दोनों बहनों की चूत मालिश कर के चोदी

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मैंने सपना और एकता दोनों की चूत चोदा है, लेकिन उन दोनों को यह नहीं पता था कि मैं दोनों को चोदता हूँ. मुझे दो दो चूतें मिल रही हैं, जब मौका मिला चूत सामने… सपना या एकता जहाँ भी मिलती, अगर कभी सीढ़ियों में मिलती या फिर गैलरी में मिलती मैं कभी उनके चूचियों को दबा देता, कभी चूत पर हाथ लगा देता.

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एक दिन मैंने सपना को बोला- मुझे एकता की चूत लेनी है.

पहले तो वो मना करती रही, लेकिन मेरे बार बार बोलने पर वो बोली- इसमें मैं क्या कर सकती हूँ? खुद कोशिश करो… अगर वो तैयार हो तो मुझे कोई परेशानी नहीं है.

इस पर मैं बोला- मैं एकता को तुम्हारे सामने चोदूँगा.

सपना बोली- यह कैसे संभव है? एकता कभी तैयार नहीं होगी.

इस पर मैं बोला- यह तुम मेरे ऊपर छोड़ दो.

वो बोली- चलो ठीक है, जब तैयार होगी तो देखूँगी.

एक दिन एकता मेरे कमरे में कंप्यूटर पर बैठी थी, मैं उसके चूचियों को सहला रहा था, मैंने उससे बोला- यार, तेरी बहन बड़ी मस्त माल है, मजा आ जाये उसकी चूत मिल जाये तो!

तो वो बोली- मैं क्या करूँ, उससे पूछो.

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मैंने उससे कहा- मुझे तेरी और सपना दोनों की चूत एक साथ मारनी है.

एकता बोली- यह नहीं हो सकता!

मैंने कहा- यह तुम मेरे ऊपर छोड़ दो.

इस तरह कुछ दिन निकल गए और सपना से बात करने का मौका नहीं मिला.

एक दिन जब मैं ऑफिस से वापिस आया तो एकता मेरे पास आई और कंप्यूटर पर कुछ करने लगी.

मैं सपना के कमरे में गया और उसे अपनी बाँहों में भर लिया, उसकी चूचियाँ दबाने लगा और उसके होंठ चूसने लगा.

मैंने उसे बोला- एकता तैयार हो गई है.

पहले तो उसे यकीन नहीं हुआ, लेकिन मैंने जब उसे बताया कि मैंने उसकी चूत मार ली है तो वो बोली- उसके सामने मुझे तो बहुत शर्म आएगी. मैं सपना को अपने कमरे में ले गया, जहाँ एकता बैठी थी. मैंने जाते ही एकता की चूचियों को हाथ लगा दिया, तो वो गुस्सा करने लगी और बोली- यह क्या बदतमीजी है.

मैं कुछ बोला नहीं और सपना की चूचियों को मसल दिया.

सपना भी गुस्सा हो गई.

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फिर मैंने कहा- गुस्सा मत करो, तुम दोनों को एक दूसरी के बारे में यह नहीं पता कि मैं तुम दोनों को चोद चुका हूँ, इसलिए तुम दोनों गुस्सा कर रही हो. यह सुन कर दोनों चुप हो गई. मैंने फिर एकता को उठाया और एक हाथ एकता की कमर पर और दूसरा सपना की कमर पर रख दिया और बोला- देखो, मैं तुम दोनों के साथ अलग अलग चुदाई कर चुका हूँ और अब मेरा मन है कि दोनों के साथ एक साथ सेक्स करूँ. दोनों कुछ नहीं बोली.

तो फिर मैं बोला- आज बुधवार है, शनिवार को मेरी छुट्टी होगी तो उस दिन हम मजे करेंगे.

इस तरह मैं इन्तजार करने लगा शनिवार का.

आखिर शनिवार आ गया और मैं इन्तजार करने लगा कि कब सपना का पति ऑफिस जाये. दस बजे वो चला गया. मैं थोड़ी देर के बाद सपना के कमरे में गया. सपना और एकता दोनों बैठी थी.

मैंने पूछा- तैयार हो ना?

तो दोनों मुस्कुरा दी.

सपना नाइटी पहने थी और एकता सूट. मैंने एकता को अपने गोद में बिठा लिया और उसकी चूचियों को दबाने लगा, वो थोड़ा शर्मा रही थी तो मैंने सपना को पास खींच लिया और उसकी चूचियाँ भी दबाने लगा. धीरे धीरे वो आपस में खुल रही थी, सामान्य हो रही थी. मैंने एकता की पजामी का नाड़ा खोल दिया, उसकी पैंटी में हाथ डाल दिया और उसकी चूत सहलाने लगा. उसे भी मजा आ रहा था, वो गर्म भी हो गई थी.

अब मैंने उसकी ब्रा और पैंटी छोड़ कर सारे कपड़े उतार दिए. अब एकता ब्रा और पैंटी में थी. अब मैंने सपना को अपनी तरफ खींचा और उसकी नाईटी उतार दी. अब दोनों बहनें ब्रा और पैंटी में थी. मैंने एकता की ब्रा खोली और उसकी चूचियों को चूसने लगा और अपना लंड निकाल कर सपना को चूसने बोला. सपना मेरा लंड चूस रही थी और मैं एकता की चूचियाँ चूस रहा था.

सपना मेरी गोद में सर रख कर मेरा लंड चूस रही थी और मेरा एक हाथ एकता की पीठ पर था और दूसरा सपना की चूत सहला रहा था. अजीब सा रोमांच का अनुभव हो रहा था, एक बहन मेरा लंड चूस रही थी और दूसरे की चूचियाँ मेरे मुँह में थी. अब मैंने दोनों की ब्रा और पैंटी उतार दी और दोनों को बेड पर लिटा दिया.

दोनों पैर मोड़ कर लेटी थी, क्या हसीन नजारा था, दो दो फ़ुद्दियाँ मेरे सामने थी, सपना के पास ओलिव आयल था, मैंने उसे निकाला और दोनों की चूत की मसाज की तैयारी में लग गया. दोनों की चूत मस्त थीं, सपना थोड़ा ज्यादा चुद चुकी थी इसलिए उसकी चूत थोड़ी काली होनी शुरू हो गई थी, लेकिन एकता की चूत मस्त थी, एकदम गोरी. किसी का भी दिल उसकी चूत चाटने के लिए मचल जाए.

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वैसे भी चूत चाटना मुझे बहुत पसंद है. मैंने सोचा कि तेल लगाने से पहले दोनों की चूत चाट लूँ. मैंने सपना के पैरों को अपने कंधे पर रखा और उसकी चूत पर झुक गया और धीरे-धीरे उसकी चूत चाटने लगा.

उसकी चूत के होंठों को एक-एक करके मुँह में लेकर चूसने लगा. उसे मजा आ रहा था पर एकता थोड़ी शर्मा रही थी. वो पास में लेटी थी और बड़े गौर से चूत को चाटते हुए देख रही थी. मैंने देखा वो अपने पैरों को सिकोड़ रही है, शायद वो भी उत्तेजित हो गई थी.

मैंने सपना की कमर के नीचे तकिया लगा दिया ताकि उसकी चूत थोड़ी ऊपर उठ जाए, वाकयी उसकी चूत ऊपर आ गई थी. बिल्कुल फूली हुई, मेरे आँखों के सामने, मेरे होठों के करीब. मैं थोड़ा सा झुका, सपना के पैरों के बीच से हाथ ले जाकर उसके दोनों नितम्बों को अपने दोनों हाथों से पकड़ लिया.

अब उसकी चूत मेरे होठों के करीब थी. मैंने अपनी जीभ उसकी चूत के बीच में रखी और धीरे-धीरे चाटने लगा, फिर मैंने अपनी जीभ को उसकी चूत में घुसेड़ दिया और अन्दर-बाहर करने लगा.

उसे बहुत मजा आ रहा था लेकिन इसी बीच मैंने एकता को देखा, वो बार-बार अंगड़ाई ले रही थी, मैं समझ गया. किसी को भी ऐसा देखकर खुद पर काबू रख पाना मुश्किल होता है. अब मैंने सपना की जगह एकता को लिटा दिया और फिर उसकी चूत वैसे ही चाटने लगा और कुछ देर तक उसकी चूत चाटी.

मैंने महसूस किया कि जब मैं एक की चूत चाट रहा होता हूँ तो दूसरी एक तरफ लेट कर मुझे देखती है, तो मेरे मन में ख्याल आया कि क्यों न कुछ ऐसा किया जाए कि दोनों साथ में मजे लें. यह सोच कर मैं लेट गया और सपना को अपना लंड चूसने बोला, वो मेरा लंड चूसने लगी और मैंने एकता को बोला- वो मेरे ऊपर दोनों पैर दोनों तरफ करके आ जाए और अपनी चूत मेरे मुँह के सामने लाए.

वाह क्या एहसास था, सपना मेरा लंड चूस रही थी और एकता मेरे ऊपर बैठी थी, उसकी चूत मेरे होठों को छू रहे थे. मैं सपना के नितम्बों को सहला रहा था और उसकी चूत चाट रहा था. थोड़ी देर के बाद मैंने सपना को एकता की जगह और एकता को सपना की जगह कर दिया. एकता मेरा लंड चूस रही थी और सपना की चूत मैं चाट रहा था.

एक बात मुझे महसूस हुई एकता लंड ज्यादा अच्छे से चूस रही थी. वो मेरे लंड को हाथों से पकड़ कर और जोर-जोर से मुँह में अन्दर-बाहर कर रही थी.

सपना का तरीका थोड़ा अलग था, वो लंड पूरा मुँह में नहीं लेती थी, लेकिन कुछ भी हो जब कोई भी लड़की लंड चूसे तो अच्छा तो लगता ही है. अब मैंने दोनों को लिटा दिया, एकता सीधी लेटी थी, सपना पेट के बल थी. मैंने ओलिव आयल निकाला और सपना के नितम्बों पर डाल दिया और धीरे-धीरे गोल-गोल अपने हाथ उसके नितम्ब पर घुमाने लगा. मैं दोनों हाथों से उसके नितम्बों को जोर-जोर से अब मसल रहा था और अपना हाथ उसकी जांघों तक ले जाता और फिर वापस ऊपर तक अपना हाथ फेरता चला जाता.

मैं बिस्तर के नीचे खड़ा हो गया और उसकी कमर को दोनों हाथों से मसाज देने लगा.

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इसी बीच अचानक एकता मेरे लंड को सहलाने लगी.

अब मैंने सपना को सीधा किया और उसकी चूत पर तेल डाला और उसकी चूत की मसाज करने लगा. मैंने उसकी चूत को फैला दिया और एकता को उसकी चूत में थोड़ा तेल डालने बोला. अब छोटी बहन बड़ी बहन की चूत में तेल डाल रही थी. मैंने उसकी चूत फैला कर उसकी चुटकी से उसकी चूत सहलाने लगा.

फिर मैं उसकी चूत में ऊँगली डाल कर अन्दर-बाहर करने लगा.

अब तक एकता काफी गर्म हो गई थी, मैंने उसे अब लिटा दिया और उसकी मालिश करने लगा, उसके नितम्बों की मालिश करते करते मैं उसके नितम्बों पर बैठ गया और उसकी चूचियों को दबाने लगा.

मैंने उसे अब सीधा किया और थोड़ा तेल ले कर उसकी चूचियों की मींजने लगा.

धीरे-धीरे मैं नीचे आ रहा था और उसके पेट से होते हुए उसकी कमर तक आ गया था और उसकी कमर पर तेल लगा कर उसे मसाज देने लगा. अब सपना की बारी थी, मैंने उसे एकता की चूत में तेल डालने बोला, मैं एकता की चूत को फैला दिया और सपना ने उसकी चूत में तेल डाल दिया और फिर मैंने उसी तरह से उसकी चूत की भी मालिश की.

अब दोनों पूरी तरह तैयार थीं, उनमें कोई शर्म बाक़ी नहीं रही थी, दोनों चुदने को बेताब थीं. मुझे आज दो-दो चूतों को चोदना था तो मैं लेट गया और सपना को ऊपर आने बोला. सपना मेरे ऊपर आ गई और एकता बगल में बैठ कर मेरा लंड अपने हाथों से सीधा करने अपनी बहन की चूत के निशाने पर कर रही थी. एकता ने मेरा लंड सपना की चूत के सामने रखा और सपना मेरे लंड पर बैठती चली गई.

जैसे जैसे वो बैठती गई, लंड उसकी चूत में अन्दर घुसता चला गया. वो अब मेरे लंड पर उछल रही थी. मैं लेटा हुआ चुदाई का मजा ले रहा था और एकता को बगल में लिटा कर उसकी चूचियों को चूस रहा था. कुछ देर तक सपना ऊपर रही और अब सपना मेरा लंड खड़ा कर रही थी और एकता लंड पर बैठ रही थी.

एकता की चूत कसी हुई थी, उसकी चूत में लंड अन्दर जाने में थोड़ा मुश्किल हो रहा था.

वो अपनी चूत में धीरे-धीरे लंड ले रही थी, मैं उसकी कमर पकड़ कर धीरे-धीरे दबा रहा था. आखिर लंड चूत में चला गया और चूत कसी हुई होने के कारण लंड को काफी जकड़े हुए थी.

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यह सही बात है कि कसी हुई चूत चोदने का मजा कुछ और ही है.

थोड़ी देर तक वो वैसे ही बैठ कर लंड अन्दर-बाहर करती रही, ऐसा करने से अब लंड आसानी से अन्दर-बाहर होने लगा था. मैंने अब एकता को नीचे किया और मैं कुछ कोल्ड ड्रिंक लाकर रखे था, हम तीनों ने कोल्ड ड्रिंक पिया. ऐसा करने से चुदाई में थोड़ा अंतराल मिल गया, ताकि मेरी उत्तेजना एकदम न बढ़े और मैं दोनों को अच्छे से चोद सकूँ. दो-दो चूत एक साथ चोदना कोई आसान काम नहीं है, इसलिए मैंने पहले उनको ऊपर बैठा कर चोदा.

कोल्ड ड्रिंक ख़त्म करके मैंने उन दोनों को लिटा दिया और कमर के नीचे तकिया लगा दिया. इस बार मैंने एकता की चूत में लंड डाला, मैं उसके पैरों के बीच से हाथ ले जाकर उसकी नितम्ब पकड़ कर उसकी चूत चोद रहा था. मैं जोर से धक्का लगाता और लंड पूरा उसकी चूत में चला जाता और फिर पूरा निकाल कर वैसे ही करता.

कुछ देर के बाद मैंने लंड निकाला, सपना जो बगल में लेट कर चुदाई देख रही थी, उसे खींच कर अपने पास किया और उसकी चूत में लंड पेल दिया और उसकी चुदाई करने लगा.

थोड़ी देर तक सपना की चूत चोदता रहा फिर मैंने लंड निकाल लिया और फिर से कोल्ड ड्रिंक हम तीनों ने पिया ताकि थोड़ा आराम मिल जाए और मैं नए सिरे से तैयार हो जाऊँ.

मैंने अब एकता को घोड़ी बनाया और सपना से कहा- मेरा लंड पकड़ कर एकता की चूत में डालो.

सपना ने मेरा लंड पकड़ कर एकता की चूत को फैला कर थोड़ा सा अन्दर किया और मैंने एक जोर का धक्का मारा और लंड पूरा चूत में चला गया.

मैं एकता की कमर पकड़ कर उसकी जोर-जोर से चुदाई कर रहा था.

सच में क्या नया अनुभव था.. शानदार, मजेदार.

अब सपना की बारी थी, मैंने सपना को घोड़ी बनाया और एकता ने मेरा लंड पकड़ कर सपना की चूत के सामने रखा और मैंने एक धक्का मारा और लंड चूत में पेल दिया.

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फिर उसकी कमर पकड़ कर उसकी चूत चोदने लगा, कभी मैं उसके नितम्ब मसलता और कभी उसकी लटकती चूचियों को पकड़ता.

अब बारी थी आखिर राउंड की, मैं लेट गया और सपना ऊपर से आकर चोदने लगी, मैं उसके नितम्ब पकड़ कर मसल रहा था और वो ऊपर से चोद रही थी.

कुछ देर के बाद जब मुझे लगा कि अब वो किसी भी समय स्खलित हो सकती है, तो उसे नीचे लिटाया और उसके पैर ऊपर करके जोर-जोर से चोदने लगा.

कुछ धक्कों में वो स्खलित हो गई और थक कर लेट गई, जबकि एकता की चुदाई अभी पूरी नहीं हुई थी.

अब फिर से मैं लेटा था और एकता ऊपर से आकर लंड चूत में लेकर चोदने लगी, एकता सपना से ज्यादा समय ले रही थी, लेकिन मुझे क्या, मुझे तो मजा आ रहा था, बिना किसी परिश्रम के मजा मिल रहा था.

आखिर अब मुझे लगा कि अब वो भी झड़ने वाली है, तो मैंने उसे भी नीचे लिटाया और कमर के नीचे तकिया लगाया और चोदने लगा. थोड़ी देर चोदने के बाद वो झड़ गई लेकिन अब मेरी बारी थी, मैं उसे चोद रहा था, धक्के पर धक्के लगा रहा था. जब मुझे लगा कि अब मेरा गिरने वाला है, तो मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकला और अपना वीर्य एकता की चूत पर और सपना, जो बगल में लेटी थी, उसकी चूत पर भी गिरा दिया.

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इस तरह दो बहनें एक लंड से चुद गईं. फिर हम तीनों इकठ्ठे बाथरूम में गए, वहाँ जाकर हम तीनों एक साथ नहाए. मैंने ठीक से उन दोनों की चूत में उंगली डाल कर साफ किया, उन दोनों ने मेरा लंड साफ किया. मैं वापस अपने कमरे में आ कर सो