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प्यार पुराना चूत का नजराना
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HOT Free XXX Hindi Kahani

हैल्लो दोस्तों और प्यारी लड़कियों मैं हूँ चौकसे और मैं कानपुर का रहने वाला हूँ | मैंने बहुत सी लड़कियां पटाई लेकिन सिर्फ पैसों के लिए और कभी भी किसी लड़की के बारे में गलत नहीं सोचा | लेकिन एक बार मुझे एक लड़की से प्यार हो गया और मैंने उसे चोद दिया | मैंने अक्सर लड़कियों को सिर्फ पैसे के इस्तेमाल किया पर मेरे अन्दर हवस की आग भी है ये मुझे नहीं पता था | ये कहानी मेरे बचपन के प्यार की है जो मुझे बहुत दिनों बाद मिला |

ये कहानी तब की है जब मैं जबलपुर में पढाई किया करता था और मेरी क्लास में एक लड़की थी जिसका नाम था अर्चना और वो मुझे बहुत अच्छी लगती थी | हम दोनों की कभी कभी बातें हो जाती थी और साथ बैठ के खाना भी खा लिया करते थे | फिर कुछ दिनों बाद मेरे पापा का ट्रांसफर कानपुर हो गया और मैं कानपुर आ गया | हमारी तब से बातें बंद हो गई और मैं उसे लग भाग भूल ही गया था | फिर एक बार पहचान के एक भैया जो मेरे लव गुरु है उन्होंने मुझसे पूछा कि ये अर्चना कौन है ? तो मैं बोला कौन अर्चना मैं नहीं जानता किसी अर्चना को | तो भैया ने बोला कि ये तो तुझे जानती है | मैंने उनसे बोला की मुझे उसकी फोटो दिखाओ तो मैंने फोटो देखी| मुझे याद करने में कुछ देर लगी लेकिन मैं उसे पहचान गया | फिर मैंने पूछा कि मेरे बारे में कैसे पता ? तो उन्होंने कहा कि उसने अपनी फोटो देखी और पूछा कि क्या तुम आदित्य को जानते हो ? ये सुनकर मुझे अन्दर से बहुत अच्छा लगा |

फिर मैंने फेसबुक पर अर्चना को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी तो उसने एक्सेप्ट कर ली | मैं उससे बात करने में डर रहा था फिर मैंने उसे मेसेज किया hi”हाय अर्चना“ | तो उसका रिप्लाई आया “हाय आदित्य कैसे हो“ | ऐसे करते करते हमारी अच्छी बातें शुरू हो गई और फिर मैंने उसका मोबाइल नंबर ले लिया तो हम फ़ोन पे भी बातें करने लगे | फिर एक बार उसने मुझसे पूछा कि क्या तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड बनी आज तक ? मैंने कहा नहीं, लेकिन एक थी जिसे मैं कह नहीं पाया | तो उसने पूछा को कौन है वो बताओ मैं तुम्हारी हैल्प करुँगी | फिर मैंने बात घुमाते हुए पूछा कि क्या तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है ? तो वो बोली मेरे भी तुम्हारे जैसे हाल है मैं भी एक लड़के से प्यार करती थी लेकिन उसे बोल नहीं पाई | मैंने कहा अच्छा तुम बताओ कि कौन था वो ? तो उसने बोला पहले तुम बताओ मैंने कहा नहीं पहले तुम | लेकिन किसी ने किसी का नाम नहीं बताया |

फिर उसने कहा कि मैं कुछ दिन के लिए कानपुर आ रही हूँ अपने मामा के यहाँ तो मैंने कहा कि क्या तुम मुझसे मिलोगी | उसने हाँ कर दी और कुछ दिन के बाद वो कानपुर आ गई | फिर हमने प्लान किया कि कहीं मिलते है तो वो किसी तरह से मुझसे मिलने आई और हम वहीँ पास की एक होटल में कॉफ़ी पीने चले गए | हम कॉफ़ी पी रहे थे तो मैंने पूछा कि तुमने बताया नहीं की वो लड़का कौन था ? तो उसने कहा कि तुमने भी तो नहीं बताया की वो लड़की कौन थी ? तो मैंने कहा चलो एक काम करते हैं मैंने दो टिश्यू पेपर उठाये और कहा कि इसमें हम अपने प्यार का नाम लिखेंगे और एक दुसरे को दे देंगे | तो उसने कहा ठीक है लेकिन वो नाम हम घर जा कर ही खोलेंगे | तो हम मान गए और टिश्यू पर नाम लिखकर एक दुसरे को दे दिया | फिर हम घर चले गए और जैसे ही मैंने पेपर खोल के देखा तो उसमें मेरा नाम लिखा था तो मुझे बहुत अच्छा लगा और मैंने भी पेपर में उसका नाम लिखा था तो मुझे पता था वो भी बहुत खुश होगी | फिर रात को मैंने उसे फ़ोन किया और कहा मैं पहले तुमसे सुनना चाहता हूँ तो उसने कहा आई लव यू | इस वक़्त मैं सातवें आसमान पे था फिर हमने प्यार भरी बातें की  और फिर हम दो तीन दिन तक ऐसे ही मिलते रहे | फिर एक दिन हम मिले तो हम कहीं आउटर में घूमने निकल गए | फिर हम एक जगह रुके तो वो कहने लगी तुम्हें पता है मैं एक लड़के को प्यार करती थी वो अच्छा लड़का था लेकिन पता नहीं एक दिन कहाँ चला गया और बहुत दिनों बाद मिला |

मैंने फ़ौरन उसे कमर से पकड़ और अपने से चिपका लिया और कहा अब तो मिल गया न और वो अब तुम्हारा है | फिर मैंने उसके होंठों पे अपने होंठ रख दिए और किस कर दिया | किस करने के बाद उसने कहा तुम बहुत अच्छे हो | मैंने फिर उसे किस करना शुरू कर दिया और इस बार वो भी मेरे किस का जवाब देने लगी | हमने बहुत मज़े से किस किया और फिर वहां से चले गए | फिर हम मिलते थे और किस किया करते थे कभी कभी मैं उसके दूध भी दबा लिया करता था और वो बुरा भी नहीं मानती थी | फिर एक दिन उसका कॉल आया और उसने कहा कि आदित्य मैं कल जा रही हूँ | तो मैंने उससे कहा कि यार मत जाओ | तो वो बोली नहीं यार जाना पड़ेगा तो मैंने बोला कि अच्छा आज मिलो कहीं | तो मैंने उसे एक जगह पे बुलाया और उसे एक पहचान वाले भैया के रूम में ले गया | वो भैया से मैंने बोल दिया था कि कुछ देर के लिए आपका रूम चाहिए तो उन्होंने दे दिया |

हम रूम में गए और जा के बिस्तर पे बैठ गए | फिर हम बातें करने लगे कि प्लीज मत जाओ मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता | तो वो रोते हुए बोली कि मुझे जाना ही होगा | तो मैं उसके पास गया और उसे गले से लगा के कहने लगा कोई बात नहीं रो मत | फिर वो मुझे किस करने लगी और कहने लगी आई लव यू सो मच | अब मैंने भी उसे किस करना शुरू कर दिया और उसके होंठों को चूसने लगा | उसके होंठों बहुत प्यारे थे और चूसने में मुझे बहुत मज़ा आ रहा था | फिर मैं उसके गालों पे किस करता हुआ गर्दन पर पंहुचा और उसकी गर्दन पे किस करने लगा | तो वो बोली कि क्या हमें ये सब करना चाहिए | तो मैंने उसकी आँखों में आँखें डाल के कहा जानू क्या तुम मुझसे प्यार करती हो ? तो उसने कहा हाँ बहुत प्यार करती हूँ तो मैंने कहा मुझ पर भरोसा है ? तो वो खुद से ज्यादा |

तो मैंने कहा बस और उसे फिर से होंठों पर किस करने लगा | अब मैंने उसका कुर्ता उतार दिया और उसके सीने को चूमने लगा | फिर मैंने उसके पीछे से उसकी ब्रा खोल दी और उसके दूध दबाने लगा | उसके दूध ज्यादा बड़े नहीं थे लेकिन उन्हें दबाने में मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था | फिर मैंने उसके निप्पलों को दबाने लगा | उसके निप्पल काले थे और छोटे भी | अब मैंने उसके दूध को मुंह से लगाया और चूसने लगा | जैसे ही मैंने उसके दूध को मुंह से लगाया तो मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा हो गया | मैंने उसके दूध 15 मिनिट तक चूसे और खूब दबाये | अब वो गरम हो रही थी तो मैंने उसकी सलवार उतारी और और उसकी पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत पे जीभ लगाने लगा | वो ऊम्म्म्म ऊउम्मम्म उम्म्मम्म करने लगी | फिर मैंने उसकी पैंटी उतारी और उसकी चूत में को सहलाने लगा और वो सिसकियाँ लेने लगा | फिर मैंने उसकी चूत में ऊँगली डाली और उसे किस करने लगा | फिर मैंने उससे कहा कि अब तुम मेरे कपडे उतारो तो उसने मेरे कपडे उतारे और मेरे लंड को पकड़ के कहने लगी क्या ये तुम मेरी चूत में डालोगे ? मैंने कहा हाँ | तो झुकी और मेरे लंड को मुंह में डाल के चूसने लगी | अब मुझे और जोश चड़ने लगा तो मैंने उसको उठाया और बिस्तर पर झुकाके पीछे से उसकी चूतमें लंड डाला तो पहले गया नहीं लेकिन जैसे ही मैंने ज़ोर लगाया तो मेरे लंड का उपरी हिस्सा अन्दर चला गया | वो ज़ोर से आवाजें करने लगी, नहीं बाहर निकालो पर मैंने अन्दर ही रहने दिया और आगे पीछे करने लगा | थोड़ी देर बाद मैंने उसको ज़ोर ज़ोर के झटके मारना शुरू कर दिया और वो भी मज़े में चूत मरवाने लगी |

फिर मैंने उसको बिस्तर पर लिटा के आगे से उसकी चूत मारने लगा | थोड़ी देर में मेरा मुट्ठ निकल गया और मैंने अपना सारा मुट्ठ उसकी चूत में हो छोड़ दिया | फिर की बन आधा घंटे बाद हमने फिर चुदाई की और फिर वो चली गई | फिर कुछ दिन बाद वो फिर से कानपुर आई और हमने खूब चुदाई की | तो दोस्तों कैसी लगी आपको मेरी कहानी |

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