हाय दोस्तों मेरा नाम राकेश हे और मैं जम्मू से हु. मैं आज आप दोस्तों के लिए अपना एक सेक्सी इंडियन सेक्स अनुभव शेयर करने के लिए आया हु. सभी चूत वालियों को मेरा प्यार और प्रणाम. तो चलिए आप का टाइम वेस्ट किये बिना सीधे ही चुदाई के किस्से पर ले चलता हूँ आप को. ये बात आज से सिर्फ 2 दिन पहले की हे.
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मैं शाम के करीब 9 बजे अपने बॉस को कार ले के रेलवे स्टेशन पर ड्राप करने के लिए गया था. बॉस की एक मीटिंग थी जिसके लिए वो दिल्ली जा रहे थे. बॉस की बोगी जहाँ आनी थी वही हम दोनों खड़े हुए थे. वहां बगल में 4 लड़कियां भी थी. वो सब मुस्लिम थी और सभी बला की सेक्सी और हॉट दिखती थी. वो लोग आपस में बातें कर रही थी जो मैंने और मेरे बॉस ने भी सुनी.
बातचीत पर से पता लगा की उनमे से 3 लडकियां बॉस वाली ट्रेन में ही जा रही थी. और चौथी लड़की जिसका नाम हिना था वो उन्हें ड्राप करने आई थी. हिना को वो लड़कियों ने पूछा की अब तू घर कैसे जाएगी तो वो बोली की मैं ऑटो ले लुंगी. हिना की उम्र 20 के करीब की होगी. और बहार से कपड़ो से जो मैंने एक्स-रे निकाला उसके ऊपर से उसका बॉडी फिगर 34-30-32 का लग रहा था. मेरी और हिना की आँखे बार बार मिल रही थी. मेरे अर्धजाग्रत मन यानि की सबकोंसिअस माइंड में भी यही था की यही पीछे रहेगी तो उसे ही देखो! मैं उसके बूब्स को देख के मन ही मन मंद मंद मुस्का रहा था. वो भी एक दो बार मुझे स्माइल दे चुकी थी.
मेरा बॉस ठरकी ही हे वो बोला, चलो ये तिन लडकियां हे तो ट्रेन के सफर थोडा मनोरंजन वाला हो जाएगा.
मैंने मन ही मन कहा, अबे भोसड़ी के टकले मादरचोद तेरी बेटी से भी छोटी लडकियां हे, साले कुछ तो रहने दे हमारे लिए.
हमारा बॉस ऑफिस की सभी लड़कियों को चोद चूका हे. साले ने बाकी लोगों के लंड पर ताले लगा दिए हे.
ट्रेन आने के एकदम एन मौके पर बॉस ने कहा, चलो मैं वाटर बोतल ले के आता हूँ तुम सामान सिट नम्बर 39 के निचे रख देना. बॉस के जाने के बाद मैंने फिर से हिना के बूब्स देखे. मैंने उसे स्माइल दी और फिर निचे उसकी चूत वाले हिस्से को देखने लगा. उसने भी समाईल दी वापस और मेरे लंड में बार बार उठने का हुनर आ गया.
ट्रेन आई, पहले वो लड़कियां चढ़ी और पीछे में. हिना सब से लास्ट थी. ट्रेन की बोगी में काफी अँधेरा सा था क्यूंकि बहुत सब पेसेंजर्स खाने के बाद सो चुके थे. हिना की गांड एकदम मेरे सामने थी जिसे देख के मेरे मुहं में पानी आ गया. मैंने हिम्मत कर के अपना हाथ उसकी गांड पर रख दिया. वो कुछ नहीं बोली तो मैं सहलाने लगा. वो पीछे मुड़ के वापस आगे को हो गई. उसे पता था की मैं अपने हाथ से उसकी गांड को टच कर रहा था.
अब की वो पीछे मुड़ी और बोली, आप को आगे जाना हे?
मैंने कहा नहीं मैं पीछे ही ठीक हूँ मुझे पीछे ही पसंद हे!
वो फिर से हंस पड़ी और साइड में हुई. मैं उसे क्रोस कर के आगे की तरफ हुआ और जानबूझ के मैंने अपनी कोहनी से उसके बूब्स को टच कर लिया. टच क्या मैंने उन्हें दबा ही लिया था. उसके मुहं से अह्ह्ह निकला. मैंने उसे सोरी कहा तो वो बोली, नो प्रॉब्लम.
मैंने बॉस की सिट पर उसका सामान रख दिया. वो लड़कियों की सिट भी वही पर थी और वो लोग बैठ गई. हिना मेरे बगल में ही बैठी हुई थी. मैंने उसकी आँखों में देखा और फिर मैंने उसके बूब्स की तरफ देखा. उसके निपल्स एकदम कडक हुए नजर आ रहहे थे. मैंने उसे स्माइल दी तो वो अब की शर्मा गई और उसने अपने चहरे को निचे कर लिया. तभी मेरा बॉस आ गया तो मैं उठ गया और निचे आया. बॉस मेरे पास आये और मुझे दो हजार का नोट दिया और बोले, ये ले राकेश रख ले.
मैंने बॉस को बाय कहा और जाने को ही था. मैंने तिरछी नजरों से हिना को देखा तो उसने भी अपनी दोस्तों को बाय कहा और वो भी निकल पड़ी मैंने एकदम स्लो चल रहा था ताकि वो मुझे पकड सके. मैंने फिर मूड के देखा तो वो मेरी तरफ ही आ रही थी. मैंने साइड में रुक के उसे इशारा किया. उसने मुझे इशारे से रुकने के लिए कहा.
वो मेरे पास आई तो मैंने कहा, आप को कहाँ जाना हे आप कहो तो मैं आप को छोड़ आऊं?
उसने मुझे एड्रेस बताया तो मैंने कहा मैं उधर से ही निकलनेवाला हूँ. हालांकि वो एरिया मेरे से एकदम ओपोसिट थी. कार पार्किंग में पहुचं के वो आगे की सिट पर बैठी कार में. मैंने अंदर घुस के उसे सोरी कहा.
हिना: सोरी किस बात की?
मैं: वो ट्रेन में आप के बदन के ऊपर दो बार गलत जगह हाथ लग गया था ना.
वो बोली: लग तो ऐसे रहा था की वो गलती से नहीं लेकिन पक्के इरादे से हुआ था.
मैं: वैसे आप ने भी मुझे रोका नहीं था, आप को भी अच्छा ही लगा होगा इसका मतलब?
वो बोली, अब कैसे बताऊँ की किसी ने पहली बार ऐसे टच किया था.
ये कह के वो एकदम शर्मा गई. मैंने भी सही मौका देख के उसकी छाती के ऊपर हाथ रख दिया और उसके बूब्स मसल दिए.
वो बोली, अभी नहीं यहाँ पर कोई देख लेगा.
पर मेरे लंड में बवाल मचा हुआ था अब मैं कहाँ से रुकता. मैंने उसके दोनों बूब्स सहलाए और लिप्स के ऊपर अपने लिप्स को लगा के लोक कर दिया. उसने दो बार थोड़े पीछे होने का ट्राय किया पर फिर वो भी मेरे साथ लिप किस एन्जॉय करने लगी. मैंने उसकी शर्ट में अपना हाथ डाल दिया और उसके बूब्स बहार निकाल लिया और उसे चूसने लगा. हमारी कार साइड में अंधेरे में थी इसलिए ज्यादा टेंशन नहीं था. वैसे भी रात कव वक्त होने की वजह से अभीतक कोई इस तरफ आया भी नहीं था. और बूब्स चूसते हुए मैंने अपने हाथ को उसकी सलवार में भी डाल दिया. हिना की चूत एकदम गुच्छेदार और अंदर से एकदम गीली हुई पड़ी थी.
वो भी हॉट हो गई थी और उसने मेरे लोअर के ऊपर से ही मेरे लंड को दबाया. मैंने उसकी सहूलियत के लिए अपने लोअर को निचे कर दिया और वो निचे झुक गई. उसने लंड मुहं में भर के सकिंग चालू कर दिया. 5 मिनट्स सकिंग की तो मैंने उसे कहा, चलो जल्दी से इसका पानी निकाल दो मेरी जान फिर मैं बिस्तर पर ले जाता हूँ तुम्हे.
हिना ने लंड को जोर जोर से चूसा और वो उसे पकड के हिलाने भी लगी. उसने लंड को 2 मिनिट में ही खाली कर दिया और सब वीर्य गटक गई. फिर मैंने लंड को अन्दर किया. उसने भी अपने कपडे सही किये. सिटी को चीरते हुए हम लोग निकल पड़े.
गाडी चलाते हुए मैने अपने हाथ को उसकी जांघ पर और फिर चूत पर रख दिया. उसने अपनी सलवार का नाडा खोला और मेरे हाथ को अपनी चूत के ऊपर रख दिया. मैं चलती हुई कार में उसकी हेयरी चूत को हिला रहा था. मैंने उसके चूत के दाने को जब टच कियातो उसकी सब कामुकता भडक गई. वो बोली अह्ह्ह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह आह्ह. मैंने गाडी स्लो कर दी और उसे कहा, क्या हुआ.
वो बोली, मुझे चाहिए आप का जल्दी से.
मैंने कहा, फिर बिस्तर में नहीं कार में ही करना पड़ेगा.
मैंने गाडी चलाते हुए एक अंडर कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग देखि. वही पर मैंने कार मोड़ी और अंदर की एक हलकी लाईट को छोड़ के सब लाइट्स बंद कर दी.
मैंने लोअर से अपना लंड निकाला और उसे कहा चलो चुसो इसे.
वो बोली, पीछे की सिट पर चलते हे वहाँ अच्छा रहेगा. मैंने और वो पीछे चले गए. वो आई तो मैंने उसकी सलवार को उतार के घुटनों तक निचे कर दी. फिर वो मेरे लंड को हाथ में पकड के हिलाने लगी फिर उसने लंड सकिंग चालू कर दिया. वो बड़े ही सेक्सी अंदाज़ से लंड को सक कर रही थी.
मैं लंड चुसाते हुए उसके कडक बॉल्स को मसल रहा था. हिना बड़ी चुदासी हो गई थी. मैंने उसकी चूत के छेद में एक ऊँगली डाल के हिलाई. वो पानी छोड़ चुकी थी और चुदने के लिए एकदम बेताब थी.
मैंने कहा मेरी गोदी में आ जाओ.
वो समझ गई और उसने एक हाथ से मेरे लंड को पकड़ के अपनी चूत पर लगा दिया. और सेट कर के उसके ऊपर बैठ गई. मेरा लंड उसकी चूत में घुसा और वो आह कर गई. उसकी चूत एकदम टाईट थी इसलिए लंड घुस नाही रहा था. मैंने चिकने ठथूंक को ऊँगली में ले के उसकी फांको पर घिस दिया. वो बैठी और आधा लंड उसकी चूत में घुसा. वो दर्द से कराह रही थी.
मैंने उसकी कमर पकडी और निचे से ही धक्का लगा दिया. मेरा लंड हिना की चूत में घुस गया. मैंने कहा, चूत बड़ी टाईट हे तुम्हारी पहले चुदाई नहीं की हे कभी.
वो बोली, शादी से पहले भैया मुझे दो बार चोद चुके हे पर उनका लंड अन्दर गया ही नहीं कभी.
मैंने कहा, बड़ा बेन्चोद हे भाई तुम्हारा.
वो बोली, अब तो भाभी आ गई हे इसलिए मुझे कुछ नहीं कहते हे भैया.
और बातों बातों में मैंने पूरा लंड उसकी चूत में पेल दिया था. वो भी उछल उछल के मजे लुट रही थी. हिना के बूब्स पकड के मैंने इस पोस में उसे 5-6 मिनिट चोदा. और फिर उसे पीछे की सिट पर उल्टा लिटा उसकी चूत और गांड दोनों को मारा. वक्त की कमी थी वरना मैं उसे पूरी रात चोदता. गांड मरवाते वक्त ही उसकी अम्मी का कॉल आया और उसने कहा की ट्रेन 10 मिनिट लेट आई इसलिए लेट हुआ अम्मी, मैंने टेक्सी कर लिए हे घर के लिए.
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मैंने गांड में ही वीर्य छोड़ा और उसने पाद दिया. मैंने लंड निकाल के उसकी सलवार से साफ़ किया. फिर उसने कपडे पहने. और मैं उसे घर ड्राप कर आया.
उसने अपना मोबाइल नम्बर तो मुझे दिया था. पर अभी तक मैंने कॉल किया नहीं हे.