दुकान में आशा को चोदा

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मेरा नाम जय है। मेरा कैटरिंग का काम है। मैं इसी सिलसिले में कई लोगों के घर जाता हूं और उन्हें अपने मेनू कार्ड देता हूं। जिससे वह लोग मुझे अपनी शादी के खाने के लिए आर्डर दे देते हैं। मैंने अब तक कई शादिया अटेंड की है जिसमे मेरा कैटरिंग का काम सबसे अच्छा था। जिससे कि लोगों के बीच में मेरी पकड़ अच्छी हो गई है और वह लोग सिर्फ मुझे ही बुलाते हैं। क्योंकि हमारे खाने का टेस्ट बहुत अच्छा है जिस वजह से उन्हें हमारे खाने में किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं होती है। वह हर बार की तरह मुझे ही बुलाते हैं। मैंने अपना रेट भी मार्केट से बहुत कम किया हुआ है। क्योंकि यह सब रिलेशन के आधार पर ही चल रहा है। ज्यादातर मेरे पास मेरे कस्टमर जान पहचान वाले ही हैं जिनसे हमारे या तो घरेलू तालुकात हैं, या फिर वह किसी भी तरीके से हमारे परिचित ही हैं। इस वजह से मैं उन्हें रेट में भी काफी डिस्काउंट देता हूं। मेरा काम काफी अच्छा चल रहा है।

एक दिन मेरे दोस्त की शादी थी तो उसने भी मुझे अपने यहां केटरिंग काम दे दिया लेकिन उसने मुझे इस बार कहा कि तुझे शादी का सारा काम संभालना है और हर एक चीज का ध्यान रखना है। मैंने उसे कहा ठीक है मैं कोशिश करूंगा और समय निकाल लूंगा। क्योंकि वह मेरा बहुत अच्छा दोस्त है। मैं उसे मना नहीं कर पाया। अब उसके घर का सारा काम मुझे ही देखना पड़ रहा था। मैंने अच्छे से उसके शादी के लिए सब कुछ बंदोबस्त करवा दिया था। अब वह मुझे कहने लगा कि मैं शेरवानी किराए पर ही लूंगा। तो तुम एक काम करना कि मेरे लिए शेरवानी का बंदोबस्त करवा देना। मैं शेरवानी लेने के लिए किराए की शॉप आ गया। वहां पर मैं गया तो मैंने उन्हें अपना परिचय देते हुए कहा कि मेरा कैटरिंग का काम है और मैंने उन्हें अपना विजिटिंग कार्ड दिया।

उसके बाद उन्हें कहा कि मेरे दोस्त की शादी है जिसके लिए मुझे आपके यहां से शेरवानी किराए पर चाहिए। उन्होंने कहा ठीक है। उन्होंने अब मुझे शेरवानी दिखा दी। मैंने वह अपने आप पर ही ट्राई की क्योंकि मेरे दोस्त की हाइट मेरे जितने ही है। वह मुझ पर बिल्कुल फिट आ गई। मैंने उसे फाइनल कर लिया। जो लड़की मुझे वह शेरवानी दिखा रही थी उसका नाम आशा था। वह एक सिंपल साधारण सी लड़की थी जो की बहुत ही अच्छे से बात कर रही थी। मैं पहली बार ही किसी ऐसी शॉप में गया था जहां पर अधिकांश लड़कियां ही थी। उन्होंने वहां पर लड़कियों का सामान भी रखा हुआ था और कुछ कॉस्मेटिक्स का आइटम भी था। वहां की जो लडकिया थी उन्होंने मुझे कहा कि तुम्हें अगर कोई  काम हो तो आशा से ही संपर्क कर लेना और जब यह शेरवानी वापस करने आओगे तो उसे फोन कर के बता देना। ताकि हमारे पास कोई और बुकिंग आए तो हम उसे भी वह शेरवानी दिखा पाए। अब मैं वहां से चला गया और मैंने आशा का नंबर ले लिया था। 2 दिन बाद मेरे दोस्त की शादी थी तो उसका काम मैंने अच्छे से निपटाया।

अब मैं शेरवानी लौटाने के लिए दुकान पर गया। वहां मैंने देखा कि उनकी मालकिन नहीं है। वह आशा ही सारा काम संभाल रही है। मैंने उसे कहा कि शेरवानी बहुत अच्छी लग रही थी मेरे दोस्त ने बहुत तारीफ की।  हमारी ऐसे ही बातें होने लगी। उसने मुझे कहा कि अगर कभी आपको आगे से कोई भी सामान किराया पर चाहिए हो तो आप हमसे संपर्क कर लीजिएगा। मैंने आशा को कहा कि ठीक है। बिल्कुल मुझे कुछ भी चाहिए होगा तो मैं आपको फोन पर संपर्क कर लूंगा और आपसे पूछ लिया करूंगा। अब जब भी शादी में कभी भी मुझे कुछ इस तरीके का सामान चाहिए होता था तो मैं उन्हीं की दुकान से वह किराए पर लिया करता था। मेरा उनकी दुकान पर अब आना जाना लगा हुआ था और वह सब लोग मुझे पहचान चुके थे। उनकी दुकान में कम से कम तीन चार लड़कियां थी जो कि मुझे अब पहचान चुकी थी और मेरा आशा से फोन पर संपर्क होने लगा था। उस से मेरी काफी बातें हुआ करती थी।

हमारी बातें कुछ ज्यादा ही बढ़ने लगी थी और एक दिन मैं अपने काम के सिलसिले में उनके दुकान पर दोबारा से चला गया उस दिन दुकान में कोई भी नहीं था। सिर्फ आशा ही दुकान में थी उसने मुझे कहा कि क्या आप कुछ चाय नाश्ता लेंगे। मैंने उसे कहा कि ठीक है आप चाय मंगवा दीजिए। उसने मेरे लिए चाय मंगवा दी और मैंने वह चाय पीने के बाद उसे कहा कि आज तुम दुकान में अकेली ही हो। वो कहने लगी हां आज मै अकेले ही हू अब वह मेरे इशारे समझने लगी थी और मैंने उसे इशारों इशारों में कह दिया कि आज मैं तुम्हारी चूत मार देता हूं। वो कहने लगी नहीं कोई दुकान में आ जाएगा वह बहुत डरने लगी। मैंने उसे कहा डरने की बात नहीं है मैं सब संभाल लूंगा। उसका भी जी मचलने लगा था।

मैंने उसे कहा कि तुम अंदर जाओ मैं थोड़ी देर बाद आता हूं। मैं जैसे ही अंदर उनके स्टोर में गया था मैंने वहां देखा वहां बहुत सारा सामान फैला हुआ है कपड़े इधर-उधर फैले हुए है। मैंने सोचा 10 मिनट में मैं कर लूंगा उसके बाद हम लोग बाहर आ जाएंगे। मैंने तुरंत उसे अपने बाहों में ले लिया और कस कर दबा दिया मैंने उसके स्तनों को इतनी तेजी से दबाया कि वह चिल्लाने लगी मैंने उसकी गांड को अपना हाथ से दबा दिया। मैंने उसक चूचो को अपने हाथ में लेते हुए किस करना शुरू किया और ऐसे ही काफी देर तक करता रहा। वह कहने लगी जल्दी से करो नहीं तो कोई आ जाएगा और हम लोग पकड़े जाएंगे। मैंने बोला तुम चिंता मत करो उसने अपनी सलवार को खोलो और मैं उसके स्तनों को ऐसे ही दबाए जा रहा था। यद कोई आ भी जाता है तो वह सलवार को फिर से पहन लेती इसलिए मैने उसने ऊपर का नहीं खोला। मैं ऐसे ही उसके ऊपर चढ़ गया चढते साथ ही मैंने उसके योनि में अपना लंड डाल दिया। मैंने उसकी नरम और मुलायम चूत मे घुसाया तो वह चिल्लाने लगी उसकी आवाज बड़ी तेज निकल रही थी। मैंने उसे कहा तुम ऐसे ही करते रहो और ऐसे ही चिल्ला रही थी। अब मैं कुछ ज्यादा ही तेज झटके देने लगा मैंने उसके दोनों पैरों को पकड़ते हुए अपने कंधे पर रख लिया और जैसे ही मैंने अपने कंधे पर रखा। मैंने उसकी चूत का भोसड़ा बना दिया मैं इतनी तेजी से करता जा रहा था कि उसका पूरा शरीर हिल रहा था। वह सिर्फ एक बात कह रही थी कि आज लगता है तुम मुझे पकड़वाकर रहोगे।

मैंने उसे बोला तुम डरो मत मैं ऐसे ही करता रहूंगा। मैं ऐसे ही झटके देता जा रहा था तब तक दुकान में किसी ने आवाज लगा दी और वो मुझे कहने लगी दुकान में कोई आ गया है। मैने और तेज झटके मारे और उसकी योनि में वीर्य को गिरा दिया और उसने जल्दी से ऐसे ही सलवार पहना। उसकी योनि से वीर्य टपक रहा था उसने उस कस्टमर को देखा उसके जाने के बाद तुरंत बाद वह आ गई। मैने उसके सलवार को हल्का सा नीचे किया और उसके चूतड़ों को अपने हाथ में पकड़ते हुए धक्का मारना शुरू किया। उसकी योनि से मेरा वीर्य गिरता जा रहा था और मैं बड़ी तेजी से झटका लगाता। उसकी आवाज निकलती और मैं उसे चोद रहा था उसका पूरा शरीर हिल रहा था। मैं बड़ी तेज तेज झटके मारता जा रहा था। अब मुझे डर लग रहा था कहीं कोई आ गया तो हम लोग पकड़े जाएंगे लेकिन मैंने इतनी तेजी से उसे चोदना शुरू किया कि वह मुझे कहती कि मुझे बहुत मजा आ रहा है। जब तुम मेरे साथ ऐसे कर रहे हो मैं भी उसके चूतड़ों को पकड़कर अब और तेज झटके मारने लगा। मैंने इतनी तेज झटके मारे की मेरा माल एक ही झटके में उसकी योनि के अंदर घुस गया और मैंने अपने लंड को बाहर निकालते हुए। वहीं पर एक कपड़े को उठाया और अपने लंड को साफ करने लगा और उसने भी अपनी चूत को साफ किया। मैंने उसे एक किस किया उसके बाद जब भी मैं उसकी दुकान में जाता तो हमेशा ही उसे किसी ना किसी बहाने से चोद देता या फिर चूत में उंगली कर देता। मुझे बहुत अच्छा लगता जब मैं उसे चोद रहा होता था। वह भी मेरे इंतजार में रहती थी कि कब मैं उसकी दुकान में जाऊंगा और कब उसे चोदूंगा। मेरा काम भी अच्छे से चल रहा है। मैंने कुछ नए काम भी खोल दिए हैं और अब आशा को अपने यहीं पर काम पर रख लिया है।