अंजलि भाभी के साथ

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ये कहानी हैं अंजलि भाभी की जो मेरी भाभी रीना की अच्छी फ्रेंड हैं. रीना भाभी के बूब्स की तरह ही अंजलि के बूब्स भी बड़े और गोल हैं. क्यूंकि मैं बूब्स का बड़ा दीवाना हूँ मुझे यह दोनों ही भाभियाँ बहुत पसंद हैंरीना भाभी को मैं चोदता था लेकिन क्यूंकि वो कुछ दिन के लिए मइके जा रही थी इसलिए मैं एक नई चूत को ढूंढ रहा था और नसीब ने वो चूत मुझे अंजलि भाभी में दिखाई पड़ी. रीना भाभी के साथ मैंने अंजलि भाभी के लिए बात की थी और मुझे पता चला की अंजलि भी पूरी रंडी थी जो अपने देवर के साथ रीना भाभी की तरह ही चुद्वाती थी. मैंने भाभी के पास अंजलि की चूत के लिए बहुत मिन्नतें की. रीना भाभी ने कहा था की वो अपने हिसाब से प्रयास करेंगी; वरना मुझे ही कुछ मेनेज करना हैं.

सेक्सी बूब्स वाली भाभी

एक दिन मैं कुछ काम से जा रहा था तभी मुझे अंजलि भाभी का देवर निचे मिला. वो हमारी बिल्डिंग में ही रहते हैं. उसके कंधे पे एक बेग था इसलिए मैंने उसे पूछा की कहाँ जा रहा हैं? उसने मुझे कहा की उसका एग्जाम था इसलिए वो दो दिन के लिए बहार जा रहा था. मैंने उसे पूछा की कोई काम हो तो बताना. उसने कहा की मुझे स्टेशन तक ड्राप कर दो. मैंने कहा ठीक हैं. वो मेरी बाइक के पीछे आ बैठा और मैं उसे ले के निकल पडा.

उसे ड्राप कर के मैं सीधा ही अंजलि भाभी के घर गया और घंटी बजाई. अंजलि ने ही दरवाजा खोला और वो मुझे देख के चौंक सी गई. उसने कहा अरे तुम यहाँ कैसे, तुम्हारी भाभी घर नहीं हैं क्या? मैंने कहा क्या आप भी भाभी, मेरी टांग मत खींचो. मैंने उस से कहा की मैं आप के देवर को स्टेशन ड्राप करने गया था उसने चाबी दी हैं वही लौटाने आया हूँ. अंजलि भाभी ने कहा बैठो और वो किचन में ज्यूस लेने चली गई. वो एक ग्लास में ओरेंज ज्यूस लाइ और मुझे दे दिया. वो मेरे सामने बैठी और मुझे देख के हंसने लगी अपने होंठो में ही.

मैंने पूछा: भाभी क्या बात हैं, आप मुझे देख के इतना स्माइल क्यूँ दे रही हो?

अंजलि: कुछ नहीं! रीना बता रही थी की तुम मेरी बहुत तारीफ करते हो इसलिए मैं हंस रही थी.

मैं समझ गया की रीना भाभी ने अंजलि भाभी से बात की होंगी शायद. मैंने कहा भाभी आप हो सुन्दर तो तारीफ़ तो कोई भी करेंगा ही आप की. अंजलि ने मुहं बना के कहा मैं इतनी भी सुन्दर तो नहीं! मैंने कहा भाभी आप जैसी सुन्दर स्त्री बीवी बन जाए तो भाग्य ही खुल जाते हैं. अंजलि भाभी हंसी और बोली, क्या तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड हैं. मैंने उसे नहीं कहा और वो बोली, तभी तुम रीना भाभी से चिपके रहते हो. मैंने कहा ऐसा नहीं हैं भाभी, भैया अक्सर टूर पे होते हैं इसलिए मैं रीना भाभी को कम्पनी देता हूँ. अंजलि भाभी बोली की कम्पनी ही देते हो या कुछ और भी.

और इतना कह के वो जोर जोर से हंसने लगी. मैंने शर्म से अपना सर निचे कर दिया. वो उठ के मेरे पास आई और मेरा ज्यूस का ग्लास उठाने लगी. जैसे ही वो निचे झुकी उसके बूब्स उसके बड़े गले की ड्रेस के ऊपर से दिखने लगे. मैं घूर के वो बूब्स को देखने लगा. भाभी ने पूछा क्या देख रहे हो. मैंने कहा कुछ नहीं और वो बोली तुम्हारी भाभी ने तुम्हे बहुत शैतान बना दिया हैं. इतना कह के वो ग्लास रखने के लिए किचन की और चली. मैं भी उसके पीछे पीछे किचन में गया.

भाभी को पटाया

अंजली भाभी ने कहा, अरे तुम तो मेरे पीछे ही पड़ गए. मैंने कहा आप हो ही इतनी सेक्सी की आप के पीछे कौन नहीं पड़ेंगा. अंजलि ने कहा अच्छा, मेरा एक काम करोंगे? मुझे अलमारी से कुछ उतारना हैं तो टेबल लगा के मेरी हेल्प करोंगे. मैंने कहा ठीक हैं. मैं टेबल ले आया और वो उसके ऊपर चढ़ गई. वो अलमारी से कुछ बरतन निकाल के मुझे देने लगी. मेरा सारा ध्यान उसकी गोल गांड पे ही था. अंजलि भाभी ने पूछा की क्या देख रहे हो, इतना घुर के. मैंने कहा, आप को ही देख रहा हूँ भाभी धयान हट ही नहीं रहा हैं. वो हंस पड़ी और बोली, चलो अपना हाथ दो मुझे निचे उतरना हैं. मैंने अपना हाथ उसे दिया और वो उसके सहारे टेबल से निचे उतरने लगी. उतारते वक्त वो मेरे एकदम करीब आ गई. मुझे उसके बदन की खुसबू साफ़ आ रही थी. वो निचे उतरी लेकिन मैंने हाथ नहीं छोड़ा. अंजलि भाभी बोली, अब तो हाथ छोड़ दो मेरा. मैंने कहा मैं इतनी जल्दी किसी भी भाभी का हाथ नहीं छोड़ता हूँ. वो हंस पड़ी और मेरी हिम्मत बढ़ गई.

मैंने पूछा, अंजलि भाभी मैं आप के हाथ के ऊपर एक किस कर दूँ. वो हाँ या ना कहे उसके पहले ही मैंने उसके हाथ पे किस कर दिया. अंजलि भाभी बोली, ओके अब खुश हो तुम. मैंने कहा इतने से क्या होंगा भाभी. और मैंने फट से उसके माथे को पीछे से पकड़ा और उसके होंठो पे अपने होंठ चिपका दिए. भाभी को मैंने जोर से लिप किस करने लगा और वो मुझे दूर हटाने का नाटक करने लगी. लेकिन मेरी ग्रिप सही थी और उसके होंठ पर सही दबाव दे के मैं उसके रसीले होंठो को जोर जोर से चूसने लगा. आधी मिनिट में अंजलि भाभी ने भी मुझे हटाने के प्रयास बंध कर दिए. और मुझे भी अब उसकी तरफ से किस के मजे मिल रहे थे. वो भी मेरी लिप किस का सही जवाब दे रही थी. मैंने धीरे से अपनी जबान को उसके मुहं में डाला और उसकी जबान को चूसने लगा. भाभी के हाथ मेरे बालों में आ गए और उसने मुझे कस के अपनी और खिंच लिया.

मैंने अंजलि भाभी का एक हाथ पकड के अपने लंड के ऊपर रख दिया. भाभी मेरे लौड़े को दबाने लगी और किस तो वही का वही था. अंजलि मेरे लौड़े को मसलने लगी और मेरी बेताबी अब बहुत ही बढ़ चुकी थी…..! भाभी की चूत और बूब्स कैसे चोदें वो कहानी के अगले भाग में…!