हेलो दोस्तों, मैं आदित्य मेहरा आप सब के साथ अपनी कहानी शेयर कर रहा हूं.
यह स्टोरी मेरी और मेरी बहन की है, मेरी उम्र २२ साल है और मैं पुणे में रहता हूं.
मेरे घर में मेरे मम्मी, पापा, मैं और मेरी छोटी बहन रहते हैं. मेरी बहन निशी १९ साल की है, फिगर स्लिम और स्किन कलर वाइट है. वह बहुत खूबसूरत है. उसके कॉलेज में भी उसके बहुत सारे दीवाने हैं.
मेरा कहानी तब शुरू हुई जब मैं अपने होमटाउन में रहता था और मेने इस साइट पर कहानियां पढ़ना शुरू किया.
धीरे धीरे मैंने अपनी छोटी बहन की खूबसूरती नोटिस करनी शुरू कर दी.
छुप छुपकर उसके ब्रा और पेंटी देखता था और उसे देखकर मेरा लंड हार्ड हो जाता था.
मैं और मेरी बहन दोनों एक ही रुम में रहते थे. एक रात जब वह सो रही थी तब मेरी नींद खुली और मैंने उसके चेहरे को देखा. वाव… कितनी क्यूट थी.. इस बीच मेरा लंड भी खड़ा हो गया था, मैंने धीरे से उसके कमर पर हाथ रखकर चेक किया कि वह सो रही है या जाग रही है? कोई हरकत ना होने पर मैं आगे बढ़ा और उसके बूब्स को हल्के से प्रेस किया, उसने टी शर्ट और शॉर्ट्स स्कर्ट पहन रखा था.
फिर उस के गोरे लेग्स को टच किया.. कसम से इतने सॉफ्ट थे की मैंने आज तक नहीं देखा था. उसके बाद धीरे से उसके स्कर्ट को ऊपर उठाया, उसने लाल कलर की पैंटी पहनी थी. मैंने धीरे से उसकी पैंटी को ऊपर से टच किया, उसकी चूत बहुत गर्म थी.
इस सबके बीच मेरा ६ इंच का लंड मेरे पजामे से बाहर आ गया था, निशि को पहली बार ऐसा देख कर मुझे कंट्रोल नहीं हो रहा था पर डर भी लग रहा था, इसलिए मैंने उसे देख कर अपने लंड को हिला कर शांत कर लिया और सो गया.
अगले दिन सब नॉर्मल था घर में, मेरी हिम्मत बढ़ गई थी, मैं अब बस रात होने का इंतजार कर रहा था.
रात में सब जब सो गए तब मैंने फिर से अपनी खूबसूरत बहन को फिल करना शुरू कर दिया, उस रात मैंने अपना अंडरवियर नहीं पहना था और अपना लंड निकालकर अपनी बहन के हाथ में रख दिया.
उसके सॉफ्ट हाथ मेरे लंड को छू रहे थे, फिर हिम्मत करके उसके टॉप में हाथ डालकर उसके बोबे प्रेस करना शुरु कर दिया, वह बिल्कुल गहरी नींद में सो रही थी.
फिर उस के टॉप को उसके बूब्स तक उठा दिया, अब उसके बूब्स और मेरे बीच उसका ब्रा था. मैंने धीरे से उसकी ब्रा ऊपर कर दी और उसके निप्पल अपने मुंह में लेकर चूसने लगा, ऐसा लग रहा था कि मैं जन्नत में हूं.
फिर उसकी स्कर्ट को ऊपर उठाया और उसके पैंटी में हाथ डालकर उसकी गरम चूत पर अपना हाथ रख दिया, उसकी चूत गीली हो गई थी और उसकी बॉडी में अब हलचल हो रही थी.
वो नींद में भी मजा ले रही थी.
उसके बाद मैं उसके हाथ से ही अपना लंड हिलाना शुरू किया और मैं एक मिनट में ही अपना सारा माल उसकी जांघ पर निकाल दिया.
यह सब होने के बाद अगले दिन मुझे उसके बिहेवियर में कुछ चेंज दिख रहा था.
वह मेरे साथ ज्यादा बात नहीं कर रही थी.
मैं तो बस रात होने का इंतजार कर रहा था और मैं जब निशि को देखता तब रात की घटना याद आटी थी कि मेरा लंड खड़ा हो जाता था. मुझे अब कंट्रोल नहीं हो रहा था.
रात होते ही मैं बेड पर पहले ही चला गया और निशि का इंतजार करने लगा. वह रुम में आई और बिस्तर पर सो गई. रात के १ बजे मैंने अपना काम शुरू किया.
आज मेरा मूड थोड़ा ज्यादा ही गर्म हो रहा था, इसलिए मैंने अपने कपड़े उतार दिए और बस अपने शोर्ट में था. फिर मैंने निशि को पीछे से हग किया और उसके बूब्स को प्रेस करने लगा.
पिछली रात की तरह ही उसके बूब्स सक कीए और फिर उसकी स्कर्ट उठाकर उसकी पैंटी में हाथ डाल दिया.. आज उस की चूत कल रात से भी ज्यादा गीली लग रही थी.
मुझे शक हुआ कि वह जागी हुई है इसलिए मैंने उसकी चूत पर अपनी उंगली करनी शुरू कर दी है तो उसकी सिसकियां आनी शुरू हो गई..
मैंने उसके बूब्स सक कर रहा था और एक हाथ से उसकी चूत मसल रहा था. तब उसकी आंख खुली और वह सिसकियां लेते हुए बोली क्या कर रहे हो भैया? मैं आपकी छोटी बहन हूं.
मैंने उसकी आंखों में देखकर बोला आई लव यू निशा.. और उसके होठों पर अपने होंठ रख दिए और पागलों की तरह उसे किस करने लगा. वह भी धीरे धीरे रिस्पांस देने लगी.
उसके बाद उसके ऊपर आकर उसके दोनों बूब्स को अपने मुंह में लेकर चूसने लगा.
निशि : आह्ह औऊ अहह दर्द हो रहा है भैया.
मैंने कहा : आई लव यूअर बुब्स निशि.
फिर उसकी पैंटी निकाल कर उसके चूत पर किस किया.. वह जटके से उछल पड़ी.. उसकी चूत को अपनी जीभ से चाटना शुरू किया और वह जोर जोर से सिसकिया लेने लगी और औउ अहह अऊ ईई अह्झ यू ययय आऊओ ओह्ह औउ अम्म्म ओम्म्म आवाज निकालने लगी.
थोड़ी देर में वह पूरी जड गयी.
मैंने कहा : अब तुम्हारी बारी है.
मेरा ६ इंच का लंड उसके सामने था.
उसने कहा : यह तो बहुत बड़ा है.
मैंने उसे अपना लंड चूसने के लिए बोला, पहले तो उसने मना कर दिया, पर फिर मान गई.
उसने पहले मेरे लंड पर हल्के से किस किया फिर धीरे से अपने मुंह में लेना शुरू किया.
अपना लंड अपनी बहन के मुंह में देख मुझे कंट्रोल नहीं हो रहा था मैंने उसका सिर पकड़ कर अपना लंड उसके मुंह में अंदर बाहर करना शुरु कर दिया..
वह भी अब मेरे लंड को चूस रही थी.
मैंने कहा की थोड़ी देर में यह तुम्हारे अंदर जाने वाला है.
निशि ने कहा : नहीं भैया, आपका बहुत बड़ा है और मैं वर्जिन हूं..
मैंने कहा : कोई नहीं, मैं प्यार से करूंगा.
मैं उसके दोनों पैरों के बीच में आ गया और अपना लंड अपनी बहन की चूत पर रब करना शुरू किया, उसकी गीली चूत पर मेरा लंड फिसल रहा था..
निशि ने कहा : भैया प्लीज मुझे डर लग रहा है..
मैंने कहा : बस एक मिनट उसके बाद सिर्फ मजा आएगा तुम्हें.
अपने लंड को उसकी चूत में डालना शुरू किया, उसकी चूत बहुत टाइट थी. एक जोर का धक्का दिया और मेरा लंड उसकी चूत में आधा चला गया. वह जोर से चिल्लाने लगी और रोते हुए बोली भैया प्लीज बाहर निकालो बहुत दर्द हो रहा है.
पर अब मैं रुकने वाला नहीं था, मैंने उसके लिप पर अपना लिप रखा और जोर से एक धक्का लगा दिया.. और मेरा पूरा लंड अब मेरी बहन की चूत में था.
उसकी चूत में से खून निकल रहा था और वह ये देख कर रोने लगी.
मैंने उसे समझाया कि यह नॉर्मल है मैंने तुम्हारी अपनी वर्जिनिटी ली है..
उसके बाद मैंने उसे धीरे धीरे चोदना शुरू किया.
५ मिनट बाद उसे भी मजा आने लगा और वह भी भैया प्लीज और जोर से चोदो अपनी बहन को आई लव यू कहने लगी.
मैंने कहा : हां यह ले और जोर से मेरी जान…
यह बोलते हुए उसे जोर जोर से चोदना शुरू किया, एक हाथ से उसके बूब दबा रहा था और उसे किस कर रहा था.
निशि ने कहा भैया मैं आ रही हूं मैंने कहा मैं भी आ रहा हु.
और फिर मैंने अपना सारा माल उसकी चूत में डाल दिया उसकी चूत में से मेरा माल निकल रहा था.
उसके बाद हम दोनों ने उस रात दो बार और चुदाई की और एक दूसरे की बाहों में सो गए.
अपनी बहन को रोज रात को चोदता रहा जब तक कि मुझे पढ़ाई के लिए घर से बाहर नहीं जाना पड़ा, अब मैं जब भी घर जाता हूं तो हम सेक्स करते हैं..
तो यह मेरी पहली कहानी थी, अगर आपको मेरी कहानी पढ़ कर मजा आया तो मुझे प्लीज कमेंट करे..