कॉलेज के बॉयज हॉस्टल में मैंने रश्मि की चुदाई की

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हेल्लो फ्रेंड्स, मेरा नाम करन शर्मा है और मैं झारखण्ड का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 24 साल है। आज मैं आप सभी को अपनी पहली चुदाई की कहानी सुनाने जा रहा हूँ। आज से दो साल पहले की बात है और मेरा सिलेक्शन दिल्ली के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में हो गया था। जब मैं पहली बार कॉलेज गया तो मुझे बहोत अच्छा लग रहा था। क्योकि वहां लड़कियां भी पढ़ती थी। इससे पहले मैं लड़कियों के साथ में नही पढ़ा था। मैं हमेशा से ही लडको वाले कॉलेज में लडको के साथ ही पढाई की है।
फ्रेंड्स मैं कॉलेज में बॉयज हॉस्टल में ही रहता था। वहां मेरी दोस्ती अजीत नाम के एक लड़के से हुई। वो मेरे साथ मेरी क्लास में पढता था और पढने में भी ठीक था और देखने में भी काफी स्मार्ट था जिससे उसकी दो गर्लफ्रेंड थी। वो जब भी मुझसे मिलता था, तो मेरे से एक बार बार पूछता था क्या तेरी कोई गर्लफ्रेंड है क्या। तो मैं उससे हमेशा कहता था तू मेरे से ये सवाल मत पूछा कर। क्योकि मेरे को गुस्सा आ जाता है। मेरे क्लास में बहुत अच्छी अच्छी लड़कियां पढ़ती थी लेकिन मेरे को उनसे बात कर करने में शर्म आती थी। और मेरा दोस्त अजीत हमेशा लड़कियों से बात करने में लगा रहता था। दोस्तों मैं कॉलेज के लडकियो के बारे में सोच कर मैं रोज रात को अपने कमरे में पोर्न फिल्मे देख कर खूब मुठ मरता था। मेरा मन तो किसी की जम कर चुदाई करने को कर रहा था। लेकिन मेरी फूटी किस्मत के कारण मेरे को कोई चूत ही नही मिल थी।

एक दिन मैंने अजीत से कहा : यार तू हमेशा लड़कियों से बात करता रहता है मेरी भी किसी से दोस्ती करवा दे। तो उसने मेरे से कहा : तो बात करो न कोई रोकता थोड़ी न है।
दूसरे दिन मैंने अजीत के कहने पर एक लड़की से शरमाते हुए उसकी नोट्स मांगी और फिर धीरे धीरे उससे बात भी करने लगा। कुछ दिनों तक उससे बात करने से मेरी भी दोस्ती कई लड़कियों से हो गई। उन्ही लड़कियों में मेरी दोस्ती रश्मि नाम के एक लड़की से हो गई। वो देखने में कच्ची कली लगती है और काफी हॉट भी है। उसका बदन तो अभूत ही कोमल था और उसकी चूची को बहोत ही मस्त थे। देखने में बहुत गजब का लग रहा था। जब भी वो मेरे से मिलती थी तो मेरे को परेशान करने के लिए मेरे से कहती आज तेरे को काजल पूछ रही थी। तेरे को आसमा पूछ रही थी। और भी बहुत से नाम गिनाती रहती थी। तो मैं भी उससे उसकी खिल्ल्की लेने के लिए उससे कहता मैं तो सिर्फ तेरे को पसंद करता हूँ और मेरे को कोई पसंद नही आती है। मेरे इस बात पर वो गुस्सा हो जाती थी लेकिन फिर भी हमारी दोस्ती बहुत ही अच्छी थी।
एक दिन रश्मि मेरे नोट्स को लेकर मुझे परेशान कर रही थी और मैं उससे अपनी नोट्स लेने की कोशिस कर रहा था और मेरे हाथो में उसके दोनों गोल गोल, मुलायम और जानदार चूचियां आ गई। और मेरे हाथो से उसकी चूचियां दब भी गई जिससे मुझे थोडा सा शर्म आया लेकिन उसकी चूची को छूने के बाद मेरे लंड तो खड़ा होने लगा था। जब मेरा हाथ उसकी चूची में लग गया तो रश्मि भी रुक गई और उसने मेरे नोट्स को देकर वो वहां से चली गई।
जब वो दुसरे दिन आई तो मैं उससे कहा यार कल के लिए सॉरी मैं वो जान कर नही किया थी अगर तेरे को बुरा लगा हो तो उसके लिए सॉरी।

तो उसने मेरे से कहा : सॉरी तो मेरे को बोलना चाहिए मेरे वजह से ही ऐसा हुआ था। और इस तरह की छोटी छोटी बाते तो हुआ करती है। उस दिन जब रश्मि मुझसे बात कर रही थी तो उसकी आँखों में अलग तरह की चमक दिख रहा था। कुछ देर बात करने के बाद मैं वहां से चला गया। उस दिन के बाद जब भी रश्मि मेरे से मिलती थी वो मेरे से कुछ ज्यादा ही आकर्षित रहती थी। पहले तो मेरे को लगा हो सकता है वैसे ही मेरे से ऐसे बात कर रही हो, लेकिन एक दिन मैं अपनी सीट पर अकेले ही बिठा था और अचानक से रश्मि मेरे बगल में आ कर बैठ गई। क्लास शुरू हो गई और सर पढ़ने लगे। कुछ देर बाद रश्मि का पैर मेरे पैरो में लगने लगा। मेरे को लगा हो सकता है वैसे ही लग गया होगा। लेकिन जब मैं कुछ नही बोला तो उसको लगा मैं भी चाहता हूँ कि वो मेरे पैर में अपना पैर लगाये। कुछ देर बाद वो मेरे पैरो को अपने पैरो से सहलाते हुए अपने अपने हाथ को मेरे जांघ पर रख दिया और अपने हाथ को मेरे लंड की तरफ बढाने लगी। मैंने तुरंत ही उसके हाथ को अपने लंड से हटा दिया क्योकि मेरा लंड खड़ा होने लगा था। क्लास खत्म होने के बाद मैंने उससे कहा : आज क्लास में तू क्या कर रही थी?? तो उसने मेरे से कहा : यार मैं तेरे को पसंद करती हूँ और मेरे को लगा तू भी मेरे को पसंद करता होगा क्योकि तू हमेशा मेरे से कहा करता था मैं तो सिर्फ तेरे को ही पसंद करता हूँ।
मैंने उससे कहा : देख वो तो मैं तेरे से मजाक कर रहा था। वो मेरे से बार कह रही थी मैं तेरे को पसंद करती हूँ। मैं कुछ देर उससे कुछ नही बोला और फिर मैंने उससे कहा : मैंने तेरे को कल बताता हूँ कल तक तू इंतजार कर।
मैं अपने रूम में आ गया और पूरी बात अजीत को बताई। उसने मेरे से कहा : भाई तेरे को भी मौका मिल गया है अब तू रश्मि को अपने रूम ला कर यही पर अपनी पहली चुदाई का मज़ा उठाना।
मैंने दुसरे दिन रश्मि को हाँ कर दिया और फिर हम क्लास के बाद किसी कोने में बैठ कर रोज एक दुसरे के होठ को खूब चुमते हुए किस करते। कुछ दिन बाद मैंने उससे कहा : यार मेरे को तेरे साथ में सेक्स करना है और इससे पहले मैंने किसी के साथ में सेक्स नही किया है। पहले तो उसने मना किया लेकिन बहुत देर तक मनाने के बाद वो भी मेरे साथ सेक्स करने के लिए मान गई। मैंने उससे कहा : कल मैं कॉलेज नही आऊंगा और कल तू मेरे रूम में आ जाना।
अगले दिन हॉस्टल के सारे लड़के चले गए, सबके जाने के बाद मैंने रश्मि को फोन किया और फिर मैंने उससे कहा तू चुपके से हॉस्टल में आ जा। कुछ देर बाद वो हॉस्टल में आ गई। जब वो मेरे कमरे आई तो बहोत ही कमाल लग रही थी। मैंने उससे कहा : आज तो तू मस्त माल लग रही है। वो हसने लगी, कुछ देर मेरे से बात करने के बाद उसने मेरे से कहा : यार जो करना है जल्दी करो बात तो बाद में भी कर सकते है। उसके बातों से लग रहा था जैसे वो भी चुदने के लिए बेताब हो रही है।

जब उसने मेरे से ये बात कही तो मैंने उसको पकड कर दीवार के किनारे ले गया और रश्मि को दीवार से चिपका दिया और फिर उसने अपने दोनों हाथ को उसकी कमर पर रख कर उसकी चिकने और गोर गाल को चुमते हुए मैंने अपने होठ को उसके होठ पर रख दिया और उसके होठो को चूमने लगा। वो भी मेरे होठ को चुमते हुए मुझसे लिपटने लगी और उसकी दोनों चूचियां मेरे सिने से दबने लगी जिससे मेरे अंदर जिस्म की आग जल उठी और मेरा लंड धीरे धीरे खड़ा होने लगा। मैं रश्मि के होठो को चुमते हुए बहोत ज्यादा ही उतावला होने लगा और मैं उसके पतले और रसीले होठ को अपने मुह में में लेकर चुमते हुए मैं उसकी चूची भी मसलने लगा और कुछ देर बाद तो मैं अपने हाथ को उसकी कुर्ती में डाल दिया और उसकी चिकनी और मुलायम चूची को दबाते हुए मैं उसके होठो को चूम रहा था। उसके होठ चूमने में बहोत मज़ा आ था।
कुछ देर बाद मैंने उसको गोदी में उठा लिया और उसको बेड पर ले गया। मैंने पहले उसकी कुर्ती को निकाल दिया और उसके सफ़ेद रंग के ब्रा को छुते हुए मैंने उसकी चूची को ब्रा के ऊपर से ही दबाना शुरू कर दिया और रश्मि की चुचियों को दबाते हुए चूमने लगा। कुछ देर उसकी चूची को चूमने से उसका बदन गर्म हो गया और वो चुदने के लिए और भी बेताब होने लगी। और मेरे से चिपकती जा रही थी। कुछ देर बाद मैंने उसके ब्रा को भी निकाल दिया और फिर उसके काले और गुलाबी निप्पल को चुमते हुए मैंने उसकी चूची को दबने लगा और जब मैं उसके दूध को जोर जोर से बड़े जोश में दबा रहा था तो वो जोर जोर से ….अह्ह्हं आह आह उन्ह उहं उहं इहं …. उम उम ओह ओह ….. करके सिसकने लगी थी।
थोड़ी देर बाद मैंने उसके बूब्स को अपने हाथो से दबते हुए अपने मुह में ले लिया और उसके निप्पल को चुमते हुए उसके चुचियों को पीने लगा। जैसे जिसे मैं उसकी चुदाई के लिए बेताब हो रहा था वो भी पूरे जोश में मेरे से चुदने के लिए बेताब हो कर जोर जोर से आहें भर रही थी।

बहुत देर तक उसकी चूची को पीने के बाद मैंने उसकी जीन्स की बटन को खोला और फिर उसकी जीन्स को निकाल दिया। उसने उस दिन काली रंग की पैंटी पहनी थी। मैंने अपने हाथो से उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चूत को सहलाते हुए उसकी पैंटी भी निकाल दी और फिर मैंने अपने कपडे भी निकाल दिए। रश्मि 6 लम्बे और 2 इंच मोटे लंड को देख कर उसने मेरे लंड को पकड लिया और सहलाने लगी जिससे मेरा लंड और भी कड़ा हो गया। उसने मेरे लंड को सहलाते हुए मेरे लंड को चूमने लगी और अपने मुह में लेकर चूसने लगी। वो मेरे लंड को बहुत देर तक चुसती रही और मुझे काफी मज़ा आ रहा था ।
कुछ देर बाद मैंने उसकी चूत को अपनी उँगलियों से फैलाते हुए उसकी चूत को मसलने लगा। जिससे रश्मि भी मचलने लगी। कुछ देर बाद मैंने अपने लंड को उसकी चूत की दीवार में लगते हुए अपने लंड से उसकी चूत में रगड़ने लगा और कुछ देर बाद मैंने अपने लंड को हल्का सा धक्का दिया और मेरा लंड उसकी चूत के अंदर चला गया। मुझे थोडा डर लग रहा था क्योकि ये मेरी पहली चुदाई था लेकिन जब मैंने उसकी चुदाई करनी शुरू की तो मेरे को मज़ा आने लगा और साथ में रश्मि भी मेरे लंड का मज़ा लेते हुए चुदने लगी थी। कुछ देर धीमी गति से चुदाई से रश्मि को तो मज़ा आ रहा था लेकिन मुझे मेरे को ज्यादा मज़ा नहीं आ रहा था। फिर मैंने उसकी चिकनी कमर को पकड़ा और अपनी चुदाई करने की रफ्तार बढ़ाने लगा और जोर जोर से अपने लंड को उसके चूत के अंदर तक डाल डाल कर निकाल रहा था। जिससे कुछ ही देर में मेरे को तो मज़ा आने लगा, लेकिन जैसे जैसे मैं जोर जोर से चुदाई करने लगा था उसकी चूत में ज्यादा रगड़ की वजह से वो चीखने लगी। लेकिन मेरा मोटा लंड जोर जोर से उसकी चूत में जा रहा था और उसकी चूत से पट पट पट……. की आवाज़ आने लगी थी। जिससे वो भी तडपते हुए आ आह आह हूँ हु हूँ उफ़ उफ़ हाईई……..अहह्ह्ह्हह उहह्ह्ह्हह….. …ऊँ…ऊँ करके चीखने लगी थी।

काफी देर तक उसकी चुदाई करने के बाद मैंने अपने लंड को उसकी चूत से बाहर निकाल लिया और उसको किस करते हुए मैं उसकी चुचियों को दबने लगा। और फिर कुछ देर बाद मैंने फिर से अपने लंड को उसकी चूत में लगे और फिर से उसकी चुदाई करने लगा। जैसे जैसे मेरा मोटा लंड उसकी चूत में जा रहा था उसकी चूत पूरी तरह से फ़ैल रही थी और वो जोर जोर से चीख रही थी। बहुत देर तक लगातार चुदाई करने के बाद जब मेरा वार्य निकलने वाला था तो मैंने अपने लंड को उसकी चूत से बाहर निकाल और मुठ मरने लगा। कुछ देर बाद मेरा वार्य बाहर निकलने लगा और मेरे मुह से जोर जोर से आह आह आह… ओह्ह.. ओह्ह…. करके आवाज़ आने लगी।
चुदाई के बाद भी रश्मि ने मेरे से बहुत देर तक बात किया और मैंने भी बहुत देर तक उससे बात करते हुए किस किया। दोस्तों इस तरह से मैंने अपनी जिन्दगी की पहली चुदाई की।