ज़ोर से चोद, बुझा दे मेरी प्यास

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हेलो फ्रेंड्स…! में राज उम्र 23, लम्बाई 5’9″ स्लिम बॉडी Hindi Sex Stories Antarvasna Kamukta Sex Kahani Indian Sex Chudai सुन्दर हूँ और कलर गोरा, गाइस मैं आप सब को बता दूँ की ये मेरी पहली स्टोरी है, इससे पहले मैने बहुत सी वेबसाइट्स पर कई स्टोरीस पढ़ी थी फिर मैने सोचा की क्यों ना मैं भी अपनी स्टोरी आप सब को बताऊं. ये कहानी मेरी ज़िंदगी के उन ख़ास लम्हो के बारे मे है जिसके लिये मैं बचपन से ही बेताब था, और ये बिल्कुल सच्ची घटना है. पिछले कई महीनो से मैं ये सोच रहा था आप सब को अपनी स्टोरी बताऊं. तो अब में सीधे कहानी पर आता हूँ.

दोस्तो ये कहानी है मेरी मामी और मेरे बारे मे मेरी मामी का नाम सुमन है, ये कहानी उन दिनो की है जब मैं क्लास 12 वी मे था, उन दिनो मैं अपने नाना-नानी के यहा पटना मे ही रहता था, घर के मेंबर मे मेरे नाना, नानी और उनके दो बेटे थे दोनो बेटो की शादी हो चुकी थी तो दोनो अपनी वाइफ के साथ रहते थे दोनो मामा के कोई बच्चे नही थे ये कहानी मेरी छोटी मामी के बारे मे है, मेरी मामी उम्र में मुझसे काफी ज्यादा और हेल्ती थी लेकिन बहुत सेक्सी औरत है, वैसे मेरी बड़ी मामी भी काफ़ी अच्छी थी पर उनके साथ मेरा ज़्यादा खुल कर बात करने का रीलेशन नही था, मैं छोटी मामी के साथ काफ़ी खुला हुआ था, और शुरू से ही उनकी तरफ आकर्षित था, उनका फिगर 34-26-36 है. उन दिनो मामी 25 साल की और में 19 साल का था, जैसा की मैं बचपन से ही काफ़ी सुन्दर था तो सब लोग मुझे पसन्द करते थे, 11 वी क्लास मे भी सारी लड़कियां मुझसे काफ़ी खुली हुई थी, तो मामी भी मुझे पसन्द करती थी.
फ्रेंड्स तब तक मैने किसी के साथ सेक्स नही किया था, पर हाँ जब मैं 10 वी क्लास मे था तब से ही मुट्ठ मारता था. तो जब भी मैं मामी को देखता था तो उनको चोदना चाहता था, इसी चक्कर मे मैं उनके पीछे पीछे लगा रहता था, शायद वो भी समझने लगी थी की ये कुछ ज़रूरत से ज़्यादा ही मेरा पीछा कर रहा है, लेकिन कुछ बोलती नही थी. कभी कभी तो मैं ऐसा सोचता था की मामी से साफ साफ कह दूँ की मामी आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो और मैं आपको चोदना चाहता हूँ, पर उतनी हिम्मत नही होती थी. वैसे मामी भी मुझसे आकर लड़कियो के बारे मे पूछती थी की कोई लड़की मुझे अच्छी लगती है या मेरी कोई गर्लफ्रेंड है? में हमेशा ना कहता था.
एक दिन स्कूल से मैं जल्दी घर वापस आ गया था, घर पर नानी और दोनो मामी थी, नाना बज़ार गये थे और दोनो मामा अपने काम पर थे, मेंरे दोनो मामा मील के बिज़नस करते थे मामा घर से सुबह 9 बजे निकलते थे और रात को 10 बजे तक वापस आते थे वो लोग लंच भी बाहर ही करते थे, घर पर बड़ी मामी खाना बनाके अपने कमरे मे आराम कर रही थी, और नानी भी शायद खा कर सो रही थी, में भी अपने रूम मे चला गया चेंज करने, फिर अचानक मुझे बाहर के बाथरूम से पानी गिरने की आवाज़ सुनाई दी, फिर मैं रूम से बाहर निकला और बाथरूम की तरफ गया फिर मेंने दरवाजे के होल से देखने की कोशिश की तो एक कपड़ा दिख रहा था.
फिर अचानक मैने देखा की मेरी सुमन मामी पूरी नंगी है, पीछे से उनकी गांड दिख रही थी मैं उनके गांड का शेप देख कर पागल हो गया, क्या बताऊं यारो गांड एकदम गोरी और अच्छे शेप में थी, वो अपने बदन पर साबुन लगा रही थी फिर वो साबुन लगाते हुये मूड गयी और फिर जो सीन मैने देखा, उसके बाद मेरा बाबूराव एकदम से खड़ा हो गया, मामी एकदम मॉडल लग रही थी, उनके बूब्स एकदम टाइट और निपल गुलाबी थे, कमर पतली सी थी और उसके नीचे तो क़यामत ही था, उनकी चुनमुनिया एकदम क्लीन शेव और गोरी थी, में लाइफ में पहली बार किसी जवान औरत को नंगा देख रहा था, मेरा दिल एकदम तेज़ी से धड़क रहा था.
फिर मुझसे रहा नही गया और मैंने अपना बाबूराव निकाल लिया उन दिनो मेरा बाबूराव 6 इंच का था, मेरे बाबूराव से वीर्य निकल रहा था, फिर में मूठ मारने लगा और मामी को चोदने का इमेंजिन करता रहा, मूठ मारते मारते जब मैं झड़ने ही वाला था की बड़ी मामी के आने की आहट सुनाई दी मैने तुरंत ही अपने बाबूराव को पैंट के अंदर कर लिया और में किसी तरह वहा से निकल के अपने कमरे मे आ गया लेकिन में अपने बाबूराव को रोक नही पाया और अंडरवेयर के अन्दर ही झड़ गया, मेरी पूरी चड्डी गीली हो गयी. थोड़ी देर बाद मैने अपना अंडरवेयर चेंज किया और लंच करने चला गया, बड़ी मामी ने खाना निकाल के दिया और में खाने लगा तभी सुमन मामी भी नहा के बाहर निकली, वो क्या लग रही थी उन्होने बस टावल लपेटा हुआ था फिर वो भागकर अपने रूम मे चली गयी और अपना रूम लॉक कर लिया.
फिर में खाने लगा, अकेले खाने मे तो मज़ा नही आ रहा था मेरा ध्यान तो कही और ही था, फिर मैने लंच ख़त्म किया और अपने रूम मे जाकर लेट गया, मेरे दिमाग़ मे तो बस सुमन मामी ही चल रही थी. फिर मैं मामी के रूम के पास गया तो रूम खुला था, में अंदर गया मामी तैयार हो कर कपड़े ठीक कर रही थी, वो लाइट पिंक कलर की साड़ी और लो कट ब्लाउज पहन रखी थी, उस ड्रेस मे तो वो एकदम माल लग रही थी. मैं एकटूक हो कर उनका ब्लाउज देखे जा रहा था, मन तो कर रहा था की अपना मुँह उनके ब्लाउज के अंदर डाल दूँ, फिर मामी ने नोटीस किया और अपना पल्लू ठीक कर लिया और बोला, ऐसे क्या देख रहे थे, मैने शरमाते हुये कहा कुछ नही. फिर वो बोली की में लंच करने जा रही हूँ, तुम भी चलो खाने तो मैने बोला की मैने खा लिया है. फिर वो और बड़ी मामी दोनो एक साथ लंच करने लगी. और लंच करने के बाद आराम करने चली गयी उन दिनो गर्मी का मोसम था तो लोग ख़ान खाने के बाद आराम करते है.
मैं अपने रूम मे आ कर सोच रहा था की मामी को कैसे चोदू, फिर 15-20 मिनिट के बाद में मामी के रूम की तरफ गया, रूम का दरवाजा लगा हुआ था पर लॉक नही था, में धीरे से अंदर घुस गया, मामी सो रही थी, फिर में उनके पास जा कर बैठ गया और उनको उपर से नीचे तक देख रहा था, उनके ब्लाउज के उपर पल्लू नही था और बूब्स एकदम उभरे हुये थे, देखते देखते मेरा बाबूराव खड़ा हो गया, फिर मैने अपना हाथ हिम्मत करके उनकी चुचियो के उपर रखा, हाथ रखते ही मेरी बॉडी मे करंट दोड़ गया, फिर में धीरे धीरे उसको दबाने लगा, अचानक वो जाग गयी और बोली की राज ये क्या कर रहे तो तुम? कितने गंदे हो तुम, मैने तुमसे कभी ऐसा एक्सपेक्ट नही किया था, में एकदम डर गया और फिर मैने बोला मामी आई एम सॉरी, मुझे माफ़ कर दो. पहले तो वो गुस्से मे थी फिर धीरे धीरे नॉर्मल हो गयी, फिर बोली ऐसा क्यों कर रहे थे तुम? मैने नज़र नीचे रख कर बोला मामी आइ लव यू, फिर वो बोली पागल हो गये हो क्या तुम? मैने बोला मामी सच मे आइ लाइक यू और आपके साथ…….वो बोली क्या आपके साथ…..?
मैने हिम्मत जुटा के धीरे से कहा सेक्स करना चाहता हूँ. वो एकदम चुप हो गयी फिर बोली तुम पागल हो गये हो क्या ये सही नही है, मैने बोला मामी प्लीज़… वो बोली नही नही, मैने बोला प्लीज़ मामी कुछ देर बाद मुस्कुराते हुए बोली लड़का जवान हो गया है, लेकिन तेरे मामा को अगर पता चला तो हम दोनो को मार डालेंगे, मैने बोला कैसे पता चलेगा वो रात को 10 बजे तक आते है ओर अभी दोपहर के 3 बजे है, और मैं किसी से कहूँगा भी नही. फिर वो स्माइल देने लगी शायद उनका भी मन हो रहा था. फिर उनका ध्यान मेरे खड़े बाबूराव पर गया, वो बोली तुमने पहले किसी को अपने इस बाबूराव से चोदा है!!! मामी के मुँह से ऐसे खुला सुन के में एकदम सॉक रह गया. मैने बोला नही चोदा है. फिर वो बोली तब तो तुम्हे ट्रैनिंग भी देनी पड़ेगी, तो मैने बोला दो ना, फिर वो उठ के पहले दरवाजा लॉक कर दिया और बोली तू स्टार्ट कर.
फिर मैने उनको अपनी बाहो मे जकड़ लिया और उनको किस करने लगा उनके होठों को चूसने लगा, वो भी मेरे होठों को चूसने लगी, मेरा बाबूराव एकदम टाइट हो गया, मानो चड्डी और पेन्ट चीरकर बाहर निकल जायेगा. फिर किस करते करते मैने उनके बूब्स को उपर से ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा, वो आहें भरने लगी और मोन करने लगी. फिर मैने कहा मामी अपने कपड़े निकालो, वो बोली निकाल ले ना हाथ नही है क्या, फिर मैने उनके ब्लाउज का हुक खोल दिया, उनके बूब्स काली ब्रा मे क्या लग रहे थे, फिर मैने ब्रा भी निकाल दी और उसके बाद में तो समझो पागल ही हो गया उनके बड़े बड़े, टाइट चुचि और गुलाबी निपल देख कर. मुझसे रहा नहीं गया और मैने अपना मुँह उनकी चुचियो से लगा दिया और निपल को चूसने लगा, कैसे बताऊं यारों की उस टाइम क्या मज़ा आ रहा था, मामी भी मुझे ज़ोर से जकड़ी हुई थी, वो बोली और ज़ोर से चूसो, मैं और ज़ोर से चूसने लगा, फिर मैने उनकी साड़ी और पेटीकोट को उनके जिस्म से अलग कर दिया.
अब वो केवल एक काले कलर की पेंटी मे थी, फिर मैने उनकी चुनमुनिया को उपर से ही रगड़ने लगा, वो अपना बदन हिलाने लगी, फिर जल्दी ही मैने उनकी पेंटी को भी खोल दिया, दोस्तो फिर तो……. मैं पागल ही हो गया किसी औरत को पहली बार इतने करीब से नंगा देख रहा था. मेरे सपने सच हो रहे थे मेरी खुशी का तो ठिकाना ही नही था. उनकी चुनमुनिया एकदम गोरी और क्लीन शेव थी, चुनमुनिया का कलर पिंक था, मैने मामी से कहा “आप कितनी सेक्सी हो मामी” फिर वो मुस्कुराते हुये मेरे कपड़े उतारने लगी, उन्होने मेरा पेन्ट उतार दिया, अब मैं बस चड्डी मे था.
फिर वो मेरी चड्डी भी उतार रही थी मुझे थोड़ी शर्म आ रही थी, और उन्होने मुझे नंगा कर दिया. फिर मैने देरी ना करते हुये मामी को बेड पर लिटा दिया, और अपना बाबूराव उनकी चुनमुनिया मे डालने लगा, वो बोली रुक जा! इतनी जल्दी क्या कर रहा है, पहले इसको टेस्ट तो कर ले में बोला मतलब? वो बोली इसको चाट….. फिर में किसी तरह से अपना मुँह उनकी चुनमुनिया पर ले गया और फिर अपनी जीभ से उनकी चुनमुनिया चाटने लगा, बड़ा अज़ीब सा खारा टेस्ट लग रहा था, वो बोली और ज़ोर से चूसो, फिर मुझे भी मज़ा आ रहा था और में ज़ोर ज़ोर से उनकी चुनमुनिया को चूस रहा था.
वो अपनी गांड उपर नीचे हिला रही थी और उम्म्म हूंम्म उम्म्म की आवाज़ निकल रही थी, वो अपनी पूरी चुनमुनिया उठा के मेरे मुँह मे डाल रही थी, और बोल रही थी साले खा जा मेरी चुनमुनिया को, ऐसा सुनते ही मुझे और जोश आ गया और में और ज़ोर ज़ोर से उनकी चुनमुनिया को चाटने लगा और हाथो से उनके बूब्स को दबाता रहा, अब में भी पूरे नशे मे था, चुनमुनिया चटवाते हुये मामी बोली आज मैं बहुत खुश हूँ, में कब से अपना चुनमुनिया चूसवाना चाहती थी पर तेरा मामा नही चूसता था, फिर में करीब 5-7 मिनिट वैसे ही उनकी चुनमुनिया चूसता रहा, वो अपनी गांड उपर-नीचे हिलाती रही और मोन करती रही फिर उन्होने अपनी चुनमुनिया से पानी छोड़ दिया, में भी जोश मे था तो उनके पानी को पी गया.
फिर मामी उठी और मेरे बाबूराव से खेलने लगी और उसके उपर लगे पानी को चाटने लगी, फिर उन्होने मेरा पूरा बाबूराव अपने मुँह मे ले लिया और चूसने लगी, में कैसे बताऊं दोस्तो की मुझे कितना मज़ा आ रहा था, पहली बार कोई मेरा बाबूराव चूस रहा था, फिर में भी उनके मुँह मे अपने बाबूराव को आगे पीछे करने लगा, और 2-3 मिनिट मे ही मेरा वीर्य आ रहा था, तो मैने मामी को बोला की में झड़ने वाला हूँ और उनके मुँह मे ही झड़ गया, मामी मेरा पूरा वीर्य पी गयी, मुझे बहुत मज़ा आया, बाबूराव चुसवाके. फिर मेरा बाबूराव ठंडा पड़ गया ओर में बेड पर लेट गया, फिर मामी मुझे किस करने लगी और मेरी छाती को किस करके मुझे तड़पाने लगी, धीरे धीरे मेरा बाबूराव फिर से खड़ा हो गया, फिर वो बोली अब सहन नही हो रहा, चोदो मुझे फिर मैं उठा और मामी को लेटा दिया, और उनकी गांड के नीचे तकिया डाल दिया.
फिर मैने अपना बाबूराव चुनमुनिया पर रखा और ज़ोर से एक धक्का मारा, मेरा पूरा बाबूराव उनकी चुनमुनिया को चीरता हुआ अंदर घुस गया, वो चीख पड़ी और बोली साले फाड़ दिया मेरी चुनमुनिया को, ज़रा आराम से कर फिर मैं धीरे धीरे धक्के मारने लगा अब उन्हे भी अच्छा लग रहा था, वो भी अपनी गांड उठा उठा के मेरा साथ दे रही थी, और बोल रही थी और ज़ोर से चोद, बुझा दे मेरी प्यास, बहुत दिनो से तेरे मामा ने मुझे अच्छे से नही चोदा है, वो काम से आता है और थक के सो जाता है, फिर 5 मिनिट तक में उसी पोज़ मे चोदता रहा, फिर वो मेरे उपर आ गयी और अपनी गांड उठा उठा के चुदवा रही थी, मैं भी नीचे से धक्के मारता जा रहा था, फिर कुछ देर वैसे ही चोदने के बाद वो डॉगी पोज़ मे आ गयी फिर मैं कुत्ते की तरह उनकी चुनमुनिया को चोदता जा रहा था वो पूरी मधहोश थी और मोन कर रही थी, फिर करीब 20 मिनिट के बाद मैं झड़ने वाला था, मैने मामी को बोला तो बोली अंदर ही डाल दे और बुझा दे मेरी चुनमुनिया की प्यास को, जैसे ही मेरे वीर्य की धार उनकी चुनमुनिया मे गयी वो भी तुरंत झड़ गयी.
फिर कुछ देर तक हम दोनो एक दूसरे से लिपट कर लेटे रहे. फिर मामी ने मुझे किस करते हुये कहा राज बहुत खुश हूँ में आज, आजतक तेरे मामा ने कभी मुझे ऐसा सुख नही दिया था.फिर अगले 2 दिन बाद ही मामी अपने मायके चली गयी, कुछ महीनो के बाद मेरा भी इंजिनियरिंग मे बेंगलूर मे ऐड्मिशन हो गया, वहा पर भी मैने कई लड़कियो की चुनमुनिया और गांड मारी, छुट्टियों मे भी जब में अगर नानी के यहा आता और मौका मिलता था तो मामी को और भी अच्छे से चोदता था और उनकी गांड भी मारता था. और अब तो मैं सेक्स का एक्सपर्ट बन चुका हूँ