हम दोनों ने उसे बिस्तर पर लेटा कर बाँध दिया. महिमा ने उसके लंड को पकड़ कर मसलना चालू कर दिया. मैं रोहित पर चढ़ गयी. चूत को उसके मुंह से सटा कर बोली -“अब चूसो इसे ….. ” मैंने अपनी चूत उसके मुंह पर धीरे धीरे रगड़ने लगी.
“नहीं मैम … नहीं ……मुझे छोड़ दो मैम ..”
” रोहित ..चुप चाप मेरी बात मानो ….” मैंने अपनी गीली चूत उसके होटों पर घिसनी चालू कर दी ..
वो इधर उधर होने लगा … उसके मुंह पर मेरी चूत की चिकनाई फ़ैल गयी थी.
” चल न … चाट ले रे चूत को … ज्यादा हरामीपना मत दिखा ….’
“मैम क्या कर रही हो …”
” चल चूस इसे मादर चोद … स्कूल में तो मेरी चुंचियां खूब देखता था …. अब चूस इसे …कुत्ते ..”
उसने हार मान ली और चुप चाप चूसने लगा . मैंने कहा -“शाबाश बेटा !.. आ आह ! ..और.. अब देख बहनचोद ..इसके बाद मेरी गांड का नम्बर है …” और महिमा ! चल साली तू रोहित का लंड चूस …”
महिमा उसका लंड को अपने मुंह लेकर चूसने लगी.
मैंने अपने चूतड़ों की फ़ांकों को खोल कर उसके मुंह पर रख दिया . उसने हिम्मत करके अपनी जीभ निकाल कर मेरी गांड के छेद में डाल दी … मैं खुशी से झूम उठी . तरकीब काम आ गयी थी. मैं अपनी गांड उसके मुंह पर पटकने लगी. “ले चाट इसे … बहन के लोड़े …… मैंने उसका लंड पकड़ कर मुठ मारने लगी. उसे भी मजा आने लगा.
महिमा कहने लगी -“मैम ये लण्ड तो मेरे लिए छोड़ दो ना …..प्लीज़..”
“मैम … मजा आ गया … अब मैं भी मूतने की कोशिश करती हूँ ….”
महिमा रोहित के ऊपर चढ़ कर मुझसे लिपट गयी. और अपनी धार छोड़ दी …. उसकी गरम गरम धार मेरे शरीर पर भी आ रही थी . मैंने अपनी गांड थोडी और ऊँची कर दी . जगह हो गयी थे . अब महिमा के पेशाब की धार रोहित के मुंह पर पड़ रही थी . मैंने भी तुरंत हाथ में उसका पेशाब भर लिया …और मुंह में डाल कर पी गयी … खारा खारा सा स्वाद लगा …. पर उत्तेजना में उसमे भी स्वाद आया।
” भोसड़ी की ! तूने ये क्या किया ….. तेरी तो मैं माँ चोद दूंगा ”
“मेरे प्यारे रोहित .. मेरी मां बाद में चोदना पहले .. मेरी गांड चाट ले ….. “महिमा ने अपनी गांड के छेद को उसके मुंह पर रख दिया . और रोहित का लंड को मुठ मारने लगी.
“मजा आया हरामी …. गांड चाट कर ..” मैंने उसका मुंह सीधा करके महिमा की गांड में घुसा दिया . उसे चाटना ही पड़ा.
“चुद्दकड़ रांड …. अब तो छोड़ दे मुझे …तुझे कुत्ते चोदें … रंडी . ”
“हाँ हाँ बोल … इतना मोटे लंड से क्या अपनी बहन को चोदेगा …. हरामी … चल चाट तेरी इस चुद्दकड़ रांड की गांड को …. ”
“हाँ मेरे राजा …… चाट ले ना मेरी गांड को …. फिर तू मुझे घोड़े की तरह से चोदना …”
वो भी गांड को आगे पीछे कर के गांड रगड़ने लगी. मेरी इच्छा पूरी हो गयी थी. महिमा ने भी पूरी कसर निकाल ली और उस पर से उतर गयी. महिमा मेरे से लिपट गयी. उसकी चुंचियां मेरी चुन्चियों से टकरा गयी. दोनों ने एक दूसरे की चुंचियां दबाई और रोहित को खोल दिया.
रोहित ने कहा -“मैम आपको तो मजा आ गया ना … अब मेरी बारी है ना ..” उसने बिस्तर पर से हाथ बढ़ा कर मेरी कमर पकड़ ली . उसने मुझे दबोच लिया और बिस्तर पर पटकते हुए बोला -“चल बहन की लौड़ी …. घोड़ी बन जा ……” उसने मेरी चुंचियां भींच डाली . मुझे घोड़ी बना कर उसने मेरे चूतडों पर कस कस के मारना शुरू कर दिया.
” रोहित … मत मार मुझे … बहन चोद ….. कुत्ते …अपनी माँ को मारना घर जा कर उसकी गांड की छिताई करना मैं गलियां देती हुयी घोड़ी बन गयी. उसने मेरे चूतड की दोनों फांकों को चीरते हुए …. अपने लंड की सुपारी गांड के छेद में टिका दी ….
“ले कुतिया … अब तेरी गांड की माँ चोद दूंगा .” कहते हुए उसने मेरी गांड में अपना १८ साल का जवान लंड चीरता हुआ अन्दर तक घुसा दिया. मैं चीख उठी. उसने फिर गांड फाड़ देने वाला धक्का लगाया। मैं फिर चीख उठी. उसके धक्के बढ़ते गए. मैं चीखती रह गयी.
“रोहित चोद दे मैम को ….. जल्दी कर ना … फिर मेरी बारी भी तो है …”
(TBC)…