हेलो फ्रेंड्स, मेरा नाम बीनू है और मैं पंजाब का रहने वाला हूँ. मैं अभी एक प्राइवेट कम्पनी में नौकरी कर रहा हूँ. मैं 40 साल का शादी शुदा मर्द हूँ. पर सेक्स के मामले में मैं बहोत सेक्सी हूँ. मेरे सभी फ्रेंड्स की लिबिडो (सेक्स करने की इक्षा) उम्र के साथ कम होती जा रही है पर फ्रेंड्स मेरे साथ बिलकुल उल्टा हो रहा है. जैसे जैसे मेरी उम्र बढ़ रही है मेरा सेक्स पॉवर बढ़ रहा है. अब तो मैं अपनी बीबी को 3 -3 बार रात में चोदता हूँ और उसकी चीखे निकलवा देता हूँ. वो कहती है की मेरी जवानी अब लौट आई है. मेरे 2 बच्चे भी है. मेरा लंड 7 इंच लम्बा है और 2 इंच मोटा है. इस वजह से जिस स्त्री के साथ मैं चुदाई करता हूँ उसे भरपूर आनंद और संतुस्टी मैं देता हूँ. कुछ दिनों पहले की बात है मेरा साथ मानव नाम का लड़का काम करता है. वो अक्सर ही खोया खोया और हमेशा ही दुखी रहता था तो मैंने उससे पूछा.
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मैं: यार मानव!! क्या बात है?? आजकल तू हमेशा मुंह लटकाकर क्यों रहता है?? क्या कोई समस्या है??
मानव: यार मैं तेरे से क्या बताऊं. मेरी शादी को 6 साल हो गये है.
रोज बीबी को चोदता हूँ. वीर्य भी उसकी चूत में रोज छोड़ता हूँ. कभी कंडोम
नही पहनता हूँ. पर यार मेरे को बच्चा नही हो रहा है. कोई वारिस नही है मेरे
पास. डॉक्टर से मिला हूँ तो वो बोला की मैं कभी बाप नही बन सकता हूँ. अगर
मेरी बीबी किसी दूसरे fertile मर्द से चुदवा ले तो उसे बच्चा आराम से हो
जाएगा
मैं: भाई!! तेरी समस्या तो बड़ी गम्भीर है
मानव: बीनू!! अब तू ही बता की मैं कोई fertile शुक्राणु वाला मर्द कहाँ से ढूढ़ सकता हूँ. कौन मर्द मेरी बीबी को वीर्यदान करेगा???
उस दिन हम दोनों फ्रेंड्स में काफी बात हुई. मैं घर आ गया और
अपनी बीबी को मैंने सब प्रॉब्लम बोल दिया. कुछ दिनों बाद मैंने सोच लिया की
मैं मानव की बीबी को अपना वीर्यदान दूंगा. जब मैंने अपनी धर्मपत्नी से
इसके बारे में बात की तो वो मुक्सुराने लगी. वो मेरे से कहने लगी की इस तरह
मुझे एक नई और कसी चूत चोदने का सुनहरा मौका भी मिल जाएगा और मानव को बाप
बनने का सुख भी मिल जाएगा. बस फ्रेंड्स उसी दिन से मेरे दिलो दिमाग में
मानव की बीबी की छवि बनने लगी. कैसी होगी वो?? क्या सुंदर सेक्सी भारतीय
नारी होगी. मेरे मन में तरह तरह से बात आने लगी. उसकी बीबी मोटी मोटी, पतली
होगी, आखिर कैसी दिखती होगी. कुछ दिनों बाद मैंने अपने फैसले के बारे में
मानव को बोल दिया
मैं: यार मानव!! मेरे से तेरा दुःख नही देखा जाता है. मैं तेरी बीबी को वीर्यदान करने को तैयार हूँ. अब तू पापा बन जाएगा
ये बात सुनते ही मानव ने मेरे को सीने से लगा लिया. उसकी आँखों में ख़ुशी के आँशु छलक आये.
मानव: भाई!! मुझे बाप बना दे. मैं तेरा अहसान पूरी जिन्दगी नही भूलूंगा
मैंने मानव से उसकी बीबी की फोटो मांग ली. पहली नजर में वो मेरे को
पसंद आ गयी. सारा दिन मैं उसी फोटो को देख देखकर अपने केबिन में काम करता
रहा. एक नया जिस्म और एक नई चूत अब मेरा इंतजार कर रही थी. मेरे को मानव की
बीबी काफी सेक्सी दिख रही थी. कुछ दिन तक मैं अपना मूड बनाता रहा और जिस
दिन मेरा मूड बना गया मैंने मानव को बोल दिया. उसने मेरे को रात में अपने
घर पर बुला लिया.
हम तीनो सामने कुर्सियों पर बैठ गये थे. मानव की बीबी का नाम
कविता था. उसको देखकर ही मेरा लंड खड़ा हो गया जब वो मेरे लिए चाय लेकर आयी.
उसने अच्छी सी साड़ी पहन रखी थी और जिस तरह से एक भारतीय शादी शुदा औरत सज
संवरकर रहती है उस तरह से वो तैयार थी. उसका चेहरा मेरे को काफी सेक्सी
लगा. कविता अपने ओंठो पर लिपस्टिक लगाये थी और चिकने होठ रौशनी में चमक रहे
थे. मेरे को उसने नमस्ते बोला. उसके बाद हम तीनो चाय पिने लगे. आज मैं
कविता को कसके चोदने आया था जिससे वो माँ बन सके. हालाँकि वो साफ़ साफ़ मेरे
से नजरे मिलाने से संकोच कर रही थी. फिर मेरा दोस्त मानव कविता के पास गया
और उसे सब बता दिया. फिर वो जाने लगा. हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट कॉम
मानव: तुम दोनों मजे करना और बीनू ये तेरी जिम्मेदारी है की कविता माँ बन जाए
ये बात बोलकर मानव चला गया. अब कमरे में सिर्फ मैं और कविता ही रह
गये. कुछ देर बाद हमारी बाते होने लगी. कविता ने मेरे को बताया की आजतक वो
किसी गैर मर्द से नही चुदी है. पर आज उसे माँ बनने के लिए आज मेरे से चुदना
पड रहा है. उसके बाद हम दोनों ही बेडरूम में चले गये. दोनों बेड पर चले
गये. मेरे को अधिक मनाना नही पड़ा और मानव की बीबी कविता मेरे से खुद ही किस
करने लगी. धिरे धीरे हम दोनों बिस्तर पर लेट गये और प्यार करने लगे. कविता
का जिस्म काफी सेक्सी था मैं कहूँगा. 5 फुट 3 इंच उसका कद था. चेहरा गोल
था और रंग भी काफी गोरा था. मैंने उसे बाहों में लपेट लिया और बिस्तर पर
लिटाकर उसके होठो पर चुम्मा लेने लगा. उसके पैर में पायल थी जो छन छन कर
रही थी. मेरे को उसकी पहनावा और सजावट पसंद आई. वो अच्छी तरह से मेकअप किये
हुए थी.
कविता भी गर्म होने लगी तो मेरा साथ देने लगी. मुझे लगा की शायद
वो भी किसी गैर मर्द से चुदने का काफी दिनों से इंतजार कर रही थी. हम
दोनों ही ओंठ से ओंठ जोडकर एक दूसरे के ओंठ चूसने लगे. हम दोनों गर्म और
सेक्सी फील करने लगे. कविता के ब्लाउस पर मैंने हाथ रखा तो गोल गोल दूध दब
गये. वो “….उंह उंह उंह हूँ.. हूँ… हूँ..हमममम अहह्ह्ह्हह..अई…अई…अई…..”
करने लगी. उसके दूध फ्रेंड्स 38 इंच के बड़े बड़े थे. देखने में किसी गेंद की
तरह मेरे को दिख रहे थे जैसे ब्लाउस फाड़कर अभी बाहर निकल आएंगे. मैं तो
हाथ से दूध को दबा दबाकर मजा लेने लगा. अचानक कविता ने मेरे को कसके पकड़
लिया और सीने से चिपका लिया
कविता: ओह्ह बीनू!! तुम कितने सेक्सी मर्द हो. आज तुम मेरे को चोदकर अपना वीर्य मेरी चूत में छोड़ देना. फिर मेरे को माँ बना देना
मैं: जैसा तुम बोलो जान!!
उसके बाद कविता ने अपने ब्लाउस को खोलना शुरू कर दिया. ब्लाउस
उतारकर उसकी चूचियों को मैंने अब काली ब्रा में कैद देखा तो मचल गया. मैंने
अब कविता को पकड़कर जल्दी जल्दी सब जगह किस करना शुरू कर दिया. उसके गाल और
गले पर किस किया. हाथ से ब्रा के उपर से उसकी चूचियों को मसल रहा था.
कविता सेक्स के नशे में “उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ… सी सी सी सी…..
ऊँ—ऊँ…ऊँ….” कर रही थी. उसकी उभरी हुई निपल्स ब्रा के अंदर से साफ साफ़ उभरी
हुई दिख रही थी. मैं अपने दोनों हाथो से उसके दोनों निपल्स को दबा रहा था
जिससे उसे पूरा मजा मिले. फिर मानव की सेक्सी बीबी कबिता ने ब्रा उतार दी.
उसके नंगे स्तन देखकर मैं किसी हाथी की तरह उन्माद में आ गया.
कविता के स्तन बहोत कसे थे. तने हुए और काफी चिकने थे. ऐसा इसलिए था
क्योंकि उसे कोई बच्चा नही हुआ था वरना उसके दूध कबके लटक गये होते. मैं
हाथ से कविता के दूधो को मसलता रहा. जिस तरह जी करता दबा देता, मसल देता.
वो मेरे को पूरा प्यार कर रही थी. फिर मैं उसकी चूचियों को मुंह में लेकर
चूसने लगा. अच्छी तरह से चूस रहा था. अब मानव की सेक्सी चुदासी बीबी फिर से
“हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ ….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी सी… हा हा हा.. ओ हो हो….”करने
लगी. मैं मुंह चला चलाकर उसके आम चूस रहा था जिससे उसको पूरा मजा मिले और
हम दोनों के बीच एक सफल सम्भोग हो सके. क्यूंकि फ्रेंड्स माँ बनने के लिए
ये बहोत जरूरी था की आज कविता अच्छे से चुद जाए. मैं कबी लेफ्ट साइड वाली
चूची मुंह में लेकर चूसता तो कभी राईट साइड वाली चूची. मैं हाथ से दोनों
दूध को अच्छे से दबा रहा था जिससे वो अच्छी तरह से सेक्स के लिए रेडी हो
जाए. काफी देर तक मैंने उसका स्तन पान किया. अब कविता का जिस्म आग जैसा
तपने लगा. हम दोनों कपड़े उतारने लगे. मेरी नजर उसके रसीले होंठो पर गयी तो
लंड चुसाने का अरमान जाग गया
मैं: कविता!! मैं तेरे को वीर्यदान करूंगा पर मेरी एक शर्त है
कविता: कौन सी शर्त है बोलो बीनू
मैं: तेरे को मेरा लंड अच्छे से चुसना होगा. तभी मैं तेरे को अपना वीर्यदान करूंगा
कविता: मैं तुम्हारा लंड चुस दूंगी. आओ मेरे पास लेट जाओ
उसके बाद फ्रेंड्स मैं बिना कपड़ो के ही उसके पास लेट गया. आज पूरा
दिन ऑफिस में था. मेरे को इतना वक़्त नही मिला की अपने लंड के बाल साफ़ कर
सकूं. मेरे को सरम आ रही थी. मानव की दिलेर दिल बीबी ने मेरे लंड को हाथ से
पकड़ लिया और जल्दी जल्दी फेटने (हिलाने) लगी. कुछ ही सेकंड में मेरा लंड
खड़ा हो गया. मेरी जांघ पर काफी घुघलारे बाल थे जिसे कविता ध्यान से देख रही
थी. वो झुक गयी और मेरी गोलियों को जीभ लगाकर चाटने लगी. वो बड़ी सेक्सी
औरत थी ये तो मैं कहूँगा. मेरे लंड को जल्दी जल्दी फेट रही थी और मेरी
गोलियों को हाथ से सहला रही थी. मैं उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ… करने लगा.
कविता अब मेरे लंड के लाल रंग के सुपाड़े को मुंह में लेने लग गयी और चूसने
लगी. आज मैं पहली बार किसी गैर औरत से अपना लंड चुसवा रहा था. मेरे लिए ये
आनंद का पल था.
कविता की दिलेरी देखकर मैं गर्व से भर गया. क्यूंकि जादातर भारतीय
औरत बड़ी संकोची प्रवित्री की होती है और कभी भी खुलकर नही चुदवाती है. पर
फ्रेंड्स मेरे को कविता बड़ी फ्रेंक सेक्सी औरत लगी. वो खुलकर अब मेरा लंड
चूसने लगी. कुछ ही देर में उसने अच्छी स्पीड पकड़ ली और बड़ी जल्दी जल्दी
मेरा लंड चूसने लगी. वो लंड को बार बार हाथ से मलती और सिर को उपर नीचे
करके लंड को मुंह में लेकर चूसती. मेरे को उसने स्वर्ग दिखा दिया.
मैं: कविता!! आज तूने मेरे को बहोत प्लेसर दिया है. मैं तेरे को अच्छे से चोदुंगा जिससे तू जल्दी ही माँ बन जाए
उसके बाद वो लेट गयी. मैंने उसके पैर खोल दिए और चूत में लंड घुस
दिया. अब मैं उसके साथ सेक्स करने लग गया. अब मानव की बीबी गर्म गर्म साँसे
भरने लगी थी क्यूंकि मेरा 7 इंच लम्बा लंड उसकी चूत में धमाल मचा रहा था.
मैं भी असली मर्द था. उसे हुमक हुमक के चोद रहा था. उसकी चूत से पक पक की
आवाज आने लगी थी क्यूंकि मैं बड़ी स्पीड से उसे पेल रहा था. कबिता ने मेरे
कन्धो को कसके पकड़ लिया था और “…….उई. .उई..उई…….माँ….ओह्ह्ह्ह
माँ……अहह्ह्ह्हह…” की आवाजे निकाल रही थी. उसकी मादक चीखे सुनकर मेरे को और
जोश चढ़ जाता था और मैं पूरे मन से उसके साथ चुदाई कर रहा था. उसके चेहरे
को मैं बड़े प्यार से हाथ से सहला सहलाकर उसे चोद रहा था. फिर उसके लिपस्टिक
लगे होठो को चूसने लग जाता था.
शायद उसने वैसलीन अपने होंठो पर लगा रही थी. आज मैं पहली बार
किसी शादी शुदा औरत को उसके पति की मर्जी से चोद (फक) रहा था. मेरे को
इसमें खूब मजा भी मिल रहा था. फ्रेंड्स मैं रुका नही और जल्दी जल्दी उसे
चोदता रहा. अब कविता आगे पीछे होने लगी और उसका पूरा जिस्म मेरे लंड के
इशारे पर नाचने लगा. उसकी चूत से अब भी पक पक की तेज आवाज
मैं उसकी खूबसूरती और जवानी को आँखों से निहार रहा था और सेक्स कर
रहा था. फिर वो समय आ गया तब मैंने अपना वीर्य उसकी चूत में ही छोड़ दिया.
सेक्स करने के उपरान्त मेरे को बड़ी जोर की प्यास लगी तो मैंने पानी पिया.
मैंने देखा की मेरा सब वीर्य उसकी चूत में ही समा गया. हम दोनों लेट गये और
प्यार करने लगे. अब फिर से वो मेरे को ओंठो पर किस करने लगी और मैं भी
करने लगा. फ्रेंड्स इस तरह मैंने मानव की भारतीय सुन्दरता वाली बीबी को उस
रात 3 बार चोदा. पहली बार बिस्तर पर लिटाकर. दूसरी बार कुतिया बनाकर और
तीसरी बार अपने लंड पर बिठाकर जिसमे मैं नीचे था और मानव की बीबी उपर.
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फ्रेंड्स आप लोग बिलीव नही करोगे की 15 दिनों बाद ही कविता पेट से
हो गयी. उसने डॉक्टर के पास जाकर चेक करवाया तो रिसल्ट पोजिटिव था. 9 महीने
बाद मेरे दोस्त मानव को एक प्यारा सा बच्चा हुआ जो बिलकुल मेरे को पड़ा था.
अब मानव गर्व से पापा बन गया था. मैं भी इधर खुश था.