह्ह्ह आआआ आआअ हह्ह्ह अह्ह्ह्हह हह्ह्हा अह्ह्ह्ह कर रही थी | मैंने उसकी चूत मारी उसके बाद मैं उसकी गांड में ऊँगली की, तो उसने कहा नहीं वहाँ नहीं बहुत दर्द होता है | फिर भी मैंने उसकी गांड में लंड डाल ही दिया | पहले ऊपर का टोपा ही अन्दर गया और थोडा ज़ोर लगाने पर थोडा और अन्दर चला गया | मैं उतना ही अन्दर बाहर करके उसको चोदता रहा और वो दर्द के मारे चिल्लाती रही | उसको चोदते चोदते मेरा माल निकलने को हुआ तो मैंने लंड बाहर निकाला और उसके मुँह के ऊपर करके हिलाने लगा | माल निकला और उसके मुँह और टॉप के ऊपर गिर गया | फिर मैं वहीँ बैठ गया और आराम करने लगा | थोड़ी देर बाद मैंने कपड़े पहने और वापस घर चला गया और उसके बाद हम रोज़ शर्त लगते है और हर बार वोही हारती है और चुद जाती है |