तेरी चूत ने लंड पर निशान कर दिया

HOT Free XXX Hindi Kahani

हेल्लो मेरे प्यारे दोस्तों कैसे हो आप सब और क्या हो रहा है आपकी जिंदगी मैं | मैं हूँ अनिल और आज मैं आपके सामने एक ऐसी कहानी लेकर आया हूँ जिसे पढके आपको बहुत मज़ा आएगा | आप लोगों का लंड ऐसा खड़ा होगा कि बस फिर बिना चूत के आप उसको शांत नहीं कर पाएँगे | बकवास है सब बहनचोद कोई लंड वंड खड़ा नहीं होगा जाओ यार अपने अपने घर मन नहीं है आज कहानी सुनाने का | पर कुछ लोग होते हैं बेशरम वो बिना सुने तो जाएंगे नहीं इसलिए उनके लियुए मैं कुछ कह देता हूँ | चूत में गया लंड निकला मुठ कहानी ख़तम | बस हो गए आगया मज़ा चलो अब निकलो इधर से और अपनी गांड मराओ | पर करूँ भी तो क्या करूँ मैं क्यूंकि कहने तो बतानी ही पड़ेगी नहीं तो मेरा सेठ मेरी गांड पलटा के मारेगा | अरे पलटाना तो छोडो ऐसे ऐसे तरीके से गांड मारेगा कि न तो मैं टट्टी करने के लायक बचूंगा और ना ही चलने के | इसलिए मैं आपको कहानी सुना ही देता हूँ और जो भी ऊपर हुआ उसके लिए मुझे छमा करना मैं आपके सामने नतमस्तक हूँ और आप सभी का स्वागत करता हूँ इस एह्लियाने महफ़िल में |

तो दोस्तों नाम मैं आपको पहले ही बता चूका अब बारी है कहानी बताने की और मैं बताऊंगा | तो दोस्तों मैं एक निहायती मादरचोद लड़का हूँ और एक जगह काम करता हूँ और दुकानों पे माल बेच के आता हूँ | मेरा सेठ बहुत अच्छा है पर अगर उसे पता चल जाए कि मैंने कोई गलती की है तो वो मेरे लौडे लगा देता है | मैं हर चीज़ से खुश हु बस एक चीज़ मुझे दुखी कर जाती थी और वो थ चूत क्यूंकि मुझे चूत चोदे हुए एक अरसा बीत गया था | मैं पहले एक भौजी के चकले में काम करता था उसका चकला पनागर में चलता है | मैं जब उस भौजी के यहाँ था तो मुझे रोज़ एक क्वार्टर प्लेन की दारु और चूत मिलती थी पर जब से मैंने काम छोड़ा है मेरी किस्मत के लौडे ही लग गए हैं | वो भौजी मुझे आज भी बुलाती है कि आजा अब तो काम बढ़ गया है | मैंने हमेशा उनसे कहा नहीं भौजी अब थोडा हट के काम करना है और अब मैं वह नहीं आ पाउँगा यहाँ मेरा सेठ मेरे लिए बहुत काम करता है | मेरी हर चीज़ को पूरा कर देता है | फर भौजी ने कहा और चूत का क्या अनिल वो तो नहीं मिलती ना | मैंने भी कह दिया बहूजी मैं तुझे बहु पसंद करता हूँ और तेरे लिए बहुत काम किया है | अगर तेरे पास जुबान डाल दूंगा कि भौजी चूत चाहिए तो तू कभी ना नहीं बोलेगी | और सुन अगर तेरे पास चुदाई के लिए लड़की नहीं होगी ना तो तू अपनी चूत मुझसे मरवाएगी बोल मैं गलत बोल रहा हूँ तो | उसने कहा तू बात तो सही कह रहा है और मुझे अच्छा भी लगा सुनके | फिर उसने मुझसे पुछा कब आ रहा है मेरी चूत चोदने के लिए |

मैंने कह दिया भौजी अभी तो नहीं आ पाउँगा पर जब मन होगा तो बिना बताये आ जाऊंगा और तुझे बहुत चोदुंगा | भौजी बहुत खुश हो गयी मेरी ये बात सुनके और फिर मैंने फोन रख दिया | उसके बाद मैं काम पे चला गया और पूरा माल बचके सेठ को हिसाब देने आया | हिसाब देने के बाद हम सब लडको को जितने भी वहाँ काम करते हैं उनको ऑफिस जाना पड़ता है | वहाँ पे बिलिंग होती है और वो गोदाम से थोडा दूर है | वहाँ दो भाई लोग बैठते है जिनको मैं भैया कहके संबोधित करता हूँ | एक का नाम है अस्सू ठाकुर और दूसरे का नाम है चंदू खटीक | वो दोनों एक दम मस्त त्य्प के लौंडे हैं मतलब फुल खाना पीना चिकन दारु सब | मैं उनके साथ कभी पिया नहीं क्यूंकि वो घर मेरे सेठ का है अगर सेठ को पता चल जाएगा बिलिंग की जगह पे दारु खोरी होती है तो वो सबको निकाल देगा और मैं नहीं चाहता अपने भाईलोग के साथ कुछ गलत हो जाए | पर एक दिन बिलिंग करने के बाद चंदू खटीक मुझसे बोला अनिल बड्डा दारु पीने की इच्छा हो रही है यार | अस्सू ठाकुर थोडा डरता था क्यूंकि सेठ लोग उसको जानते थे और उसको अच्छा समझते थे | इसलिए वो कहने लगा बावा जो करना जल्दी करना नहीं तो दिक्कत हो जाएगी | अब सेठ लोग अपने घर निकल गए और जहाँ बिलिंग होती थी वह पे बस किरायेदार रहते थे | मैंने कहा चंदू चल दारु लेके आ जाते हैं | हमलोग दारु ले आए और अन्दर वाले कमरे में बैठ गए | मैंने अस्सू को बुलाया तो वो कहने लगा बावा थोड़ी सी ही लूँगा बस |

मैंने भी कह दिया अबे बैठ तो जा पहले उसके बाद देख लेना | अब हमलोगों ने दारु निकाली और पानी मिलाया और सबके बराबर पेग बने थे | अस्सू ने जैसे ही मार तो बोला बावा अच्छा माल है मैं तो आज हचक के पियूँगा | फिर हमारे पेग बनते गए और चक्कर चलता गया | सबको मस्त नशा हो गया और चदु को और मुझे ज्यादा हो गया क्यूंकि हमलोगों ने सफ़ेद के साथ लाल की दारु भी पी थी | चंदू बोलने लगा अनिल बड्डा अब तो मैं एक लौंडे की हत्या करूँगा | ये सुनके अस्सू बोले गांडू तेरेको चढ़ गयी है तो चंदू बोला नहीं अस्सू भाई उसने मेरेको चार साल पहले मारा था आज उसकी मैय्या चोद दूंगा | मुझे लगा मामला गरम हो जाए इससे पहले संभाल लो | मैंने तुरंत बोला भाई लोग अपन चूत मरने चले क्या ? अस्सू ठाकुर ने तुरंत बोला हा बाद्दा बहुत तेज लंड खड़ा हो गया है किसी की चूत में उतारने के बाद ही शान्ति मिलेगी | चंदू ने भी कहा हा बावा चलो पर लड़की कहाँ मिलेगी | मैंने कहा अरे भाई लोग अनिल बड्डा इधर तो नो फिकर !!! मैं उन दोनों को लेके भौजी के यहाँ गया | मैंने कहा भौजी तू मेरे से चुदेगी और मेरे भाईलोग के लिए कोई अच्छा माल भेज दे और आज पैसा नहीं दूंगा सब फ्री में होगा |

भौजी ने मेरी बात मानली और उन दोनों को भेज दिया | मैं भौजी को लेके अन्दर गया और मुझे तो पता था वो कभी ब्रा पेन्टी नहीं पहेनती इसलिए मैंने सीधे ही उसके दूध दबाना शुरू कर दिया और उसने मेरा लुल्ला पकड लिया | वो मेरे लंड को मसल रही थी और मैं उसके दूध को दबा रहा था | धीरे से मैंने उसको लेटाया और उसकी साड़ी ऊपर करके उसी चूत में ऊँगली करने लगा | वो गरम होक आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करने लगी | फिर मैंने कहा भौजी मेरा लंड तो चूस ले | उसने कहा हाँ आज पहली बार तेरे लंड का स्वाद लुंगी मैं | वो मेरे लंड पे लकी और मुह में भर लिया | थोड़ी देर बाद मैं भी आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करने लगा और मस्ती में आ गया | 15 मिनट बाद मैंने आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करते हुए पूरा माल उसके मुह पे गिरा दिया | अब हम दोनों एक दूसरे के ऊपर उलटा लेट गए और वो मेरा लंड चूसने लगी और मैं उसकी चूत चाटने लगा |

जब वो पूरी तरह गरम हो गयी और मेरा लंड कड़क हो गया तब मैंने उसको सीधा किया और उसकी चूत में लंड रखके एक जोर का धक्का मारा | मेरा पूरा लंड उसकी फटी कूट में समां गया | वो आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करते हुए चुदने लगी और मैं भी उसे मस्ती में चोसने लगा | थोड़ी देर बाद मैं उसकी गांड के छेद पे अपना लंड टिका के उसकी अन्दर किया और वो आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करते हुए चुदती रही |

दो घंटे की चुदाई के बाद हम सब थक गए और अपने अपने घर आ गए क्यूंकि पूरा नशा उतर गया था |