Hindi Sex stories अनोखी चुदाई

HOT Free XXX Hindi Kahani
आप जानते है की मेरा लंड हमेसा किसी न किसी नयी बुर की तलास में रहता है इसी तलास में आखिर कार मुझे कामयाबी मिल ही गयी मेरी बहुर दूर की एक भाभी जिनका नाम है कविता उम्र ३६ साल कद ५’३” बदन भरा भरा चूंची बड़ी बड़ी चूतड उभरे हुए उनके घर दो तीन बार आने जाने से नजदीकियां बढ़ गयी एक दिन मैं उनके घर बैठा था वो जैसे ही नास्ता नीचे टेबल पर रखने लगी मुझे उनकी बड़ी बड़ी चूंचियां बिल्कुल नंगी दिख गयी मुझे लगा की वो मुझे चूंची दिखाने के लिए ज्यादा झुक गयी थी

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तब मैंने कहा भाभी आप बहुत सुंदर है आप की वो भी बहुत खूबसूरत हैं वो बोली वो क्या मेरी चूंचियाँ मैंने हां तो वह बोली इसमे क्या लो तुम ख़ुद ही खोल कर देख लो मैं खड़ा हुआ और उनकी मैकशी उतार दी वो कविता भाभी बिल्कुल नंगी हो गयी नीचे न तो पेटीकोट था और नही चड्डी मेरा तो लौड़ा अन्दर से ही खड़ा हो गया उन्होंने मेरे दोनों हाथ पकड़ कर अपनी चूंचियों पर रख लिया और कहा लो इन्हें मसलो और चूस लो जी भर कर मैं चूंची चूसने लगा तब तक उसने मेरी कमीज़ उतार दी भी और पैंट भी नेकर के ऊपर से ही लंड रगड़ने लगी और बोली यार तेरा लौड़ा तो बड़ा मस्त लग रहा है फिर नीचे सरक कर घुटनों के बल बैठ गयी नेकर को नीचे घसीट दिया मेरा लंड फनफना कर उनके सामने खड़ा हो गया उसे पकड़ कर बोली अरे साला मादर चोद कितना मस्त है कितना बड़ा है रे भोसड़ी के तेरा लौड़ा यह कह कर लंड को कई बार चूम लिया और फिर गप्प से मुह में लेकर चूस ने लगी लंड को बार बार अन्दर बाहर करने लगी जबान से जिस तरह से सुपाडा चाट रही थी उससे मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था फिर मेरा लंड पकड़कर घसीटते हुए मुझे बेडरूम में ले गयी मुझे चित लिटा कर लौड़ा फिर चूसने लगी थोडी देर में ख़ुद ही लंड पर बैठ गयी और मस्त होकर चुदवाने लगी उसदिन मैंने उन्हें पीछे से चोदा ऊपर चढ़ कर चोदा उनकी चूंची भी चोदा फिर करीब एक घंटे के बाद दूसरी चुदाई शुरू हुई इस बार बुर चोदने के साथ साथ गांड भी मारी सच बड़ी चुदक्कड है कविता भाभी तब मैंने कहा भाभी आप मुझे अपनी ज़िन्दगी की कहानी सुनाओ कैसे आपने चुदवाने में इतना महारत हांसिल कर रखा है
वह बोली आज से १० साल पहले मेरी शादी हुई थी उस समय मैं ज्यादा जवान थी चूंची थोडी छोटी छोटी थी लेकिन सख्त थी चूत भी कसी कसी थी चूतड चौडे थे लड़के मुझे देखकर अपना लौड़ा पैंट के ऊपर से ही रगड़ने लगते थे मुझे लंड का शौक शादी के पहले ही लग चुका था मुझे कई लोगों से एक साथ चुदवाने और ग्रुप के साथ चुदवाने का शौक भी हो गया था जिसका परिडाम यह है की आज कल मेरे पास हमें मिलाकर ८ जोड़े है मैं इन जोडों के साथ अपने मर्दों को बदल बदल कर खूब चुदवाती हूँ यह बात दूसरी है की सभी ८ जोड़े एक साथ मुस्किल से मिल पाते है लेकिन जितने भी मिलते है मज़ा आ जाता है मेरे पति जब परायी बीवी को चोद्ते है और मैं पराये पति से चुदवाती हूँ तो हम दोनों को बड़ा मज़ा आता है अब मैं सब से पहले वाले जोड़े के साथ हुई चुदाई की कहानी तुमको सुना रही हूँ
मेरी शादी काके से हो गयी काके का कद ५’८” है वह गोरा चिट्टा मजबूत जवान है उसकी चौडी छाती है और लौड़ा भी चौडा है मुझे तो पहली सुहागरात में ही मज़ा आ गया था उस रात को मैंने तीन बार खूब मस्ती से चुदवाया फिर तो चुदाई का सिलसिला चलता ही रहा घर पर तो हम दोनों अक्सर नंगे नंगे ही रहते थे किसी के आने पर हल्का सा कपड़ा डाल लेते थे करीब ५/६ साल तक हमलोग चुदाई का आनंद उठाते रहे लेकिन फिर धीरे धीरे मज़ा कम होता गया मैंने महसूस किया की मेरा पति मुझे चोदते समय किसी और औरत का नाम ले रहा है कभी किसी पडोसन का कभी ऑफिस की कोई औरत का कभी किसी हिरोइन का मैंने पूंछा तो बताया की ऐसा करने से लंड ज्यादा तनतना जाता है तो चोदने में मज़ा आता है मैंने कहा यह बात तो सही है की जब तुम परायी औरत का नाम ले कर चोदते हो तो मुझे चुदाने में ज्यादा मज़ा आता है तब धीरे धीरे मैंने भी पराये मर्दों का नाम लेना शुरू किया तो मुझे चुदवाना और अच्छा लगने लगा अब हमलोग खुल कर बातें करने लगे एक दिन काके बोला की मैं बुर चोदी मिसेज़ खन्ना की चूत चोद रहा हूँ और मिसेज़ अरोरा की चूंची दबा रहा हूँ तो मैं बोली ठीक है रे खन्ना का लौड़ा मेरी चूत में घुस कर मज़ा दे रहा है और अरोडा का लंड मेरे हाथे है मैं उसे चूस रही हूँ यही सब बात कर कर के हम चुदाई करने लगे एक दिन काके ने कहा कविता क्यों न हम एक नए जोड़े को ढूंढे जो हम दोनों के साथ मिलकर चुदाई करने के लिए तैयार हो जाए उसी दिन से हमारी तलास शुरू हो गयी
हमने इन्टरनेट पर देखना शुरू किया फिर अचानक एक दिन गोवा जाने का प्लान बन गया दूसरे दिन ही हम गोवा पहुँच गए एक अच्छे से होटल में ढहर गए उसी समय मैंने देखा की एक और जोड़ा आ रहा है हम थोडी देर के लिए रुक गए वे दोनों हम उम्र लग रहे थे उन्होंने भी चेक इन किया और अपने कमरे में जाने लगे मैं उस आदमी को देख रही थी गोरा चिट्टा खूबसूरत नौजवान मेरा तो दिल उस पर आ गया उसी तरह काके भी उसकी बीवी को देख रहा था मुझसे बोला क्या औरत है यार बड़ी चीज है मस्त होकर चुदवाने वाली है हम जब अपने कमरे में पहुंचे तो पाया की ये दोनों मेरे बगल के कमरे में ही आ रहे है नजदीक आकर मैंने जैसे ही उस औरत को देखा तो मेरा मन बोला शायद इसको कहीं देखा है मेरे मुह से निकला माफ़ कीजियेगा मुझे लगता है मैंने कहीं आप को देखा है उसने भी हां में हां भर दी हम लोग अपनी अपनी याददास्त टटोलने लगे सहसा वह बोल पड़ी आप कविता जी है मैंने कहा हां और शायद तुम शिवानी हो उसने कहा आप ने सही पहचाना मैं शिवानी हूँ जो आप के साथ कॉलेज में पढ़ती थी मैंने कहा अरे यार कितने दिन बाद आज हम लोग यहाँ मिल रहे है तब उसने अपने पति शेखर से मिलवाया और मैंने अपने पति काके से फिर हमने कहा अच्छा चलो आज का डिनर हम लोग साथ साथ करेंगे रात ८ बजे मेरे कमरे में आ जाना
ठीक समय पर शेखर और शिवानी मेरे कमरे में आ गए मैंने झट से पूंछ लिया की तुम दो नो लोग ड्रिंक्स लेते हो या नही शिवानी बोली हां यार खूब और यहाँ तो खूब मस्त होकर पियेंगे यह सुन कर मुझे लगा की अपना काम हो जाएगा हम चारों लोग शराब पीने लगे तब मैंने देखा की शिवानी बिना ब्रा के टी शर्ट पहन कर आयी है धीरे धीरे उसने ऊपर के बटन भी खोल दिए उसकी चूंची आधी नंगी दिखायी पड़ रही थी तब मैंने भी अपनी आधी चूंची बाहर निकाल कर रख दिया मैंने दे खा की वे दोनों एक दूसरे की बीविओं की चूंचियाँ देख रहे है शराब का नशा चढ़ रहा था अचानक शेखर अपनी बीवी शिवानी को लेकर डांस करने लगा मैं भी अपनी पति के साथ डांस करने लगी म्यूजिक में अस्लील गाने बज रहे थे फिर एका एक शेखर ने मेरा हाथ पकड़ा और बोला भाभी तुम मेरे साथ नाचो और शिवानी काके के साथ नाचेगी मैंने पहले तो मना किया लेकिन फिर मान गयी अरे मैं तो यह चाहती ही थी नाचते समय शेखर मेरी चूंची पर अनजान बन कर हाथ रख देता था उसने कई बार यह किया तो मैंने भी उसका लंड २/३ बार पैंट के ऊपर से ही दबा दिया मैंने उधर देखा तो पाया शिवानी तो अपनी चूंची लगभग नंगी कर चुकी थी मैंने अपने पति को उसकी चूंची दबाते हुए देखा और शिवानी को उसका लंड अब मुझे यकीन हो गया शेखर से चुदवाने का मौका मिल जाएगा उधर काके भी खुश था उसको शिवानी चोदने को मिलेगी ३/४पैग पीने के बाद खाना हुआ मैंने देखा की शिवानी और शेखर ने ज्यादा पी रखी है इसलिए खाने के बाद वे दोनों आउट हो गए खैर दूसरे दिन शिवानी ने कहा आज रात का खाना मेरे कमरे में होगा दिन में हम लोग घूमने निकल गए घूमते समय मैं शेखर के साथ थी और काके शिवानी के साथ मैं और शेखर दोनों खुल कर बात करने लगे जिसमे चूत चुदाई चूसना लंड गांड आदि शब्द आने लगे उधर मेरे पति ने बताया की शिवानी तो बड़ी बेशरम है यार रस्ते भर लंड बुर चूंची गांड चुदाई की ही बातें करती रही अब हम लोग अदला बदली कर चुदाई का खेल करने के लिए तैयार थे
रात को ८ बजे वो दोनों आ गए मैंने अपने कमरे में सब इंतजाम कर रखा था मैंने झट से सब के लिए ड्रिंक्स बनाया हम लोग मजे से शराब पीने लगे इतने में शिवानी उठी और उसने अपना दुपट्टा उतारकर पलंग पर फ़ेंक दिया नीचे कुछ भी नही था उसकी दोनों चूंचियाँ उछल कर हम सब के सामने आ गयी वह उठी और मेरी तरफ़ लपकी मुझे उठाया और मेरी टी शर्ट उतार दी मेरी भी चूंचियाँ उछल कर मैदान में आ गयी उसने कहा अरे बहन चोद कविता तेरी तो चूंची मेरी चूंची से बड़ी है मैंने कहा नही यार तेरी बड़ी है तब वह नज़दीक आई और चूंची के सामने चूंची कर के बोली आओ दो नो को मिला कर देख ले किसकी बड़ी है यह कहकर उसने अपनी चूंची मेरी चूंची से लड़ाने लगी फिर मुझे चिपका लिया और अपनी गांड ऐसे उछालने लगी जैसे की वह मेरी चूत चोद रही हो वह अपनी घुन्डियाँ मेरी घुंडियों से लड़ाने लगी मुझे मज़ा आ रहा था और हम दोनों को देख कर उन् दोनों को मज़ा आ रहा था इतने में उसने मेरी जींस खोल दी मैं बिल्कुल नंगी हो गयी मैंने उसका पेटीकोट खोल डाला वह भी नंगी हो गयी उसकी चिकनी चूत देख कर मैंने पूँछा क्या तुम हरदिन झांटे बनाती हो वह बोली जैसे मर्द लोग अपनी दाढ़ी बनाते है हरदिन वैसे मैं भी अपनी चूत की झांटे बनाती हूँ तो तुम्हारे पति की झांटे कौन बनाता है वह बोली इनके दोस्तों की बीवियां मैंने कहा तो क्या तुम उनके मर्दों की झांटे बनाती हो तो वह बोली हां बिल्कुल तो क्या चुदवाती भी हो मैंने पूछा हां चुदवाती भी हूँ तो क्या तुम लंड की अदला बदली करती हो उसने कहा हां बिल्कुल वे लोग चूत की अदला बदली करते है साले मादर चोद परायी बीविओं को खूब चोद्ते है तो मैं भी पराये मर्दों से खूब चुदवाती हूँ मैंने कहा इसका मतलब है आज तुम मेरे पति से चुदवायोगी बोली हां और मेरे पति की तरफ़ लपकी उसको एकदम नंगा कर दिया मुझसे कहा कविता तुम मेरे पति को नंगा करो मैं तो चाहती ही थी मैंने जैसे ही उसे नंगा किया उसका लंड फनफना कर मेरे हाथ में आ गया लंड को देख कर मैं बहुत खुश हुई मेरा मुह अपने आप खुल गया और मैं लंड चूसने लगी उधर शिवानी तो मेरे पति का लंड पाकर जैसे पागल हो गयी कई बार चूमा चाटा पेल्हर चाटा फिर गप्प से लंड मुह में डाल कर चूसने लगी थोडी देर में शिवानी ने काके और शेखर को एक साथ सोफा पर बैठा दिया फिर मेरे पति का हाथ पकड़ कर अपने पति के लंड पर रख दिया और अपने पति का हाथ पकड़ कर मेरे पति के लंड पर रख दिया लिहय्ज़ा वे दोनों एक दुसरे का लंड मुठियाने लगे इधर शिवानी मुझे चित लिटा कर मेरे ऊपर चढ़ बैठी लेकिन उल्टा माने यह की वह मेरी चूत चाटने लगी और मैं उसकी चूत थोडी देर में मैंने मुड़ कर देखा तो दंग रह गयी शेखर मेरे पति का लंड चूस रहा है इधर शिवानी उठी और मेरे पति के पास गयी उसका सर पकड़ कर अपने पति का लंड चूसने के लिए कहने लगी तब मैंने पहली बार अपने पति को किसी का लंड चूसते हुए देखा शिवानी मेरे पास आयी और बोली देखो मेरी बुर चोदी कविता सेक्स में सब चलता है मैं तो सब मर्दों की गांड भी चाटती हूँ अभी तेरे पति की भी गांड चाटूंगी साले बेटी चोद सारे मर्द मेरी गांड और बुर एक साथ चाटते है अब सीन बड़ा अच्छा था मैं शेखर का लौडा चूस रही थी शेखर मेरे पति का लंड चूस रहा था मेरा पति उसकी बीवी की चूत चूस रहा था थोडी देर में मैं उठी और शेखर के लंड बैठ कर चूत चुदाने लगी उधर काके शिवानी पर चढ़ बैठा और फकाफकफक चूत चोदने लगा फिर मैंने पीछे से चुदवाया शिवानी ने भी कुतिया की तरह चूत चुदवाई आख़िर में काके शिवानी के मुह में झड़ गया और शेखर मेरे मुह में हम दोनों ने झड़ते हुए लंड खूब चाटे इसके बाद खाना खाया और एक घंटे के बाद फिर चुदाई का दूसरा दौर चला इसमे हम दोनों ने चूंची खूब चुदवाई और गांड जी भर कर मरवाया तीसरे दिन होटल की तरफ़ से एक सूचना मिली जिसमे लिखा था की
” सबसे पहले हम होटल में रहने वालों का एक बार फिर स्वागत करते है हम आपको यह बताना चाहते है की हमारे होटल में सब प्रकार की सुबिधायें उपलब्ध है खास तौर पर सेक्स के लिए यदि आप परायी बीविओं को चोदने का शौक रखते है तो प्रतेक रात को ११.३० बजे नीचे के हाल में चले आयें आप अपनी बीवी को साथ लायें आप अपनी बीवी की एक चूत दे कर यहाँ पर कई चूत चोद सकते है अर्थात आप अपने पति का एक लंड देकर कई लंड से चुदवा सकती है आप अपनी बीवी के सामने दूसरों की बीवी को चोदें और आप की बीवी आप के सामने दूसरों के पतियों से चुदवाये तो सेक्स का मज़ा चरम सीमा तक पहुँच जाता है इस तरह के १५ जोड़े मौजूद है जिन्होंने अपनी सहमती देदी है वे सभी रात को नीचे ही आप को मिलेंगे हां इसकी कोई फीस नही है केवल आपकी निःशुल्क सेवा है ”
यह पढ़ कर हम सब उछल पड़े हमने अपने दो जोडों के नाम लिखवा दिए और रात का इंतज़ार करने लगे
उस रात को हम लोग बाहर चले गए थे तो लौटने में देर हो गयी फिरभी हम लोग नीचे हॉल में करीब ११.५० पर पहुँच ही गए गेट पर ही दो नंगी लौडियों ने रोका जब हम दोनों जोडो का नाम देखा तो हमारे कपड़े उतारने लगी बोली अन्दर तो आप सब को नंगे नंगे ही जाना पड़ेगा खैर हम चारों जब अन्दर घुसे तो झट से दो लड़कों ने हमें पकड़ लिया एक ने मुझे दूसरे ने शिवानी को उधर दो औरतें शेखर और काके को ले जा रही थी मैंने देखा की १५ जोड़े एक दूसरे की बीवी चोदने में लगे है कोई आगे से चोद रहा है कोई पीछे से कोई खड़े खड़े कोई गांड मार रहा है कोई चूंची चोद रहा है कोई लंड चूस रही है कोई लंड हिला रही है कोई दो दो लंड से चुदवा रही है कोई लंड का सड़का लगा रही है कोई दो दो लंड चूस रही है कोई चूत चटवा रही है लंड भी कई तरह के थे पतले लंबे चौडे काले गोरे झांट वाले बिना झांट वाले टेढ़े चपटे गोल हिनहिनाते तन्तानाते फनफनाते और फुफकारते लंड उधर गोल चूंची चौकोर चूंची आम जैसी चूंची खरबूजा जैसी चूंची तरह तरह की गांड तरह तरह की चूत यार मुझे तो देखने में ज्यादा मज़ा आ रहा था इतने में एक औरत मेरे पास आयी बोली आप कविता मैडम है न मैंने कहा हां तो वह बोली आप की चूंची बड़ी प्यारी प्यारी है मैंने पूंछा तुम्हारे हाथ में किसका लंड है वह बोली पता नही लेकिन लौडा बड़ा मस्त है बस मैं जानती हूँ की यह मेरे पति का नही है यहाँ पर अपने पति का लंड छोड़ कर किसी का लंड पकड़ सकती हूँ किसी से भी चुदवा सकती हूँ यही तो मज़ा है यहाँ इसीलिए तो आयी हूँ तो तेरे पति का लंड कहाँ है वह बोली मैडम आप जिस लंड को पकड़ कर हिला रही है वह मेरे पति का लंड है उधर काके बोला अरे साकेत तू यहाँ कैसे वह बोला यार मुझे आज कल परायी बीविओं को चोदने का चस्का लग गया है जब से मुझे यह मालुम हुआ की इस होटल में यह सुबिधा है मैं चला आता हूँ तो तुम्हारी बीवी कहाँ है यार तू जिसको चोद रहा है वह मेरी ही बीवी है अब तू अपनी बीवी बता मैं उसे चोदूंगा मैं तुंरत उसके पास गयी और साकेत का लौडा पकड़ लिया और कहा ले साले भोसड़ी के साकेत तू मेरी चूत चोद ले बहन के लौडे मैं ही काके की बीवी हूँ

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सच दोस्तों मैंने उस रात सभी लौडों से चुदवाया शिवानी बुर चोदी तो इतने सारे लौडे एक साथ पाकर दीवानी हो गयी मेरे पति ने सब की चूत जम कर चोदा शेखर भी मादर चोद कम नही है रात भर चोदता रहा तब से दोस्तों मुझे पराये मर्दों से चुदवाने का और मेरे पति को परायी बीवी को चोदने का चस्का लग गया बीविओं की अदला बदली करके आप भी इस अनोखी चुदाई का मज़ा लीजिये आपके लंड को सलाम और आपकी चूत को नमस्ते