मकान मालिक की कमसिन लड़की को चोदा

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नमस्कार दोस्तों मेरा नाम प्रदीप है और मैं मध्यप्रदेश का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 24 साल है मैं आप लोगो को बता दूं की मैंने बहुत सी लड़कियों की चुदाई की है | क्यूंकि मैं देखने मे हैण्डसम लगता हूँ इसी के कारण मुझसे लड़कियां बहुत जल्दी इम्प्रेस हो जाती है | आज जो कानी मैं आप लोगो के लिए लाया हूँ वो बिलकुल सच्ची है | ये उन दिनों की बात है जब मैं उत्तराखंड में जॉब के लिए गया हुआ था | मुझे जॉब मिल गयी तो मैंने रूम ढूंढना सुरु किया मुझे एक जगह एक रूम मिला जो की दूसरी मंजिल पर था |

पहली मंजिल पर मेरे मकान मालिक की फैमिली रहती थी | उनके घर में वो उनकी पत्नी और उनकी 21 साल की लड़की स्नेहा रहती थी जो की बहुत ही खूबसूरत और हॉट थी | उसका फिगर 30-28-34 था अब आप लोग जान ही गए होंगे की वो कितनी मस्त दिखती थी | उसकी उठी हुई गांड मुझे बहुत ही मस्त लगती थी | मैं हमेशा उसपर लाइन मरता था | वो भी अन्दर ही अन्दर मुझे पसंद करती थी और मुझसे प्यार करती थी | क्यूंकि मैं जब भी उसे देखता था तो वो मुझे देखकर हमेशा एक प्यारी सी स्माइल देती थी | धीरे-धीरे हम दोनों आँखों ही आँखों में बातें करने लगे अब मैं रोज शाम को बालकनी में खड़ा होता तो वो भी अपने घर से बाहर आके खड़ी हो जाती थी |

एक दिन मैं उसके घर में गया किराया देने के लिए तो मैंने देखा की उसके घर में कोई नहीं था | मैंने कई बार आवाज भी दी लेकिन कोई नहीं बोला | मैं अन्दर घुस गया उसके मुझे लगा की बाथरूम में कोई नाहा रहा था | मैं चुपके से बाथरूम के पास गया मैंने दरवाजे के होल से अन्दर झाँका तो देखा की स्नेहा नहा रही थी | वो एक दम नंगी थी उसने कुछ नहीं पहन रखा था | क्या मस्त गोरा बदन था उसका एक दम दूध जैसा | मैं तो उसको देखता ही रह गया | उसके मम्मे बहुत ही मस्त थे एकदम गोल कसे हुए | उसकी गुलाबी चूत पर एक भी बाल नहीं था | मेरा मन कर रहा था की बस घुस कर चोद दूं | मैंने अपने आप को बड़ी मुस्किल से सम्हाला और मैंवहां से चला आया | उस दिन से मुझे उसके दिन रात सपने आने लगे मैं जब भी उसके बारे में सोचता था तो मेरा लंड खड़ा हो जाता | मुझे उसके नाम की मुठ मारनी पड़ती नहीं तो मेरा लंड बैठने का नाम ही नहीं लेता |

मैंने सोच लिया की मुझे स्नेह की चूत मारनी है | पर मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी की मैं उसको जाकर कहूँ | एक दिन उसके पापा मेरे घर आये उन्होंने मुझसे कहा की प्रदीप मैं और स्नेहा की मम्मी एक शादी में जा रहा हूँ | स्नेह घर पर अकेली है तो आप आज रात मेरे घर पर ही सो जाना | मैंने कहा ठीक है अंकल जैसा आप कहे | उन्होंने मुझसे कहा की आप रात का खाना मेरे घर ही खा लेना मैं स्नेह से कह दूंगा वो तुम्हारे लिए खाना बना लेगी | मैं मन ही मन में बहुत खुश हो रहा था | मैंने कहा ठीक है आप बेफिक्र होगर जाइये | फिर वो दोनों चले गए | मैं भी शाम का इन्तजार करने लगा मैंने सोच लिया था की आज तो मैं स्नेहा को बोल ही दूंगा | मैं शाम को घर लौटा तो मैं पहले अपने रूम पर गया और कपडे चेंज करने लगा |

स्नेहा मेरे रूम में आई उसने मुझसे कहा की खाना तैयार है चलिए चलकर खा लीजिये | मैंने कहा की ठेक है तुम चलो मैं अभी आया | मैं कपडे चेंज करके उसके यहाँ पहुंचा मैंने बेल बजाई तो स्नेह ने दरवाज खोला क्या मस्त लग रही थी वो उसने भी चेंज कर लिया था | उसने ब्लैक कलर की नाइटी पहन राखी थी क्या मस्त लग रही थी | मैं अन्दर पहुंचा उसने हम दोनों के लिए खाना लगाया | हम दोनों साथ में बैठकर खाना खाने लगे | मैं स्नेहा को देखे जा रहा था और वो भी मुझे देखे जा रही थी | हम दोनों एक दुसरे को वासना की नजरो से देख रहे थे फिर मैंने उससे कहा की स्नेहा एक बात पुछु तुम बुरा तो नहीं मानोगी | उसने कहा पूछो क्या बात है | मैंने कहा की तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है | उसने कहा नहीं मुझे आज तक कोई ऐसा मिला ही नहीं | फिर उसने मुझसे कहा की अच्छा तुम बताओ तुम्हारी तो कोई गर्लफ्रेंड जरूर होगी | मैंने कहा नहीं मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है | फिर हम दोनों बहुत देर इधर उधर की बातें करते रहे |

हम दोनों खाना खा चुके थे उसके बाद उसने मेरा बिस्तर पड़ोस के कमरे में लगा दिया | मैं जाकर लेट गया और वो भी मुझसे गुड नाईट बोलकर अपने कमरे में सोने चली गयी | थोड़ी देर बाद मैं उठा तो मैंने देख की उसके कमरे की लाइट जल रही थी | मेरे मन में ख़याल आया की चलो देखते है की वो क्या कर रही है | मैंने उसके दरवाजे के पास जाकर देखा तो दरवाजा थोडा खुला हुआ था | वो एक दम नंगी होकर लेटी थी और अपनी चूत को सहला रही थी | उसको इस हालत में देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया | मुझसे अब रहा नहीं गया और मैंने झट से दरवाजा खोल दिया | मुझे देखकर वो चौंक गयी और अपने शरीर को चादर से ढक लिया | उसने मुझसे कहा अरे आप सोये नहीं क्या बात है | मैंने कहा मुझे पानी चाहिए था इसी लिए मैं उठा था | फिर मैं उसके पास जाकर बैठ गया | मैंने उसका हाँथ अपने हाँथ में लिया और उससे कहने लगा की स्नेहा मैं तुमको बहुत पसंद करता हूँ | तो मेरी तरफ देखने लगी और उसने शर्माते हुए कहा की पसंद तो मैं भी तुमको करती हूँ पर आज तक कहने की हिम्मत नहीं हुई |

फिर क्या था अब तो मेरी लाइन एकदम साफ़ थी मैंने उसको अपनी बाँहों में भर लिया और उसको किस करने लगा | अब उसकी भी शरम जा चुकी थी उसने चादर हटा दी और उसके मम्मे मेरी छाती में लड़ने लगे | मैं उसको किस करते-करते उसके मम्मो को दबाने लगा | फिर मैंने उसकी चूचियों को अपने मुहँ में ले लिया और चूसने लगा | मैंने अपना एक हाँथ उसकी चूत पे रखा और सहलाने लगा | उसकी चूत बहुत ही गरम थी | मैंने उसकी चूत को सहलाते हुए उसमे अपनी ऊँगली डाल दी | वो उचल पड़ी क्यूंकि उसकी चूत बहुत टाइट थी | मैंने अपना मुहँ उसकी चूत पर रखा और चाटने लगा | मैं उसकी चूत के दानो को सहला रहा था | वो बहुत ही गरम होने लगी थी उसने मेरे सिर को पकड़ लिया और अपनी चूत पर दबाने लगी मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ डाल दी | वो मजे से अपनी चूत चत्वा रही थी | फिर उसने मेरी पांत खोलकर मेरा लंड बाहर निकाला और मेरे लंड को देखकर वो डर गयी | उसने मुझसे कहा की तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा है | उसने कहा की तुम इसको मेरी चूत में डालोगे तो बहुत दर्द होगा मुझे मैंने आज तक किसी से चूत नहीं मरवाई है | मैंने कहा की तुम चिंता मत करो मैं बहुत आराम से डालूँगा तुमको बिलकुल दर नहीं होगा |

फिर मैंने उससे लंड चूसने को कहा | वो मन करने लगी मैंने उसको समझाया की अगर तुम लंड चुसोगी तो तुमको बहुत मज़ा आएगा | मेरे बहुत कहने पर वो मान गयी | हम दोनों 69 की पोजीसन में आ गए और उसकी चूत चाटने लगे | फिर अब वो मुझसे लंड डालने को कहने लगी | मैंने उसकी चूत पर अपना लंड रखा और रगड़ने लगा वो अब मदहोश होने लगी थी उसने मुझसे कहा की अब डाल भी दो मुझे मत तडपाओ मैंने एक झटका लगाया और मेरा आधा लंड उसकी चूत में समां गया | वो चिल्ला उठी उसे बहुत दर्द हो रहा था | उसने मुझसे कहा की प्लीज इसे निकाल लो मैं मर जाउंगी | मैं उसकी होंठों को चूमने लगा और उसके बूब्स को सहलाने लगा | उसकी चूत से खून निकल रहा था | मैं समझ गया की उसकी सील टूट गयी थी | कुछ देर बाद वो शांत हो गयी | मैं उसको किस करता रहा और धीरे- धीरे धक्के लगाने लगा | अब वो भी मेरा साथ देने लगी थी उसको भी मज़ा आ रहा था | फिर मैंने उसकी जमकर चुदाई की थोड़ी देर बाद हम दोनों झड गए | फिर हम दोनों ऐसे ही लेटे रहे और थोड़ी देर बाद मेरा लंड फिर खड़ा हो गया और मैंने उसकी फिर से चुदाई की | हम दोनों ने उस रात चार बार सेक्स किया | सुबह उठकर हम दोनों ने अपने-अपने कपडे पहने उसने मुझे किस किया | फिर मैंने उस दिन के बाद कई बार उसकी चूत मारी | हमें आशा है की आपको ये कहानी पसंद आई होगी |