पड़ोसन रिया की चूत चुदाई

HOT Free XXX Hindi Kahani

दोस्तों मेरा नाम मीना है। मैं एक हाउसवाइफ हूं। मेरी उम्र 35 वर्ष है। मेरी शादी को 12 साल हो चुके हैं। मेरे दो बच्चे भी हैं। मेरे पति का बिजनेस है वह काफी व्यस्त रहते हैं अपने काम के सिलसिले में इसलिए मुझे बहुत ज्यादा समय दे नहीं पाते। लेकिन मुझे उनकी कमी काफी महसूस होती है। पहले तो वह मुझे काफी समय दे दिया करते थे। किंतु अब उनके पास मेरे लिए कम ही टाइम होता है। तो मैं उन्हें अब उन्हें समझाने की कोशिश करती हूं कि मुझे भी तुम्हे टाइम देना चाहिए लेकिन वह यह कहते रहते हैं कि हां ठीक है मैं तुम्हें टाइम दूंगा। लेकिन फिर भी वह समय नहीं निकाल पाते हैं। अब मुझे उनसे काफी तकलीफ होने लगी हैं उनके इस व्यवहार से किंतु पहले ऐसा नहीं था। वह मुझे काफी प्यार करते थे और हमारी लव मैरिज हुई थी। उस समय हमारा प्यार काफी अच्छे से चल रहा था लेकिन अब ना जाने उन्हें क्या हो गया ना ही वह सेक्स को लेकर मुझसे बात करते हैं और ना ही मुझे चोदते हैं। लेकिन मैं काफी परेशान हो गई हूं उनके स्वभाव से वह सिर्फ काम पर ही अपना ध्यान देते हैं। मुझे सेक्स की जरूरत पड़ती है जो वो घर आते हैं। तो मैं कभी उनके सामने पैटी ब्रा में खड़ी हो जाती हूं और कभी उन्हें इशारों इशारों में कहने की कोशिश करती हू कि मुझे भी सेक्स करना है। लेकिन वह कुछ ना कुछ बहाना बनाकर सो जाते हैं और हम दोनों बिस्तर पर सोते तो है लेकिन हमारे बीच में कोई भी शारीरिक संबंध नहीं बन पाते हैं।

इस से मे काफी परेशान हो गई और मैं अपनी सहेली के पास गई। उसने मुझे कहा कि तुझे इस बारे में अपने पति से बात करनी चाहिए। मैंने अपने पति से बात की लेकिन वह तब भी नहीं माने। मैंने उन्हें तलाक तक के लिए कह दिया था। लेकिन वह किसी भी बात से तैयार नहीं हुए। अब मैं या तो पूरी जिंदगी ऐसे हि काट दू या फिर ऐसे ही अपने पति के साथ अपने जीवन को जारी रखू यह सोचते सोचते मेरा जीवन काट रहा था।

मैंने अपने पति से बात की कि मैं भी कोई बिजनेस शुरू करना चाहती हूं। उन्होंने कहा ठीक है तुम देख लो जैसा तुम्हें अच्छा लगता है तुम कर लेना और जितना भी पैसा लगेंगे मुझे बता देना। जो भी लगेगी उसके हिसाब से मुझे बता देना मैंने कहा ठीक है। मैं सोच रही हूं टिफिन सर्विस शुरू करने की उन्होंने कहा ठीक है। टिफिन सर्विस शुरू कर दो  उन्होंने मुझे काम के लिए मना नहीं किया क्योंकि वह भी जानते थे कि मेरा भी टाइम पास हो जाया करेगा और दो पैसे मैं अपने लिए कमा लूंगी। अब मैंने टिफिन सर्विस शुरू कर दी उसके लिए मैंने तीन लड़के रखें जो कि खाना बनाते थे। मैंने उनसे पहले दिन उनका ट्रायल लिया। उन्हें बताएं कि टेस्ट किस तरीके से रखना है। उन्होंने मुझे उस तरीके से  टेस्ट दिया जैसा मैं चाहती थी। मुझे अच्छा लगा तो मैंने सोचा मैं शुरु कर देती हूं।

शाम को अपने पति से बात की और उन्होंने कहा कि ठीक है तुम यह काम शुरू कर दो। अब हमने मार्केटिंग की और हमारे अगल बगल जितने भी बच्चे रहते थे। जो कॉलेज में पढ़ते थे उन्हें अपने बारे में बताया। मैंने टिफिन सर्विस का काम शुरू कर दिया।  शुरुआत में तो ज्यादा टिफिन नहीं जाते थे लेकिन धीरे-धीरे यह काम बढ़ने लगा और अब मेरा काम काफी अच्छे से चलना लगा था। मैं पूरा ध्यान देती थी और बिजी रहने लगी।

हमारा स्टाफ भी बढ़ गया था। अब मैंने दो लड़के और रख लिए थे काम पर उनमें से दो तो मार्केटिंग करते थे और टिफिन सर्विस सप्लाई करते थे। और तीन लोग जो थे वह खाना बनाने के लिए मैंने रखे हुए थे। उनमें से एक लड़के का नाम था संजू वह बड़ा ही अच्छा लड़का था। उसकी उम्र 30 बरस की थी और वह अमृतसर का रहने वाला था। वह बड़ा ही खुशमिजाज और हंसमुख लड़का था। मुझे भी वह अपनी बातों से हंसा दिया करता था लेकिन ना जाने क्यों मैं उसकी तरफ अट्रैक्ट होने लगी और संजू से काफी बातें करने लगी। वह मुझे अच्छा लगने लगा था और धीरे-धीरे हम दोनों के बीच में काफी नज़दीकियां बढ़ गई। मेरे पति मुझे समय नहीं दे पाते थे। इस वजह से मै कुंठित हो ही गई थी और अब थोड़ा बहुत अपना काम में बिजी रहने के कारण मैं अपने आप को भी समय नहीं दे पा रही थी। इस वजह से मुझे लगा कि मुझे अपने आप को भी थोड़ा समय देना चाहिए।

मैंने उसे कहा कि तुम यहां पर किसके साथ रहते हो उसने कहा मैं अकेला रहता हूं। मेरी बीवी अमृतसर में ही रहती है मैंने कहा ठीक है चलो घूमने का प्लान बनाते हैं। तो हम लोग जितने भी स्टाफ वाले थे उन सब को मैं घुमाने के लिए ले गई। वह लोग काफी खुश हुए हमने काफी इंजॉय किया और हम अपने घर वापस आ गए अपने काम पर लग गए। वह मुझे कहने लगा आप काफी अच्छी है आप हम लोगों को ध्यान रखती हैं। हमें कोई समस्या नहीं हुई आपसे कभी भी, मैंने उसे अपने बारे में बताया।

मैंने उसे बताया कि मेरे पति मुझे समय नहीं दे पाते हैं और मुझे सेक्स की भूख रहती है लेकिन वह मेरी तरफ ध्यान नहीं देते हैं। अब वह भी कहने लगा मेरे भी सच मे कब से सेक्स की भूख मीटी नहीं है काफी समय से क्योंकि मेरी पत्नी भी वही घर पर रहती है। मैं अकेला रहता हूं तो मुठ मार कर काम चलाना पड़ता है।

मुझे क्या चाहिए था मुझे तो यही चाहिए ही था। मैं उसकी बात से खुश थी और मैंने उसे कहा ठीक है। कल हम बाहर घूमने चलेंगे संजू कहने लगा कि मेरा कमरा आपके ही बगल में है। मैं आपका पड़ोसी भी हूं तो वहीं पर चलेंगे। वैसे भी मेरे कमरे पर कोई रहता नहीं है मैं अकेला ही यहां पर रहता हूं। वह खुश हो गया मैं भी काफी खुश हो गई और मैंने कहा ठीक है कल मैं तुम्हारे कमरे में आ जाऊंगी।

मै सुबह उसके कमरे में तैयार होकर  चली गई। संजू घर पर ही था संजू भी नहा धोकर तैयार बैठा हुआ था। उसने भी अपने छाती और झाटों के बाल साफ कर रखे थे। जैसे ही मैं संजू के पास पहुंची तो संजू कहने लगा आइए बैठिए मैं आपके लिए पानी ले आता हूं। मैंने उसे कहा पानी की आवश्यकता नहीं है। मुझे तो सेक्स करना है यह कहते हुए मैंने उसे पकड़ लिया और अपनी बाहों में भर लिया जैसी ही उसे मैंने अपनी बाहों में भरा उसने भी मुझे कस कर दबा लिया। मैं उसकी बाहों में ही सिमट कर रह गई ऐसा करते-करते उसने मेरे स्तनों को भी बड़े तेजी से दबाना शुरु कर दिया। उसने मेरे गालों को चूमना शुरू किया और मेरे लिपस्टिक को भी अपने होठो में ले लिया जिससे मुझे काफी अच्छा लगने लगा। मैंने भी उसे निराश नहीं किया और उसके तौलिए से उसके लंड को बाहर निकालकर अपने लिपस्टिक लगी होठों से चूसना शुरु कर दिया जैसे ही मैं यह करती वह मस्त हो जाता और मुझे कहता आप तो काफी अच्छे से कर रही हैं।

मैं उसका लंड अपने गले तक ले कर अंदर बाहर करना शुरु कर देती। ऐसा करते-करते एक बार उसका  वीर्य मेरे मुंह के अंदर ही गिर गया और मैंने वह सब पी लिया। मुझे बहुत अच्छा लगा यह सब कर कर ऐसा लगा मानो मेरी कितने वर्षों की प्यास बुझ गई हो। अब उसने भी मुझे पकडकर अच्छे से मेरे स्तनों को काटने लगा और मुझे काफी अच्छा लगने लगा धीरे-धीरे मैं भी मदहोश होती चली गई। मेरे चूत से पानी निकलने लगा जैसे-जैसे मेरे पानी निकलता तब वह अपनी उंगली मेरी चूत में डाल देता और उसे अंदर बाहर करने लगता। जैसे जैसे वह  अंदर बाहर करता जाता मेरा पानी बाहर  पिचकारी मार कर निकल जाता। अब हम दोनों से ही कंट्रोल नहीं हुआ मैं संजू के खड़े लंड पर बैठ गई और अपने चुतडो को ऊपर नीचे करने लगी मुझे काफी अच्छा लगने लगा था यह करते हुए क्योंकि मैं उसके ऊपर से थी वह मेरे नीचे से था। ऐसा करते करते वह नीचे से झटका मार देता और मै ऊपर से अपने बड़ी-बड़ी चुतडो को उसकी लंड पर रख देती। मुझे काफी अच्छा लगा और कुछ समय बाद मेरा पानी गिरते हुए संजू के लंड पर टपकने लगा। वह कहने लगा आपका तो पानी गिर गया है। मैंने कहा हां मेरा पानी गिर गया। ऐसा करते-करते मेरे पीछे से आ गया और उसने मुझे डॉगी स्टाइल में चोदना शुरु कर दिया ऐसा करते हुए कुछ समय बाद उसका भी झड़ गया। उसने मेरी चूतड़ों पर पूरा वीर्य गिरा दिया और मैं काफी खुश थी क्योंकि संजू मुझे बहुत सारी खुशी देता था। मेरा काम भी अच्छा चलने लगा तो मुझे अपने पति से भी कोई शिकायत नहीं थी।