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बंगाली हसीना की चूत मे पसीना
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HOT Free XXX Hindi Kahani

मैं एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करता हूँ Hindi Sex Stories Antarvasna Kamukta Sex Kahani Indian Sex Chudai और हमें अक्सर ट्रेनिंग्स और मीटिंग्स के लिए दुसरे शहरों में जाना पड़ता है इस बार का बुलावा बड़ौदा से आया था और मैं खुश था क्यूंकि वहां नीलांजना भी आने वाली थी, दरअसल नीलांजना हमारे कंपनी के वेस्ट जोन को रिप्रेजेंट कर रही थी और मैं नार्थ जोन को और हम दोनों की काफी अच्छी पटती थी. हम लोग कई बार ट्रेनिंग्स पर मिल चुके थे और एक दुसरे से फेसबुक पर भी कनेक्टेड थे, इन दिनों नीलांजना के साथ कुछ प्रोब्लेम्स चल रहीं थीं जिन्हें वो अक्सर डिस्कस करती थी. मैंने नीलांजना से कहा कि वो ट्रेनिंग के लिए एक दिन पहले ही पहुँच जाए और मैं भी एक दिन पहले ही पहुंचूंगा जिस से ट्रेनिंग के अलावा भी हमें वक़्त मिल सके.

प्लान के हिसाब से हम दोनों ट्रेनिंग के एक रात पहले ही बड़ौदा पहुँच गए हम दोनों के कमरे एक ही फ्लोर पर थे तो हम अपने अपने बैग्स रख कर मेरे रूम में ही आ गए थे, वहां हमने कॉफ़ी मंगवा ली और काफी देर तक ऐसे ही बातें करते रहे. अब शाम होने पर एक दिल्लीवाला बिना शराब के कैसे रह सकता था सो मैंने होटल के वेटर से जुगाड़ करवा कर एक बोतल वोडका मंगवा ली क्यूंकि नीलांजना भी कभी कभी पीती थी, ड्राई स्टेट होने की वजह से थोड़ी देर लगी लेकिन वेटर वोडका ले ही आया. नीलांजना ने वोडका देख कर कहा “तुम हो तो जुगाडू” मैं हंस दिया और बोला “योर वेलकम”.

वेटर को स्नैक्स का ऑर्डर दे कर हम लोग एक एक ड्रिंक बना कर बालकनी में आ गए, नीलांजना ने बताया की किस तरह उसके बॉय फ्रेंड के माता पिता ने एक बार शादी के लिए हाँ कर के फिर मना कर दिया और वो कैसे इस ट्रॉमा से बाहर आई. मैंने उसे सांत्वना दी और सर पर हाथ रखा तो नीलांजना सुबकती हुई मेरे कंधे पर टिक गई, तभी डोर बेल बजी और वेटर स्नैक्स ले आया. हम दोनों ने स्नैक्स के साथ और ड्रिंक्स लिए और मैं सिगरेट ले कर बालकनी में चला गया, नीलांजना भी आई और एक सिगरेट उसने भी सुलगा ली, वो खुले बालों और उस वाइट टी शर्ट और कैपरी में धुंए के छल्ले बनाते हुए बहुत सेक्सी लग रही थी.

नीलांजना ने मुझे खुद को नोटिस करते देख लिया था तो बोली “सी मेरा सिर्फ ब्रेक अप हुआ है मैं वल्नरेबल नहीं हूँ की उतम मुझे चेक आउट करोगे” मैं हंसा और बोला “मैं फिर भी तुम्हे चेक आउट करूँगा” अब वो हँसी और बोली “सेक्सुअल हेरास्मेंट का केस लगा दूंगी”. मैं नीलांजना के करीब गया और बोला “चलो तुम्हारी खातिर एक केस ही सही” वो बहुत जोर से हँसी और मैंने भी उसका साथ दिया लेकिन जैसे ही हमारी हँसी अपने चरम पर थी तो उसने एक दम रोना शुरू कर दिया और मुझसे लिपट गई. मैंने पूछा “क्या हुआ नील” तो वो सुबकते हुए बोली “नहीं यार नहीं हैंडल हो पा रहा आई कांट फॉरगेट हिम”.

मैं उसे बालकनी से अन्दर रूम में ले आया और बेड पर बिठा कर पास में अधलेटा हो कर उस से बातें करने लगा, बातें करते करते कब मैं और नील करीब आगये पता ही नहीं चला अब उसका सर मेरी चेस्ट पर था और उसके सर से आती भीनी भीनी खुशबु मुझे पागल किए दे रही थी. मैं आलरेडी उस से प्रभावित था और अब जब वो सिंगल भी थी और मेरे करीब भी तो मैंने उसके सर पर हल्का सा किस कर दिया, नील ने अपना सर ऊपर किया मुझे देखा और कुछ कहने की बजाए मुझे स्मूच कर लिया. हम दोनों दीन दुनिया से बेखबर बस एक दुसरे को चूमे जा रहे थे, नील बहुत अच्छे से किस करती थी और मैं भी उसी अंदाज़ में उसका पूरा साथ दे रहा था.

उसके खुले बाल और उसकी बड़ी बड़ी सुन्दर बंगाली आँखें मुझे पहले ही बहुत पसंद थी और अब तो पूरी की पूरी नील मेरे आगोश में थी सो मैं पूरी तरह उस में समा जाना चाहता था. नील ने अपने और मेरे दोनों के कपडे उतार दिए और मेरे बदन से अपना बदन रगड़ने लगी, उसके गरमा गरम शरीर को अपने शरीर पर मैंने जैसे ही महसूस किया मेरा लंड अपनी पूरी औकात में आ गया और नीलांजना के शरीर से रगड़ खाने लगा. नील ने मेरे लंड को पकड़ा और चूमने लगी, बड़े बड़े होंठों के बीच मेरा लंड बड़ा ही धन्य होता महसूस कर रहा था. नील ने मेरे लंड को चूस चूस कर उसे पूरा तैयार कर दिया था और अब कुछ और बिगड़े उस से पहले ही वो उस पर चढ़ने को तैयार हो गई.

उसने मुझे सीधा लिटाया और मेरी पीठ के नीचे तकिये और कम्बल लगाकर मेरी पीठ ऊंची की और मेरे लंड को सीधाकर के उसकी सवारी करने लगी, नील के चोकोलेटी चूचे मेरी आँखों के सामने झूल रहे थे जिन्हें मैंने बीच बीच में चूम और चूस रहा था. नील अपने काले घने बाल लहरा लहरा कर मेरे चेहरे पर मार रही थी और बहुत ही सेक्सी तरीके से कभी मेरे लंड पर उठ बीत करती तो कभी ग्राइंड करती, मैं इस सब का मज़ा लेते हुए उसके चुचों पर अपने हाथों का कमाल दिखाते हुए कभी उन्हें दबाता कभी सहलाता तो कभी उसकी निप्प्ल्स को चुटकी में पकड़ का मसलता.

नील मेरे इस काम से और मस्त हो गई थी और जोर जोर से मेरे लंड पर कूदने लगी, मैंने इस पोजीशन से घबरा गया था सो मैंने पलटी मार कर उसकी चूत में लंड घुसाए घुसाए ही उसे बेड पर पटका और उसकी दोनों टांगों को हवा में रख के उसे चोदने लगा. नील भी कम नहीं थी, दो पांच मिनट इसी तरह चुदने के बाद उसने बेड के कार्नर तक खिसक कर मुझे ज़मीन पर खड़ा कर दिया और अपनी चूत में मेरा लंड फंसा कर कहा “अब रहम मत करना, जितने जोर से धक्का मार सकते हो मारो” मैंने उसकी बात मानी और मिनटों में ही हम दोनों थके पचे निढाल हो कर बेड पर पड़ गए. मेरा वीर्य उसकी चूत के मुहाने पर छिटक गया था जिसको उसने अपने हाथ से पूरी चूत पर फैला लिया और एक ऊँगली मुंह में रख कर चाट भी ली.

हम दोनों वापस पास पास लेट गए और बातें करने लगे, नील को मेरे साथ सेक्स बहुत अच्छा लगा और उसने कहा “तुम अच्छे इन्सान होयार, तुम्हारे साथ मैंने कहीं कुछ ग़लत तो नहीं किया” तो मैंने मुस्कुरा कर कहा “बस ये कह के ग़लत कर दिया, अब दुबारा करोगी”. ये सुनते ही नील ने मुस्कुराते हुए मुझे फिर से चूमना शुरू कर दिया और इस तरह से हमने ट्रेनिंग के पहले अपनी तैयारी की भुन्गोली बनाकर चुदाई में युटीलायिज़ कर ली. अब जब भी इस तरह की कोई ट्रेनिंग या मीटिंग होती है हम दोनों मिल कर खूब चुदाई करते हैं, नील ने मेरे जोन में ट्रान्सफर के लिए अप्लाई भी कर दिया है ताकि हम ये चुदाई का खेल जारी रखें.

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