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अजनबी का लंड अपने मामा के होटल में लिया
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HOT Free XXX Hindi Kahani

मेरा नाम कावेरी है मैं अहमदाबाद में रहती हूं, मेरी कॉलेज की पढ़ाई अभी कुछ समय पहले ही पूरी हुई है, मैं घर पर रहकर ही कुछ क्रिएटिव वर्क करती हूं और हमेशा ही कुछ ना कुछ नया करने की कोशिश करती हूं। एक बार मैं घूमने के लिए गोवा चली गई, गोवा में मेरे मामा का रेस्टोरेंट है। मुझे घूमने का भी बड़ा शौक है इसीलिए मैं अपने शौक के चलते अपने मामा के पास चली गई, मैंने अपने मामा को कुछ भी नहीं बताया था। जब मैं गोवा पहुंची तो वह मुझे देख कर बहुत शॉक्ड हो गए और मुझे कहने लगे तुम अचानक से गोवा कैसे आ गई, मैंने कहा बस मेरा मूड हुआ और मैं आपसे मिलने के लिए चली आई। वह कहने लगे यह तो तुमने बहुत अच्छा किया लेकिन कम से कम तुम्हे एक बार मुझे बताना तो चाहिए था, मैंने अपने मामा को कहा कि आपको बता कर भी क्या करती, वैसे भी आप घर पर तो रहते हैं नहीं ज्यादातर आप होटल में ही रहते हैं और आप भी किसी को ज्यादा वक्त नहीं दे पाते।

मैं अपने मामा से मिलने के लिए उनके होटल में ही चली गई थी, वह मुझे कहने लगे तुम अभी घर चली जाओ, मैं शाम को घर आता हूं। मैंने उन्हें कहा नहीं अभी मेरा मन घर जाने का नहीं है, मैं घूमने के लिए जाना चाहती हूं,  आप मुझे अपनी बुलेट की चाबी दे दीजिए, उन्होंने मुझे अपने बुलेट की चाबी दे दी। मुझे बुलेट चलाने का बड़ा शौक है, मुझे मेरे मामा ने हीं बुलेट चलानी सिखाई थी। मैंने जब अपने मामा से चाबी ली तो वह मुझे कहने लगे तुम अभी थक गई होगी और तुम सीधा ही घूमने के लिए जा रही हो, कुछ देर तुम आराम तो कर लो, मैंने उन्हें कहा आप मेरा बैग संभाल लीजिये मैं घूमने के लिए जा रही हूं। मैंने अपने मामा की बुलेट स्टार्ट की और मैं सीधा ही घूमने के लिए निकल पडी। मैं जब घूमने के लिए निकली तो मुझे रास्ते में कुछ नशेड़ी लड़के मिल गए,  वह बड़े नशे में थे और वह लोग मेरे साथ बदतमीजी करने लगे, मुझे उन पर बहुत गुस्सा आया और मैंने भी एक लड़के को जोरदार तमाचा मार दिया, जैसे ही मैंने उस लड़के को तमाचा मारा तो वह लोग थोड़ा पीछे हो गए क्योंकि वहां पर भीड़ भी खडी हो चुकी थी।

मुझे भी उन पर बहुत गुस्सा आ रहा था क्योंकि उन्होंने मेरा घूमने का सारा प्लान चौपट कर दिया था, मैं इतनी ज्यादा गुस्से में थी की मैं वापस अपने मामा के पास आ गई। मेरे मामा मुझसे पूछने लगे तुम इतनी जल्दी वापस कैसे आ गई, मैंने अपने मामा को सारी बात बताई तो वह बहुत गुस्सा हो गए और कहने लगे तुमने मुझे उस वक्त फोन क्यो नहीं किया, मैंने उन्हें कहा बस मैंने अपने तरीके से मैटर सॉल्व कर लिया था इसलिए मैंने आपको फोन नहीं किया। मेरे मामा कहने लगे चलो तुमने यह तो अच्छा किया कि तुम वापस लौट आई, नहीं तो मैं भी बहुत चिंतित हो जाता। मैं जब अपने मामा से बात कर रही थी तो उन्होंने मुझे कहा कि तुम अब चिंता मत करो, तुम मेरे साथ हो और अपने मूड को भी तुम फ्रेश कर लो, शाम के वक्त मैंने यहां पर एक छोटी सी पार्टी रखी है तुम्हें भी उसमें आना है। मैंने उन्हें कहा ठीक है मैं उस पार्टी में आ जाऊंगी। मैं वहां से अपने मामा के घर चली गई, जब मैं अपनी मामी से मिली तो मेरी मामी मुझे कहने लगी क्या बात तुम तो अचानक से ही आ गई, मैंने अपनी मम्मी से कहा कि मुझे यह बात मामा ने भी कही लेकिन मेरा मन था तो मैं आपसे मिलने आ गई। वह सब लोग मुझे बहुत चुलबुला समझते हैं और अब भी मुझसे बच्चे की तरीके से पेश आते हैं, वह लोग मेरी बहुत चिंता करते हैं। मैंने मामी से कहा मैं कुछ देर आराम कर रही हूं उसके बाद मैं मामा के  होटल में चली जाऊंगी, वह कहने लगे तुम कुछ खा लो उसके बाद तुम आराम कर लेना, मैंने उन्हें कहा ठीक है आप मेरे लिए कुछ बना दीजिए। उन्होंने मेरे लिए खाना बनाया, मैंने जब वह खाना खाया तो उसके बाद मैं कमरे में लेट गई, कुछ देर तक तो मैं फोन पर गेम खेलती रही लेकिन जैसे ही मेरी आंख लगी तो मुझे पता भी नहीं चला कि मैं कब सो गई और मेरा फोन मेरे किनारे पर पड़ा हुआ था। शाम को जब मेरे मामा ने मुझे फोन किया तब मेरी आंख खुली, मैंने मामा से कहा मैं तो गहरी नींद में सो गई थी मुझे पता ही नहीं चला कब नींद आ गई। वह कहने लगे कोई बात नहीं अब तुम उठ जाओ और कुछ देर में प्रोग्राम शुरू होने वाला है। मैं जल्दी से तैयार हो गई और उसके बाद मैं मामा के होटल में चली गई, मैं जब वहां पर गई तो वहां पर कुछ लोग अपना प्रोग्राम देने के लिए आए हुए थे।

मामा ने मुझे उन लोगों से मिलवाया, उसके बाद मेरे मामा ने कहा कि कुछ देर में ही प्रोग्राम शुरू हो जाएगा तुम कहीं मत जाना, मैंने उन्हें कहा ठीक है मैं कहीं नहीं जाऊंगा। जब कुछ देर बाद उनका प्रोग्राम शुरू हुआ तो होटल में जितने भी गेस्ट आए हुए थे वह सब लोग बड़े ही मस्त होकर एंजॉय कर रहे थे और कुछ लोग डांस भी कर रहे थे, मैं सबको देख रही थी और मैं भी पूरा एंजॉय कर रही थी। मेरी नजर जब एक लड़के पर पड़ी तो वह अकेला बैठा हुआ था, मैं उसके पास गई तो मैंने उससे बात की, वह दिखने में बहुत ही हैंडसम था। उसने मुझे अपना नाम बताया उसका नाम रौनक था। मैं रौनक से मिलकर बहुत खुश हुई, उसके चेहरे में एक अलग ही प्रकार की चमक थी उसके चेहरे का चमक मुझे अपनी और खींच रहा था, ऐसा मेरे साथ पहली बार हुआ था, मैं किसी लड़के को देख कर उस पर फिदा हो गई। रौनक भी मेरे साथ खुल कर बात कर रहा था जब रौनक और मैं वहां से उठकर होटल के बैक साइड में चले गए। हम दोनों एक दूसरे को किस करने लगे मुझे उसे किस करने मे एक अलग ही प्रकार का आनंद आ रहा था। हम दोनों इतने ज्यादा गर्म हो गए कि मैं भी अपने आप को नहीं रोक पाई। रौनक ने मुझे नंगा किया तो मैं बहुत मजे में आ गई, रौनक मेरे स्तनों को जिस प्रकार से चूस रहा था मुझे बड़ा अच्छा महसूस हो रहा था।

रौनक ने मुझसे कहा तुम कुछ देर तक मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर सकिंग करो। यह मेरा पहला ही अनुभव था मैंने जब उसके 9 इंच मोटा लंड को अपने मुंह में लिया तो मुझे थोड़ा स्मैल आ रही थी लेकिन धीरे धीरे मुझे उसके लंड को चूसने में एक अलग स्वाद आने लगा और बड़ा मजा आने लगा। मैंने उसके लंड को अपने गले तक ले लिया था, उसे बड़े अच्छे तरीके से मैं सकिंग कर रही थी काफी देर तक जब मैंने रोनक के लंड को सकिंग किया उसके बाद उसने मुझे वही नीचे जमीन पर लेटा दिया। मेरी टाइट चूत के अंदर जैसे ही उसने अपने  लंड को डाला तो मै चिल्लाने लगी। वह मुझे बड़ी तेज गति से धक्का दे रहा था उसने मुझे इतनी तेज गति से धक्के दिए मैं बिल्कुल भी उसके झटको को नहीं झेल पा रही थी। जब मैंने अपनी योनि की तरफ देखा तो उससे खून निकल रहा था। रौनक ने मुझे इतने अच्छे से पेला कि मेरी इच्छा पूरी हो गई, जैसे ही उसका गरमा गरम वीर्य मेरी योनि के अंदर गया तो मैं बहुत ज्यादा मचल उठी। जब उसने अपने लंड को मेरी योनि से बाहर निकाला तो मैंने उसे कहा आज तो तुमने मेरी इच्छा पूरी कर दी। उसने मुझे कहां अभी कहां मेरी इच्छा पूरी हुई है, उसने मुझे जैसे ही घोड़ी बनाया तो उसने तुरंत अपने लंड को मेरी योनि के अंदर प्रवेश करवा दिया। जैसे ही उसका लंड मेरी योनि में प्रवेश हुआ तो मुझे बड़ा तेज दर्द हुआ लेकिन वह जिस प्रकार से मुझे चोद रहा था मुझे मजा भी आ रहा था और बड़ा तेज दर्द भी हो रहा था। मेरी योनि से लगातार खून का बहाव हो रहा था वह जिस प्रकार से मुझे झटके देता तो मै वह मुझे पूरा संतुष्ट करने के मूड में था, जैसे ही उसका वीर्य गिरा तो मैं बहुत खुश हो गई। उसके बाद मैंने रौनक का नंबर ले लिया, वह जितने दिन होटल में रुका हुआ था मै उससे मिलने के लिए होटल में जाती थी और हम दोनों संभोग करते थे।

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