जानेमन एक बार देख तो ले मेरा लंड

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और दोस्तों ? अच्छा किस किस को हरी भरी वादियाँ, बड़ा सा बगीचा या जंगल पसंद है | मेरे ख्याल से बहुतों को और जिनको नहीं है उनको वहां एक बार जाना चाहिए | अच्छा बहुत से लोग वहां गए भी होंगे अपने दोस्तों के साथ, अपनी गर्लफ्रेंड के साथ, अपने परिवार के साथ या अपनी पति के साथ लेकिन कितनो ने वहां के जाके चुदाई का आनंद उठाया है | ऐसा हो सकता है कि कुछ लड़के अपनी गर्लफ्रेंड या अपनी पत्नी को ऐसे जगह ले जा के चोदा भी हो लेकिन बहुत कम होता है कि कोई लड़की तुम्हें वहां लेके जाए और वो भी दोस्त की पत्नी | तो मैं हूँ रोहित और ये है मेरी कहानी |

एक साल पहले मेरी जॉब लगी थी और मुझे कंपनी की तरफ से फ्लैट मिला था रहने के लिए | उस बिल्डिंग में और भी कंपनी वाले काम करते थे जिसमें से एक था राजीव | वो मुझसे सीनियर था और शादिशुदा भी | उसकी पत्नी बहुत मस्त लगती थी प्यारा फेस कट, स्लिम सैक्सी फिगर और सबसे ज्यादा तो उसकी नशीली आँखें, एक तरह से जानलेवा चीज़ | हाँ उसका रंग बिलकुल गोरा नहीं था बस हल्का सा डल था जो बहुत प्यारा लगता था | मैं राजीव की इज्ज़त भी इसलिए करता था क्यूंकि उसकी बीवी हॉट थी और मुझे पसंद भी जबकि राजीव बिलकुल काला और बदसूरत था | मैं उन दोनों को देखके हमेशा यही सोचता था कि काश भाभी जी कुछ दिन और रुक जाती उनको कुछ अच्छा मिल जाता | चलो जो हुआ सो हुआ लेकिन जिस चीज़ को सच्ची हवस से चाहो तो सारी कायेनात उसको तुमसे चुदवाने में लग जाती है |

राजीव की शादी को दो साल हो गए थे लेकिन कोई बच्चा नहीं था मुझे भी अजीब लगता था कि ऐसी पत्नी को कोई चोदे बिना कैसे रह सकता है ? मेरा उनके घर आना जाना नहीं था लेकिन एक बार जब राजीव के घर में किसी चीज़ की पूजा थी तो उसने काम के लिए मुझे ही बुलाया और उसके बाद से मेरा उसके घर आना जाना हो गया | मैं तो अकेला रहता था इसलिए वो कभी कभी मुझे खाने के लिए बुला लेते थे और मैं भी बड़े शौक से उनके घर खाना खाने चला जाता था | मैं पहले राजीव की पत्नी को मैम बोलता था लेकिन जब मेरा उनके घर आना जाना हुआ तो उसने खुद कहा मैम नहीं भाभी बोला करो | उसके बाद तो हमारी अच्छी बनने लगी, मैं तो कभी भी उनके घर पहुँच जाता था और अगर उनको कोई काम होता था तो वो लोग भी सबसे पहले मुझे ही बुलाते थे | वैसे मैं जिम भी जाता हूँ और तब भी जाता था और तब भी मेरी बॉडी बहुत अच्छी थी | एक बार शाम के वक़्त मैं जब जिम से वापस लौटा और जैसे ही मैंने अपनी टी-शर्ट उतारी तो किसी ने दरवाज़ा खटखटाया, तो मैं ऐसे ही चला गया और दरवाज़ा खोला तो भाभी जी बाहर खड़ी थी | उन्होंने मुझे गाजर का हलवा दिया और कहा ये हलवा है खाके बताना कैसा बना है ? तो मैंने कहा ठीक है भाभी | तभी भाभी ने कहा ऐसी बॉडी अपने राजीव भईया की भी बनवा दो | तो मैंने कहा बॉडी अच्छी है क्या ? तो उन्हीने कहा अरे बहुत अच्छी है बिलकुल हीरो लग रहे हो | हाय मेरे तो शर्म से गाल लाल हो गए |

उसके बाद वो चली गई और मैं उनकी गांड देखता रहा | एक हफ्ते बाद राजीव को काम के लिए बाहर जाना था वैसे वो जाता रहता था लेकिन इस बार एक हफ्ते के लिए जाना था | जाते समय उसने मुझसे कहा घर पे ध्यान दिए रहना अगर कुछ काम हो तो कर देना | तो मैंने कहा अरे सर ये कोई बोलने की बात है क्या | बस फिर वो चलाए गए और मैं घर वापस आ गया | रात का समय था और मैं खाना बना रहा था तभी मेरे घर के दरवाज़े पे दस्तक हुई और हर बार की तरह भाभी जी ही थी | भाभी जी ने कहा चलो खाना खालो, तो मैंने कहा अरे भाभी वो तो मैंने बना लिया है | अच्छा चलो ठीक है लेकिन कल से मेरे यहाँ आ जाना खाना खाने | उसके भाभी जी ने कहा अच्छा अन्दर आ जाऊं और अन्दर आके बैठ गई | मैं खाना बनाने किचन में गया तो भाभी भी वहां आ गई और कहा चलो मैं तुम्हारी मदद कर देती हूँ और उन्होंने मेरी मदद की और उसके बाद मैंने खाना खाया और फिर हम साथ बैठके यहाँ वहां की बातें करने लगे |

राजीव के आने से एक दिन पहले भाभी मेरे घर आई और हम साथ बैठके बातें कर रहे थे | तभी मैंने पूछा अच्छा भाभी अभी तक कोई बच्चा नहीं, कोई प्लान नहीं है क्या ? तो उन्होंने कहा नहीं ऐसा नहीं प्रॉब्लम है कुछ | तो मैंने कहा कैसी प्रॉब्लम भाभी ? तो उन्होंने पहले तो मना किया लेकिन मेरे फोर्स करने पर उन्होंने बताया कि राजीव में कुछ कमियाँ है जिसके इलाज के लिए वो दिल्ली गए है | अब जाके मुझे सब समझ में आया तो मैंने विस्तार से पूछना शुरू किया तो मुझे पता चला कि राजीव का लंड पहले खड़ा होता था लेकिन शादी के एक महीने बाद खड़ा होना बंद हो गया और उसका लंड भी बहुत छोटा था | मैंने सोचा भाभी तो कब से तरसी बैठी है लंड के लिए मैंने कहा भाभी अगर मैं कुछ कर सकता हूँ आपके लिए तो बताओ मुझे ? तो भाभी ने कहा आप क्या करेंगे जो करना है डॉक्टर करेगा | मैं भी भाई के करीब गया और उनका हाँथ पकड़ के अपने लंड पे रखा और कहा मैं इसकी बात कर रहा था | थोड़ी देर तक हम दोनों एक दूसरे को देखते रहे और उसके बाद मैंने उसको किस कर दिया | वो बस बैठी रही आँखें बंद करके और मैं उसको किस करता रहा | जब हम दोनों किस कर रहे थे तो उसने मेरा लंड भी ज़ोर से दबा रखा था |

किस करने के बाद वो उठके चली गई बिना कुछ बोले लेकिन मेरी गांड फटती रही कि कहीं राजीव को कुछ बता न दे | अगले दिन सुबह राजीव अपने घर आया और सो गया | थोड़ी देर बाद भाभी मेरे घर आई और कहा चलो ज़रा काम है और मुझे लेके घर के पास वाले जंगल चली गई | उसने मुझे बताया की राजीव्व जब से आया है तबसे सो रहा है और अगर उठा तो सबसे अपने घर में और फिर तुम्हारे घर में ढूंढेगा इसलिए मैं तुम्हें बाहर ले आई | हम जंगल के काफी अन्दर तक गए और फिर चादर बिछा के बैठ गए और एक दूसरे को किस करने लगे | किस करते हुए मैंने पहले भाभी का ब्लाउज खोला लेकिन खुला नहीं तो मैंने कोशिश ही छोड़ दी और ब्लाउज के उठा दिया | उनके दूध थोड़े से बाहर आये और मैं उतने ही दूध मुँह लगाकर चूसने लगा | फिर मैंने बड़े मज़े से दूध चूसे और उसके बाद उसने मुझसे कहा लेट जाओ और मैं गया | फिर उन्होंने मेरी जीन्स उतार के जब मेरा खड़ा लंड अपने हाँथ में पकड़ा, तो उनके चेहरे पे रौनक ही अलग थी | उन्होंने कहा राजीव का तो कोई मुकाबला ही नहीं है इसके सामने और उसके बाद मेरा लंड चाटने लगी | उसने पहले मेरा लंड ऊपर से नीचे तक चाटा और उसके बाद चूसना शुरू कर दिया |

फिर उसने मेरा लंड थोड़ी देर तक चूसा और फिर मेरा लंड हिलाते हुए कहा इसको पूरा अन्दर मत डालना, मुझे इसकी आदत नहीं है | फिर मैं उठा और उनकी साड़ी उठाकर ऊपर कर दी और पैंटी उतारकर चूत में ऊँगली करने लगा | उसकी चूत काली थी लेकिन उसमें बाल बिलकुल नहीं थे एक चिकनी सपाट जैसी ब्लू फिल्मों में होती है | फिर मैं उसकी चूत में ऊँगली की और उसके बाद उसकी चूत में डालने लगा | चूत तो मस्त टाइट थी और शुरू में तो मेरा लंड ठीक से अन्दर जा ही नहीं रहा था लेकिन जब मैंने थोडा ज़ोर लगाया तो मेरा आधे से ज्यादा लंड अन्दर चला गया और वो मुझे बाहर निकालने को कहने लगी | मैं धीरे धीरे उसको चोदता रहा और वो अहह अह्ह्ह अहहहा अआ आह्ह्ह अह्ह्ह ह्ह्ह्हह आआआआअ करती रही | मैं उसको उसी तरह चोदता रहा और थोड़ी देर बाद उसकी सिसकारियाँ कम होने लगी तो मैंने ज़ोर ज़ोर के झटके मारना शुरू कर दिया और उसके बाद फिर वही आवाजें आने लगी | मैंने उसको थोड़ी देर तक चोदा और जब मेरा मुट्ठ निकला तो उसने मुझे अन्दर गिराने को कहा तो मैंने मुट्ठ अन्दर ही छोड़ दिया | उसके हम घर घर चले गए और फिर जब राजीव घर पर नहीं होता था या सो रहा होता था तो हम मौज उड़ा लिया करते थे | अभी एक महीने पहले ही वो मेरे बच्चे की माँ बनी है और राजीव को लगता है कि वो ठीक हो गया है और बच्चा उसका है |