ओ भँवरे चोदने दो दीवानों को

HOT Free XXX Hindi Kahani

हाय फ्रेंड्स आज में आप लोगो को अपनी ज़िन्दगी की एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ | आप सभी को यह कहानी पढ़ कर बहुत मजा आयगा और अच्छा भी लगेगा | मुझे पता है कि आप लोगो को यह कहानी बहुत अच्छी लगेगी अब में अपनी कहनी पर आता हूँ |

मेरा नाम पांडे है में भुसावलका रहने वाला हूँ और मेरी उम्र 33 साल है | मेरी शादी हो चुकी है और मेरे तीन लड़के भी है | मेरे परिवार में मेरे मम्मी पापा और मैं मेरी पत्नी और मेरे दो लड़के बस है |  मैं भोपाल में ही सरकारी स्कूल में जोब करता हूँ |

फ्रेंड्स जब में २५ साल का था तो मेरा एक बहुत अच्छा दोस्त था उसका नाम चिराग था हम दोनों ने एक ही स्कूल में अपनी पढाई पूरी की थी | और कॉलेज भी हम दोनों ने साथ में कम्प्लीट किया था |हम दोनों जिगरी दोस्त थे | जहाँ भी जाते थे साथ में ही जाते थे | स्कूल में भी हम दोनों हमेशा क्लास में साथ पर बैठते थे और बहुत मस्ती भी किया करते थे | मैंहमेशा चिराग के घर जाता रहता था और चिराग भी मेरे घर आता रहता था | चिराग के घर में उसके मम्मी पापा और एक बहन थी | फ्रेंड्स चिराग की बहन बहुत ही खुबसूरत थी | देखने में बहुत सेक्सी लगती थी | चिराग कीबहन का नाम युक्ति था | उसकी उम्र 19 साल थी और वो मुझे बहुत अच्छी लगने लगी थी | फिर उसके बाद में रोज चिराग के घर जाने लगायुक्ति को देखने के लिए | युक्ति से मेरी बहुत अच्छे से बात होती थी | मैं जब भी चिराग के घर जाता था तोयुक्ति से बात करता रहता था | में जब भी उसके घर जाता था तो वो हमेशा मेरे और अपने भाई चिराग के लिए चाय बना कर लाया करती | युक्ति घर पर बहुत अच्छे अच्छे कपड़े पहनती और वो उन कपड़ो में इतनी अच्छी लगा करती थी कि बस उसे चोदने का मन करता था | युक्ति के दूध बहुत ही मस्त थे और उसके होट तो इतने मस्त थे कि टमाटर से भी लाल दीखते थे | मन करता था कि उसकेहोटो को अपने होटो से चूसता रहू | लेकिनयुक्ति को पता ही नहीं था कि मैं उसे बहुत पसंद करता हूँ और उसे चोदना चाहता हूँ | फिर उसके बाद मैंनेयुक्ति को धीरे धीरे लाइन मरनास्टार्ट कर दिया लेकिन में चिराग के कारण युक्ति को ज्यादा लाइन नहीं मार पता था | क्योकि चिराग युक्ति का भाई था और मेरा बहुत अच्छा दोस्त भी | लेकिन मैं क्या करता मुझे तो युक्ति बहुत अच्छी लगने लगी थी | और मुझे बस उसे किसी भी तरीके से पटाना था और चोदना था |

फिर उसके बाद जब एक दिन में चिराग के घर गया उसे बुलाने के लिए तो चिराग घर पर नहीं था | फिर में घर के अंदर गया तो घर में युक्ति बस थी और जब मैंनेयुक्ति से पुछा कि चिराग कहाँ है तो युक्ति ने बताया कि भैया मम्मी पापा को लेकर रिश्तेदारी में गए हुए है फिर मेने युक्ति से पुछा कि कब तक आयगा चिराग तो युक्ति ने बताया कि शाम तक भैया घर आ जायंगे | फिर ऊसके बाद मैं युक्ति को देख कर स्माइल करने लगा और लाइन मरने लगा युक्ति भी मुझे देख कर स्माइल करने लगी | युक्ति उस दिन बहुत ही सेक्सी लग रही थी | मुझे तो लग रहा था कि आज युक्ति को पकड़कर चोद डालू | फिर उसके बाद में मेने युक्ति से कहा कि ठीक है युक्ति में शाम को आऊंगा जब चिराग आ जायगा तो .| फिर उसके बाद में अपने घर वापस जाने लगा और जैसे ही मैंयुक्ति के घर के बाहर निकला तो युक्ति ने मुझे आवाज दी और वापस घर के अंदर बुलाया फिर में जब घर के अंदर गया तो | युक्ति ने मुझसे बोला कि किचिन का बल्ब फिउज हो गया है | आप दुकान से बल्ब लाकर किचिन मेंलगा दो ना | फिर उसके बाद मैंदुकान जाकर बल्ब लेकर आया और किचिन में बल्ब लगा दिया | फिर उसके बाद युक्ति मुझे देख कर मुस्कुराने लगी | और में भी उसे देख कर मुस्कुराने लगा और लाइन मारनेलगा | फिर मैं जाने लगा तो युक्ति मुझसे कहने लगी कि रुको अभी आप बेठो में चाय बना रही हूँ आप चाय पी कर जाना | यह सुनकर मैं बहुत खुश हो गया और वही कुर्सी में बैठ गया |फिर उसके बाद मैं और युक्ति दोनों बैठ कर बात करने लगे | में तो युक्ति को लाइन मारे जा रहा था | जब मैंयुक्ति को लाइन मर रहा था तो युक्ति भी मुझे देख कर स्माइल कर रही थी | फिर उसके बाद युक्ति ने मुझसे बोला कि आप बेठो में अभी चाय बना कर लाती हूँ |फिर युक्ति चाय बनाने चली गई ….. युक्ति धीरे धीरे लाइन में आ रही थी | फिर तो मेने सोच ही लिया था कि आज युक्ति को में सब कुछ बता दूंगा कि में तुम्हे बहुत पसंद करता हूँ | फिर युक्ति चाय लेकर आई और मुझे चाय दी और मुझसे कह कि आप चाय पी कर बताओ कि चाय केसी बनी है और मेरे सामने बेठ गयी और मुझे देख कर स्माइल करने लगी | फिर मैंने चाय पी कर युक्ति से कहा कि युक्ति चाय तो बहुत अच्छी बनी हुई है |

तो यह सुनकर युक्ति बहुत खुश हो गयी| उसके बात वो मुझसे बात करने लगी और स्माइल करते हुए मुझसे पूछने लगी कि आपकी कोई गर्लफ्रेंड है | तो मेने युक्ति से कहा कि नहीं मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है | और फिर सीधे बिना कुछ सोचे युक्ति से कह देता हूँ | कि युक्ति में तुम्हे बहुत पसंद कर देता हूँ | तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी | यह बात सुनकर युक्ति स्माइल करने लगीऔर कहने लगी कि मुझे पहले से ही पता था कि आप मुझे बहुत पसंद करते हो लेकिन आप मुझसे बोल नहीं पा रहे थे | यह बात सुनकर तो मेरे दिल कि धड़कन तेज हो गई | अब युक्ति पूरी तरह से अब मुझसे पट चुकी थी | मुझसे बिलकुल भी कंट्रोल नहीं हो रहा था मुझे तो सिर्फयुक्ति को चोदना था तो फिर मैंनेयुक्ति को अपने पास बुलाया और युक्ति बहुत शर्मा रही थी | उस समय तो मेरा लंड बिलकुल खड़ा हो चुका था |फिर मैंनेयुक्ति के होटो में किस कर लिया जब मैंनेयुक्ति को किसश किया थो युक्ति ने मुझसे कुछ नहीं कहा और मेरे साथ में किस करने लगी और मुझसे गले लग गई | मुझे बहुत मजा आ रहा था फिर मैंयुक्ति के दूध दबाने लगा औरयुक्ति को बहुत मजा आ रहा था | फिर मेने युक्ति को पलंग पर लेटा कर उसे चूमने लगा युक्ति भी फिर से मुझे किसकरने लगी उसने मेरी टीशर्ट उतर दी और मुझसे लिपट गई |

मैंने भी युक्ति का सूट उतार दिया और फिर उसके बाद युक्ति का ब्रा उतार कर युक्ति के दूध पीने लगा |युक्ति के दूध बहुत मस्त थे और बहुत ही ज्यादा गोरे और चिकने थे |युक्ति के दूधो को दबाने में मुझे बहुत मजा आ रहा था | जब मैंयुक्ति के दूध दबा रहा था तो युक्ति को बहुत मजा आ रहा था युक्ति मुझसे बार बार दूध दबाने को कह रही थी | में युक्ति के दूध दबा रहा था और पी रहा था | युक्ति के टमाटर जेसे लाल होटो को चूमे जा रहा था | फिर उसके बाद युक्ति मेरा लंड पकड़ने लगी | फिर मैंनेयुक्ति की चूत में अपना लंड डाला …..जेसे ही मेने युक्ति की चूत मेंअपना लंड डाला तो युक्ति आःह्ह आःह्ह करने लगी फिर मैंयुक्ति को चोदने लगा में युक्ति को बहुत तेजी से चोद रहा था | युक्ति आह्ह आह्ह्ह ऊऊह्ह्ह्ह ऊउह्ह्ह कर रही थी |युक्ति को बहुत मजा आ रहा था वो मुझे बिलकुल नहीं छोड़ रही थी और अपनी चूत खोल कर मुझसे चुदे जा रही थी | मेरे होटो को युक्ति किस करे जा रही थी और मुझे तो चोदने में बहुत मजा आ रहा था | तो में युक्ति को चोदे जा रहा था मैंने पूरा दिन युक्ति को चोदा वो दिन मेरा बहुत ही अच्छा दिन था | फिर युक्ति को चोदते चोदते शाम हो गई और चिराग का घर आने का समय हो गया था | फिर मैंनेयुक्ति को आई लव यू कहा फिर युक्ति ने भी मुझसे स्माइल करते हुए आई लव यू टू कह दिया | उसके बाद युक्ति मेरी गर्लफ्रेंड बन गई में बहुत खुश था और युक्ति भी बहुत खुश थी | जैसेहीचिराग घर पहुचने वाला था | उससे पहले मैं अपने घर चला गया और फिर मेरी युक्ति से मोबइल पर बात होने लगी | हम दोनों बहुत खुश थे युक्ति मुझसे हमेशा चुदने की जिद किया करती थी | जब भी युक्ति के घर पर कोई नहीं रहता था तो में युक्ति के घर जाकर युक्ति को बहुत चोदता था |