उफ्फ्फ चुदासी मत कहो ना

HOT Free XXX Hindi Kahani

नमस्ते नर और मदाओं, मैं सिद्धार्थ हूँ और मैं भारत के एक जगह जिसका नाम आमला है वहां का रहने वाला हूँ | वैसे मैं पढने लिखने में अच्छा हूँ इसलिए मैंने एक कॉलेज से इंजीनियरिंग की और अभी बैंगलोर में जॉब कर रहा हूँ | ये कहानी है जब मैं कॉलेज हुआ करता था और बहुत कमीना भी हुआ करता था |


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मैं ज्यादातर तो कॉलेज जाता नहीं था लेकिन जब जाता था तो कुछ न कुछ कांड हो ही जाता था जिसकी वजह से मुझे पूरा कॉलेज जानता था लेकिन मैं ठीक से अपनी क्लास के लोगों तक नहीं जानता था | मगर कुछ दिन जब मैं रोज़ाना कॉलेज गया तो मैं बहुत लोगों को पहचाने लगा | खैर वो सब बकवास बातें है मैं सीधा काम की बात करता हूँ तो काम की बात ये आपको यहाँ पढने आये हो मेरी कोई चुदाई की कहानी | तो आईये सीधा उसी पर चलते है |

एक बार मेरे कॉलेज में ट्रिप प्लान हुई और मेरे जो दो तीन दोस्त बने थे उन्होंने मुझे भी कहा की चलना है और मैं तो घूमने के लिए हमेशा रेडी रहता हूँ | तो प्लान बना और फिर उसके मैं दो हफ्ते रोज़ कॉलेज भी गया | वैसे मैं बहुत मज़ाकिया हूँ और शायद कुछ लड़कियों को ये पसंद भी आता है | मेरी क्लास में एक लड़की थी शिफ़ा नाम की | हाँ वो मुस्लिम थी और मैं हिन्दू लेकिन ये कोई धर्म की बात नहीं है प्यार का कोई धर्म नहीं होता और चुदाई का भी मतलब मेरी तरफ से चुदाई और उसकी तरफ से प्यार | मुझे पता भी चला लड़की कब मुझसे इम्प्रेस हो गई क्यूंकि मैं तो क्लास में सबसे बात कर लिया करता था और कुछ के हंसी मज़ाक भी कर लेता था, इसके साथ भी करता था लेकिन मुझे पता नहीं था कि ये पट जाएगी | वैसे जो हुआ अच्छा हुआ क्यूंकि मैं दिखने में बिलकुल भी आचा नहीं हूँ ऐसा मुझे लगता लेकिन ये हमेशा मेरी तारीफ करती रहती थी और वो तो बला की खूबसूरत थी | फिर हमें जाना था ट्रिप के लिए मैसूर और वो भी जा रही थी | हम सब ट्रेन के लिए स्टेशन पर खड़े थे तभी वो आई और मेरे पास आकर कहा एक मिनिट सुनना, तो मैं उसके साथ साइड में गया और उसने कहा देखो मेरे सीट दूसरे कोच में है और मेरे साथ कोई नहीं इसलिए तुम मेरी जगह चले जाओगे | उसकी दोस्त भी नहीं आई थी इसलिए मैं जाके दूसरे कोच में बैठ गया थोड़ी देर बाद वो मेरे पास आकार बैठ गई और कहा अरे ट्रेन खली है और तुम यहाँ अकेले हो इसलिए कंपनी देने आ गई |

फिर उसने यहाँ वहां बातें करना शुरू की और फिर कहा कि तुम कॉलेज क्यों नहीं आते ? तो मैंने कहा अरे वो मन नहीं होआ और आऊँ भी किसके लिए ? तो उसने कहा मेरे लिए | तो मुझे कुछ समझ में नहीं आया तो मैंने कहा क्या तुम्हारे लिए ऐसा क्यों ? तो उसने कहा कुछ नहीं बस ऐसे ही निकल गया मुँह से | फिर वो उठकर जाने लगी तो मैंने उसका हाँथ लिया और कहा अब कंपनी नहीं देनी | तो चुप शरमाते हुए मेरे पास बैठी और मैंने कहा चलो अब ठीक से बताओ जो तुमने कहा | तो वो डरने लगी, तो मैंने उसके हाँथ पर हाँथ रखा और कहा डरने की बात नहीं है मैं तुम्हारा दोस्त हूँ बताओ जल्दी | तो फिर उसने लम्बा चौड़ा घुमाया और फिर कहा मुझे तुम बहुत अच्छे लगते हो और शायद अब मैं तुमसे प्यार करने लगी हूँ | मैंने उससे कहा तुम मुस्लिम और मैं हिन्दू और हमारे बीच कुछ मैच भी नहीं होता, तो उसने कहा ये सब बकवास मत करो मना करना है तो सीधा बोल दो ज्यादा घुमाओ मत | तो मैंने कहा तुमने प्रोपोस इतना घुमाके किया उसका क्या ? तो उसने कहा मतलब तुम मना कर रहे हो और उठने लगी तो मैंने कहा मैंने ये कब कहा कि तुम मुझे पसंद नहीं | तो वो बैठी और कहा फिर क्या बात है तुम रीमा को पसंद करते हो न | तो मैंने कहा नहीं मैं भी तुमको पसंद करता हूँ और जैसे ही मैंने ये कहा हम दोनों की आँखें एक दूसरे पर थम गई | मेरी थमी नहीं थी और मैं दिमाग में ये सोच रहा था कि ये क्या बोल दिया मैंने | फिर वो मेरे गले लग गई और जब मेरे सीने से उसके दूध दबे, मुझे लगा सही किया मैंने | फिर मैंने उसको और ज़ोर से जकड़ लिया और अपने सीने से उसके दूध की फील लेने लगा | मैं बार बार उसको ज़ोर ज़ोर से जकड़ रहा था और उसे लग रहा था कि मैं प्यार में ऐसा कर रहा हूँ |

फिर हम दोनों वहीँ हांथों में हाँथ डाल के बैठे थे और पूरे रास्ते बात करते रहे | फिर हम पहुँचे और वहां घूमे भी | हम सब एक जगह गए जहाँ मैं उसको टॉयलेट में ले गया और उससे अपने लंड हिलावाया | वो पहले हिला नहीं रही थी लेकिन जब मैंने उसका हाथ पकड़ के लंड पर रखा और हिलाना शुरू किया तो उसने फिर मेरा लंड हिलाना शुरू कर दिया | फिर उसने मुझे मुट्ठ मरवाया और फिर हम वापस जाके सबके साथ घूमने लगे | फिर जब हम दोनों ट्रेन में वापस आ रहे थे तो हम सब साथ ही बैठे थे, तो मैंने उसको कहा मेरे पीछे आओ और उसको ट्रेन की टॉयलेट में ले गया | अन्दर जाकर मैंने उसके दूध चूसे और ऊपर से ही उसकी चूत पर हाँथ रखे रहा | फिर हमने किस किया और उसके बाद हम वापस आकर बैठ गए | पहले मुझे लग रहा था कि मैंने उसके साथ रिलेशन में जाके गलती की लेकिन जब उसके मज़े लेना शुरू किया तो मुझे अपने फैसले पर फक्र होने लगा | फिर हम सब घर पहुँचे और वो तो वहीँ की रहने वाली थी लेकिन मैं हॉस्टल में रहता था इसलिए मेरे पास उस वक़्त रूम का कोई जुगाड़ नहीं था | मैं रोज़ अपनी जान पहचान वालों से पूछता था कि भाई कोई रूम की जुगाड़ करवा दो और एक भले मानुष ने मेरी मदद की और मुझे एक लड़के का रूम दिलवा दिया | मैंने रूम एक घंटे के लिए नहीं लिया था, मैंने रूम पूरे महीने के लिए बुक किया था क्यूंकि मैं हमेशा आगे की सोचता हूँ | फिर मैंने उसको कहा चलो एक जगह लेकर चलता हूँ और उसको अपने रूम ले गया | उसने कहा कहाँ ले आये ? तो मैंने बताया मेरा रूम है ? तो उसने कहा तुम्हारा रूम तो मैंने कहा नहीं सॉरी हमारा | उसने कहा तुम तो हॉस्टल में रहते हो न ? तो मैंने कहा हाँ लेकिन ये ऐसे ही लिया है वहां कुछ ठीक नहीं लगता |

फिर मैं उसके करीब गया और उसको किस करने के लिए हुआ तो उसने मुझे रोकते हुए कहा सच में तुम्हारा रूम है ? तो मैंने कहा तुम कितना शक करती हो और फिर उसको किस करने लग गया | उसने भी मुझे पकड़ लिया और मुझसे लिपट कर किस करने लगी | हम दोनों थोड़ी देर तक किस करते रहे और उसके बाद उसने मेरी शर्ट के बटन खोल के मेरे सीने पर हाँथ फिराने लगी | उसके बाद मैंने एक एक करके उसके कपड़े उतारना शुरू किये और जब वो पूरी तरह से नंगी हो गई तो पहले मैंने उसके दूध चूसे और निप्पल को दांतों से पकड़ के खींचने लगा | फिर मैंने उसके निप्पल पर जीभ फिराना शुरू किया और वो उम्म्म म्म्म्म करने लगी | उसके बाद मैंने उसकी नाभि पे किस किया और वो बहुत ज्यादा उतेज्जित हो गई | फिर मैंने अपने कपड़े उतारे लेकिन चड्डी उसने उतारी और उतारने के बाद उसने मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया | फिर उसने मेरा लंड चूसा और मैंने उसको घुमाया और टेबल से टिकाके खड़ा कर दिया | कमरे में पलंग तो था नहीं इसलिए ऐसा करना पड़ा | मैंने उसकी चूत में धीरे धीरे अपने लंड को जाने दिया और जब थोडा अन्दर चला गया तो उतने से ही उसको चोदना शुरू कर दिया और वो अह् ह्ह्ह अह्ह्ह करती रही | उसको थोड़ी देर उस तरह चोदने के बाद मैंने उसका एक पैर टेबल पर रखा और अपना लंड चूत में डालकर चोदने लगा | थोड़ी देर उसी तरह चोदने के बाद मेरा मुट्ठ निकला और मैंने उसकी गांड पर ही मुट्ठ गिरा दिया |

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उसके तो कई बार हमने वहां सैक्स किया जब तक हमारा ब्रेकअप नहीं हो गया और हमारा ब्रेकअप लगभग 6 महीने बाद हुआ था और उतने में तो मैंने उसको कितना चोदा मैं आपको बता नहीं सकता | खैर मुझे आज भी उसकी चूत की याद आती है और उसकी याद में अपने लंड से आँसू बहा लेता हूँ |