भाभी के कपड़ो की चुदाई

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फिर थोड़ी देर के बाद मैंने उनकी ब्रा वापस वैसे ही रख दी, अब में चाहता था कि में उनकी ब्रा, पेंटी में एक बार मूठ मार लूँ, क्योंकि भाभी रोज़ कपड़े उतार लेती थी। में जानता था कि भाभी के पास काफ़ी ब्रा पेंटी है क्योंकि वो रोज़ अलग-अलग कलर की ब्रा पेंटी पहनती थी? में चाहता था कि एक बार में भी उनकी ब्रा पेंटी पहन लूँ और जी भरकर मूठ मार लूँ। फिर एक दिन बाहर से हमारे खास रिश्तेदार शादी का कार्ड देने आए तो भैया ने बोल दिया कि हम सब शादी में जाएगें। फिर उन्होंने कहा कि में अभी हम सभी का ट्रेन की सीट रिज़र्वेशन करवाता हूँ, लेकिन मैंने भैया से कहा कि मेरे एग्जॉम है में नहीं आ पाऊँगा, तो भैया अपना प्रोग्राम भी रद्द करने लगे। फिर मैंने कहा कि भैया आप अपना प्रोग्राम रद्द मत करो, में यहाँ अपने एग्जॉम दे लूँगा, तो भैया ने कहा कि तुम्हारे खाने पीने का क्या होगा? तो मैंने कहा कि में बना लूँगा और ज़रूरत होगी तो पड़ोसी को बोल दूंगा। फिर भैया ने कहा कि ठीक है और भैया ने ट्रेन की टिकट बुक करवा दी।
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फिर भाभी भी अपनी तैयारी में लग गयी। फिर मैंने सोचा कि भैया, भाभी बाहर जाएगें तो अलमारी लॉक करके जाएगें। फिर मैंने एक आइडिया लगाया और जब भाभी किसी काम से बाहर गयी तो मैंने उनसे अलमारी की चाबी ली और एक शॉप पर जाकर उसकी ड्यूप्लिकेट चाबी बना ली। फिर 2-3 दिन के बाद भैया ने कहा कि हम कल सुबह जाएगें, हमें स्टेशन छोड़ देना। फिर अगले दिन भैया ने भाभी को कहा कि जल्दी नहा लो नहीं तो हमारी ट्रेन छूट जाएगी। फिर भाभी जल्दी से नहाकर आ गयी और तैयार होकर बाहर आ गयी। फिर में उनको स्टेशन छोड़ने गया, फिर थोड़ी देर के बाद ट्रेन चलने लगी तो भैया ने कहा कि तू अपना ध्यान रखना। फिर में वापस अपने घर आया और सीधा भैया के रूम में गया, उनके रूम में ही उनका बाथरूम था